महिलाओं से होने वाले अपराध पर नियंत्रण के लिए गुरुग्राम को मिलेंगी 72 दुर्गा सिपाही, सभी को दिया खास प्रशिक्षण
महिला विरुद्ध अपराधों में कमी लाने और महिला सशक्तिकरण के लिए जिला में 72 दुर्गा महिला सिपाही तैनात की जाएगी। महिला पुलिस थानों के माध्यम से ऐसे स्थानों को चिन्हित किया गया है जहां महिलाओं के साथ अपराध होने की ज्यादा संभावना रहती है। 15 सितंबर के बाद पुलिस प्रशिक्षण केंद्र सुनारिया में रिपोर्ट करने के बाद सभी को अलग-अलग रेंज में भेज दिया जाएगा।
गुरुग्राम/बादशाहपुर [महावीर यादव]। महिला विरुद्ध अपराधों में कमी लाने और महिला सशक्तिकरण के लिए जिला में 72 दुर्गा महिला सिपाही तैनात की जाएगी। महिला पुलिस थानों के माध्यम से ऐसे स्थानों को चिन्हित किया गया है, जहां महिलाओं के साथ अपराध होने की ज्यादा संभावना रहती है।
608 महिला सिपाहियों को दुर्गा प्रथम बटालियन में शामिल किया गया है। इनमें से 72 महिला सिपाही गुरुग्राम के हिस्से में आई है। जरूरत पड़ने पर फरीदाबाद जिला की जिम्मेदारी भी इन्हीं 72 दुर्गा पर रहेगी।
15 सितंबर के बाद पुलिस प्रशिक्षण केंद्र सुनारिया में रिपोर्ट करने के बाद सभी को अलग-अलग रेंज में भेज दिया जाएगा। महिला विरुद्ध अपराध के लिए तैनात की गई दुर्गा को किसी भी पुलिस थाना या चौकी में तैनात नहीं किया जाएगा।
प्रदेश में दुर्गा प्रथम बटालियन का गठन किया गया है। इसमें 608 महिला सिपाही भर्ती कर उनको भोंडसी पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण के बाद पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने सभी महिलाओं को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाने के बाद सात सितंबर को पुलिस का हिस्सा बनने के लिए औपचारिकता पूरी की। एक सप्ताह की छुट्टी के बाद इन सभी सिपाहियों को पुलिस प्रशिक्षण केंद्र सुनारिया में 15 सितंबर को रिपोर्ट करनी है।
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72-72 महिला सिपाही तैनात होगी सात पुलिस रेंज में
हिसार, करनाल, रोहतक, गुरूग्राम, अम्बाला, सोनीपत, साउथ रेंज रेवाडी रेंज में दुर्गा प्रथम बटालियन की एक-एक कंपनी तैनात की जाएगी। एक कंपनी में 72 महिला सिपाहियों को रखा गया है।
दुर्गा प्रथम बटालियन की 608 महिला सिपाहियों में से 104 महिला सिपाहियों को पुलिस प्रशिक्षण केंद्र सुनारिया स्थित मुख्यालय में ही रखा जाएगा। एक कंपनी पर देख-रेख के लिए एक महिला निरीक्षक, तीन गैर राजपत्रित अधिकारी (एनजीओ) और नौ महिला हवलदार तैनात रहेगी।
पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने इस बटालियन की महिला सिपाहियों को थाने या पुलिस चौकी में तैनात न करने के विशेष रूप से निर्देश जारी किए हैं। दुर्गा शक्ति बल को केवल केंद्रीकृत दिन-रात गश्त, औचक नाका ड्यूटी पर तैनात किया जाए।
कानून एवं व्यवस्था ड्यूटी और वीवीआईपी ड्यूटी पर ही लगाया जाए। उन्हें पुलिस थाना या चौकियों और कार्यालय कार्य या दैनिक पुलिसिंग कर्तव्यों के लिए भी तैनात नहीं किया जाना चाहिए। गुरुग्राम में तैनात कंपनी का उपयोग आवश्यकता के अनुसार फरीदाबाद कमिश्नरी में कर्तव्यों के लिए भी किया जाएगा।
बढ़ेगा महिला सिपाहियों का मनोबल
सहायक पुलिस आयुक्त क्राइम, वरुण दहिया ने कहा- महिला सुरक्षा के लिए पहले से ही महिला थाने और दुर्गा शक्ति पीसीआर लगी हुई है। दुर्गा प्रथम बटालियन की 72 सिपाही गुरुग्राम में तैनात की जाएगी। इससे पुलिस बल की शक्ति बढ़ेगी।
जिन क्षेत्रों में महिलाओं के साथ किसी तरह की भी घटना होने का ज्यादा अंदेशा रहता है। जैसे एमजी रोड, स्कूल, कालेज और मेट्रो स्टेशन पर उनकी तैनाती की जाएगी। महिलाओं में जागरूकता लाने के साथ भय के माहौल को खत्म करना है। महिलाओं में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ेगा तो उनका मनोबल भी बढ़ेगा।
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