गुरुग्राम सोहना एलिवेटेड रोड का वही हिस्सा फिर धंसा, जिसकी मरम्मत में लगे थे 3 महीने; लापरवाही का जिम्मेदार कौन?
गुरुग्राम-सोहना एलिवेटेड रोड का एक हिस्सा 8 महीने के भीतर फिर से धंसने के कारण मंगलवार दोपहर को छात्रों को ले जा रही एक बस का पहिया 8 मीटर के गड्ढे में फंस गया। हालांकि एक बड़ी घटना टल गई क्योंकि बस को पीछे से खींचने के लिए दूसरी बस का इस्तेमाल किया गया जिसके बाद स्कूल बस को रवाना किया गया।
संवाद सहयोगी, बादशाहपुर। गुरुग्राम सोहना एलिवेटेड रोड पर सुभाष चौक के पास जीएमडीए की मेन पाइपलाइन टूटने से करीब 2000 करोड़ रुपये की लागत से बनी रोड धंस गई। हाईवे धंसने से एक स्कूल बस इसमें फंस गई। गनीमत रही कि बस में उस समय बच्चे मौजूद नहीं थे। इससे एक बड़ा हादसा होने से बच गया।
बताया जाता है कि यदुवंशी स्कूल की बस बच्चों को छोड़कर वापस स्कूल जा रही थी। घटना की सूचना मिलते ही रोड का निर्माण करने वाली ओरिएंटल इन्फ्रास्ट्रक्चरल कंपनी और जीएमडीए के अधिकारी मौके पर पहुंचे। सड़क को आधा बंद कर दिया गया है।
11 किलोमीटर तक बना है सोहना एलिवेटेड रोड
इस सीवर लाइन का चैंबर करीब छह महीने पहले भी धंसने से रोड में बड़ा गड्ढा हो गया था। जीएमडीए और एनएचएआइ के अधिकारी एक-दूसरे पर दोषारोपण कर रहे हैं। सुभाष चौक से बादशाहपुर के पार तक करीब 11 किलोमीटर तक सोहना एलिवेटेड रोड बना हुआ है।सीवर लाइन के ऊपर ही कर दिया रोड का निर्माण
सुभाष चौक के पास एलिवेटेड रोड के शुरू होने के प्वाइंट पर ही जीएमडीए की सीवर लाइन टूटने से मंगलवार दोपहर रोड पर बड़ा गड्ढा हो गया। उस समय यदुवंशी स्कूल की बस बच्चों को छोड़कर वापस जा रही थी।
उस बस के टायर रोड के बैठने से उसमें धंस गए। ओरिएंटल इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि रोड के नीचे से जीएमडीए की मेन सीवर लाइन जा रही है।
इस सीवर लाइन का पाइप टूटने से रोड धंसा है। वहीं जीएमडीए के अधिकारियों का कहना है कि रोड का निर्माण करते समय इस मेन सीवर लाइन को शिफ्ट करने के लिए एनएचएआइ को हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की तरफ से प्रस्ताव भेजा गया था। एनएचएआइ ने इस प्रस्ताव को नहीं माना। सीवर लाइन के ऊपर ही रोड का निर्माण कर दिया गया। अब इस सीवर लाइन को शिफ्ट करना नामुमकिन है।
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