बैंक का डिप्टी मैनेजर गिरफ्तार, लाखों की ठगी के मामले में आरोपित तक ऐसे पहुंची पुलिस
Gurugram Crime हरियाणा के गुरुग्राम में साइबर पुलिस ने आईसीआईसीआई के अधिकारी को गिरफ्तार किया है। आरोपित को पंजाब के मंडी गोविंदगढ़ से दबोचा गया है। इससे पहले इसी केस में बैंक मैनेजर के साथी को भी अरेस्ट किया गया था। पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपित साइबर ठगों को खाते बेचता था। पढ़िए शातिर आरोपित के बारे में सब कुछ।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। साइबर ठगों को खाता बेचने के मामले में मानेसर साइबर पुलिस ने एक और बैंक अधिकारी को गिरफ्तार किया है। इससे पहले 17 कर्मचारियों को पकड़ा जा चुका है। इस आरोपित को पंजाब के मंडी गोविंदगढ़ से पकड़ा गया। इसी केस में इसके साथी बैंक कर्मचारी व खाता धारक को नौ जुलाई को मंडी गोविंदगढ़ से गिरफ्तार किया गया था।
एसीपी साइबर क्राइम प्रियांशु दीवान ने बताया कि 29 फरवरी को एक व्यक्ति ने मानेसर साइबर थाने में 25 लाख 50 हजार रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। उसने बताया था कि साइबर ठगों ने स्टाक मार्केट में निवेश के नाम पर उससे ठगी की।
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केस दर्ज होने के बाद साइबर पुलिस खाता धारक देवेंद्र तक पहुंची, इसके खाते में ठगी की रकम गई थी। उससे पूछताछ में बैंक कर्मचारियों हरप्रीत और आकाशदीप सिंह के बारे में पता चला। पंजाब के मंडी गोविंदगढ़ निवासी दोनों कर्मचारी आईसीआईसीआइ बैंक में काम करते थे। नौ जुलाई को साइबर पुलिस ने देवेंद्र और हरप्रीत को पकड़ा था।
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वहीं, सोमवार को मानेसर साइबर पुलिस ने आकाशदीप को भी गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि आरोपित आकाशदीप व हरप्रीत ने देवेंद्र का बैंक खाता खुलवाकर साइबर ठगों को बेच दिया था। इसके बदले देवेंद्र को 10 हजार, हरप्रीत को 20 हजार रुपये मिले थे। आकाशदीप आईसीआईसीआई बैंक में 2022 से तैनात है। यह फिलहाल डिप्टी मैनेजर के पद पर है।
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