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Gurugram News: पुलिस की लापरवाही से एक साल तक नहीं हुई FIR, पीड़ित को इंसाफ के लिए करना पड़ा संघर्ष

पिछले साल सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन के बाहर एक युवक से धोखाधड़ी से मोबाइल फोन और एटीएम कार्ड छीनने के मामले में एक साल बाद एफआईआर दर्ज हुई है। आरोपितों ने पीड़ित के खाते से 79 हजार रुपये निकाल लिए थे। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत को नजरअंदाज किया और उसे एक थाने से दूसरे थाने भटकाया। आखिरकार पुलिस आयुक्त से शिकायत करने पर मामला दर्ज किया गया।

By Vinay Trivedi Edited By: Abhishek Tiwari Updated: Sun, 25 Aug 2024 12:39 PM (IST)
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पुलिस ने शिकायत को बना दिया फुटबाल, एक साल बाद केस दर्ज। (प्रतीकात्मक फोटो)

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। पिछले साल 28 अगस्त को सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन के बाहर एक युवक से धोखाधड़ी से मोबाइल फोन और एटीएम कार्ड छीनने के मामले की एक साल बाद एफआईआर दर्ज हुई है।

घटना के बाद पीड़ित युवक की शिकायत को थाना पुलिस ने फुटबाल बना दिया। शिकायत ऑनलाइन एक थाने से दूसरे थाने में घूमती रही। अंत में जब पुलिस आयुक्त से शिकायत की गई तो सेक्टर 29 थाने में शनिवार को केस दर्ज किया गया।

8 अगस्त 2023 की है घटना

सेक्टर 69 में पीजी में रहने वाले वीरेंद्र कुमार ने शिकायत में कहा कि वह निजी एग्रो कंपनी में एग्जीक्यूटिव हैं। 28 अगस्त 2023 को वह सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन से उतर रहे थे। इसी दौरान एक युवक उन्हें मिला और कहा कि उसे घर रुपये भेजने हैं।

उसने वीरेंद्र से आनलाइन ट्रांसफर करने की बात कही। उसके मना करने पर एक अन्य युवक ने उसे घेर लिया और रुपये ट्रांसफर करने का दबाव बनाया। दोनों आरोपित वीरेंद्र को मेट्रो स्टेशन से बाहर वाटिका बिल्डिंग के एटीएम ले गए।

खाते से 79 हजार रुपये निकाल लिए

यहां बैलेंस चेक करने के बाद आरोपित उसके हाथ से मोबाइल और एटीएम कार्ड छीनकर भाग गए। दूसरे फोन से खाता चेक करने पर उन्हें पता चला कि आरोपितों ने उनके खाते से 79 हजार रुपये निकाल लिए।

वह शिकायत करने के लिए सबसे पहले एमजी रोड पुलिस चौकी पहुंचे। यहां से उन्हें मामला मेट्रो थाने का बताकर वापस भेज दिया गया। जब वह इफको चौक मेट्रो स्टेशन थाने पहुंचे तो उनसे कहा गया कि घटना जिस एरिया की है, मामला भी वहीं दर्ज होगा।

साइबर सेल को ऑनलाइन भेजी शिकायत

दोनों थानों में सुनवाई न होने पर वीरेंद्र ने साइबर सेल को ऑनलाइन शिकायत भेज दी। साइबर सेल से वीरेंद्र के पास फोन कर घटना की जानकारी ली गई और उन्हें पहले सेक्टर 42 और फिर सेक्टर 59 साइबर सेल बुलाया गया।

कुछ दिनों बाद साइबर सेल से शिकायत बंद होने का मैसेज आया। वीरेंद्र ने फिर से आनलाइन शिकायत भेजी। इस बार इनकी शिकायत डीएलएफ फेस दो थाने में मार्क की गई। तब तक छह महीने बीत चुके थे।

आरोप है कि डीएलएफ फेस दो थाना पुलिस से उनके पास फोन किया गया और कहा गया कि घटना काफी पुरानी हो गई है, इसे बंद कर दें। 28 दिसंबर को साइबर सेल ने उनका फोन खोजकर वापस कर दिया, लेकिन खाते से निकाले गए पैसे और आरोपितों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई।

उन्होंने तीन जुलाई 2024 को पुलिस आयुक्त को शिकायत भेजी। यहां से डीसीपी ईस्ट के पास गई। जांच करने के बाद शनिवार को यह केस सेक्टर 29 थाने में दर्ज किया गया।

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