Haryana Election 2024: 5 सितंबर से शुरू होंगे नामांकन, 3600 कर्मियों को दी जाएगी ट्रेनिंग
Haryana Assembly Election 2024 हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 की तैयारियां जोरों पर हैं। नामांकन प्रक्रिया 5 सितंबर से शुरू होकर 12 सितंबर तक चलेगी। आदर्श आचार संहिता का पालन करवाने के लिए जिला में एसएसटी वीएसटी व सक्षम अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इस बार चुनाव के बाद ही मतदाता सूची में किसी प्रकार का संशोधन करवाया जा सकेगा।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। विधानसभा चुनाव-2024 की तैयारियां जोरों पर है। डीसी निशांत कुमार यादव ने बताया कि जिला की पटौदी, बादशाहपुर, गुड़गांव और सोहना विधानसभा सीट पर पांच अक्टूबर को होने वाले मतदान के लिए पांच सितंबर से नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ होगी, जोकि 12 सितंबर तक जारी रहेगी।
आदर्श आचार संहिता का पालन करवाने के लिए जिला में एसएसटी, वीएसटी व सक्षम अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। सी-विजिल ऐप पर आचार संहिता से संबधित मिल रही शिकायतों का तेजी से निपटारा किया जा रहा है।
वोट बनवाने की प्रक्रिया समाप्त
अब नए वोट बनवाने की प्रक्रिया समाप्त हो चुकी है। चुनाव के बाद ही मतदाता सूची में किसी प्रकार का संशोधन करवाया जा सकता है। नामांकन को नियमानुसार करवाने के लिए निर्वाचन विभाग के विशेषज्ञ एसडीएम कार्यालय में अधिकारी व कर्मचारियों को प्रशिक्षण दे रहे हैं।3600 कर्मचारियों को दिया जाएगा प्रशिक्षण
नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद जिला के 1504 मतदान केंद्रों पर नियुक्त होने वाले पीठासीन अधिकारियों और वैकल्पिक पीठासीन अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। स्थानीय राजकीय कन्या महाविद्यालय परिसर के सभागार में 14 और 15 सितंबर को सुबह नौ बजे व उसके बाद दोपहर दो बजे गुरुग्राम के एसडीएम रविंद्र कुमार एवं सोहना के एसडीएम होशियार सिंह पीओ व एपीओ को चुनाव की ट्रेनिंग देंगे।
इस ट्रेनिंग में बताया जाएगा कि बूथ पर मतदान की प्रक्रिया को किस प्रकार से पूरा करना है और वोटिंग समाप्त हो जाने के बाद ईवीएम मशीनों को सुरक्षित स्ट्रांग रूम में जमा करवाना है। जानकारी के अनुसार इन दोनों दिन एक शिफ्ट में 900 अधिकारियों व कर्मचारियों को पीओ, एपीओ की ट्रेनिंग दी जाएगी। इस प्रकार से कुल 3600 कर्मचारियों को यह प्रशिक्षण दिया जाएगा।
बूथ पर लगेगी अधिकारियों की ड्यूटी
पोलिंग आफिसरों की ट्रेनिंग इसके बाद करवाई जाएगी। एक बूथ पर एक पीओ, एक एपीओ व दो पोलिंग आफिसर नियुक्त किए जाते हैं। इनके साथ बूथ पर अनुशासन बनाए रखने के लिए सुरक्षा बलों को तैनात किया जाता है।
ये भी पढ़ें- Haryana Assembly Election: कांग्रेस को किसा बात का डर, प्रत्याशियों की लिस्ट जारी करने में क्यों हो रही देरी?सौ साल या इससे अधिक आयु के हो चुके मतदाताओं की पहचान करने के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में बीएलओ की ड्यूटी लगाई जाएगी, जोकि वरिष्ठ नागरिकों के घर जाकर सौ वर्ष की आयु के मतदाताओं की लिस्ट तैयार करेंगे। जिला प्रशासन की ओर से 85 साल से अधिक आयु के नागरिकों व दिव्यांग मतदाताओं को उनके निवास स्थान पर ही वोट डालने की सुविधा दी जाएगी।
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