Election 2024: क्या है पूर्व मंत्री के गांव का हाल? ग्रामीण इन मुद्दों पर देंगे वोट; रखी ये बड़ी मांग
Haryana Vidhansabha Election 2024 हरियाणा में विधानसभा चुनाव नजदीक ही है। लेकिन चुनाव से पहले ग्रामीणों ने अपने-अपने मुद्दे उठाने शुरू कर दिए हैं। वहीं दैनिक जागरण के संवाददाता ने पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह के गांव फाजिलपुर का जायजा लिया तो पता चला कि यहां 12वीं तक स्कूल ही नहीं है। ग्रामीणों की मांग है कि गांव में 12वीं तक स्कूल जरूर बनना चाहिए।
विनय त्रिवेदी, गुरुग्राम। इस चुनाव में दिग्गजों के गांव की क्या तस्वीर है, क्या महौल है, क्या समस्याएं हैं और किन मुद्दों पर यहां के लोग वोट करेंगे, इसको लेकर दैनिक जागरण के वरिष्ठ संवाददाता ने पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह के गांव फाजिलपुर में पहुंच कर जायजा लिया। इस दौरान जो सबसे बड़ी बात निकलकर सामने आई वह है गांव में 12वीं तक के सरकारी स्कूल का न होना। पेश है रिपोर्ट...
राजीव चौक से पांच किलोमीटर दूर सोहना रोड पर पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह का फाजिलपुर गांव है। राव नरबीर इस बार बादशाहपुर सीट से भाजपा के प्रत्याशी हैं। बादशाहपुर क्षेत्र के इस गांव में भी दोतरफा माहौल है। कई लोग जहां भाजपा को वोट देने के पक्षधर हैं तो कई कांग्रेस के साथ हैं।
ग्रमीणों ने बताए अपने मुद्दे
गांव के शुरुआत में मंदिर के पास चौपाल में बैठे कुछ लोगों से मुद्दे जाने गए। नितिन यादव कहते हैं यहां सफाई व्यवस्था बेहतर है। लेकिन वर्षा के दिनों में गांव में ढाई फीट तक जलभराव हो जाता है। उन्होंने गांव में शिक्षा व्यवस्था पर जरूर सवाल उठाया।
गांव में नहीं है 12वीं तक का स्कूल
उन्होंने कहा कि गांव में 12वीं तक सरकारी स्कूल नहीं है। अपर मीडियम क्लास के लोग अपने बच्चों को तो प्राइवेट स्कूलों में भेज देते हैं, लेकिन गांव में बड़ी संख्या में नौकरीपेशा लोग रहते हैं, जो बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में नहीं पढ़ा सकते। उन्हें अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए पलड़ा और बादशाहपुर भेजना पड़ता है।
हंस कुमार कहते हैं कि सरकार वह अच्छी है जो रोजगार दे, शिक्षा दे। गांव में विकास के कार्य कई हुए हैं। यहां अमीर से अमीर और गरीब से गरीब लोग रह रहे हैं। अब लोगों के घर कच्चे नहीं, बल्कि सात-सात मंजिला इमारतें बन गई हैं। थोड़ी बहुत समस्याएं तो हर गांव में लगी रहती हैं।
वहीं, हरदीप यादव ने बताया कि गांव में घरों के आगे तारों का जाल बिछा हुआ है। इससे हर समय खतरा बना रहता है। नरबीर सिंह 15 से 20 दिनों में गांव का एक बार चक्कर लगाते हैं।
अनियंत्रित विकास, सफाई-व्यवस्था दुरुस्त नहीं
लोगों के मुताबिक, फाजिलपुर गांव की आबादी 17 सौ के करीब है। किंतु यहां दूसरे प्रदेश से आने वाले 30 हजार से ज्यादा लोग किराए पर रहते हैं। कई किराएदार वर्षों से रह रहे हैं, इसलिए इनकी भी वोट बनी हुई है। अब गांव में दो हजार से ज्यादा मतदाता हैं। ये वोटर किसी भी प्रत्याशी की जीत-हार का अंतर बढ़ा सकते हैं।
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गांव में विकास तो हुआ, लेकिन नियोजित तरीके से नहीं हो पाया। यहां कोई गली आठ फीट की संकरी है तो कहीं पर 20 फीट का रास्ता दिया गया है। साफ-सफाई न होने और घरों के बाहर तारों के जाल से भी लोग परेशान हैं।
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