पति की तलाश में गुरुग्राम पहुंची महिला, बोली- कांग्रेस विधायक मामन खान की पत्नी हूं, MLA के घर पर किया हंगामा
पाकिस्तान की सीमा हैदर के बाद एक से बढ़कर एक नए मामले सामने आ रहे हैं। हरियाणा के फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस विधायक मामन खान के घर के हिसार से पहुंची महिला ने दावा किया है कि वह उनके पति हैं। हिसार की महिला द्वारा लगाए आरोपों को पुलिस जांच में झूठा पाया गया है। उसने विधायक मामन खान को मन ही मन अपना पति स्वीकार कर लिया था।
By Jagran NewsEdited By: Shyamji TiwariUpdated: Thu, 24 Aug 2023 08:28 PM (IST)
गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। देश में इस समय पाकिस्तान की सीमा हैदर का मामला सामने आने के बाद एक से बढ़कर एक नए मामले सामने आ रहे हैं। सीमा हैदर के बाद बांग्लादेश की सोनिया अख्तर पति के लिए नोएडा आ गई। उसने सौरभकांत तिवारी से शादी होने का दावा कर रही है।
इस बीच हरियाणा के फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस विधायक कांग्रेस विधायक मामन खान भी चर्चा में आ गए।बुधवार को हिसार से गुरुग्राम स्थित विधायक के घर एक महिला पहुंची। उसने दावा किया है कि कांग्रेस विधायक मामन खान उनके पति हैं। इसके बाद उनकी पत्नी ने पुलिस में शिकायत दी।
पुलिस ने महिला के दावे को बताया झूठ
हालांकि, कांग्रेस के विधायक मामन खान को अपना पति बताने वाली हिसार की एक महिला द्वारा विधायक पर लगाए आरोपों को पुलिस जांच में झूठा पाया गया है। सदर थाना प्रभारी सुभाष ने बताया कि महिला ना कभी विधायक से मिली और ना कभी उनकी मुलाकात हुई है।मन ही मन मामन खान को मान लिया पति
थाना प्रभारी ने कहा कि पूछताछ में पता चला कि महिला इंटरनेट मीडिया पर विधायक के भाषणों को सुनकर प्रभावित हुई और उसने विधायक मामन खान को मन ही मन अपना पति स्वीकार कर लिया। इसके बाद उसने गुरुग्राम स्थित विधायक के आवास पर पहुंचकर हंगामा किया।
महिला के पास नहीं कोई सबूत
इसकी शिकायत विधायक की पत्नी ने सदर थाना पुलिस से की थी। पुलिस ने दो दिन तक जांच की और महिला से पूछताछ की। सदर थाना प्रभारी सुभाष चंद्र ने कहा कि महिला ने कांग्रेस विधायक पर जो आरोप लगाए हैं। वह सभी आरोप झूठे साबित हुए हैं और बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा कि महिला से लगातार पूछताछ की गई। उसके पास कोई ऐसा सबूत नहीं मिला है जिससे आरोपों की पुष्टि हो सके।बता दें कि अगस्त के शुरुआत में कांग्रेस विधायक इंजीनियर मामन खान की अतिरिक्त सुरक्षा वापस ले ली गई है। जिस तरह एक पक्ष हिंसा भड़काने के लिए मोनू मानेसर और बिट्टू बजरंगी पर आरोप लगा रहा है, उसी तरह से दूसरा पक्ष नूंह हिंसा में विधायक की भूमिका को संदिग्ध मानकर चल रहा है।हिंसा वाले दिन 31 जुलाई को गुरुग्राम पुलिस से विधायक ने अतिरिक्त सुरक्षा मांगी थी, जिसके बाद उनके पास कुछ पुलिसकर्मी भेज दिए गए थे। अब उन्हें वापस बुला लिया गया है। इसी अतिरिक्त सुरक्षा को वापस लिए जाने का विधायक विरोध कर रहे हैं।
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