किसानों के दिल्ली कूच से आमजन परेशान: गुरुग्राम बॉर्डर पर 10 KM लंबा जाम, घंटों रेंगते रहे वाहन
सिरहौल मानेसर घाटी पचगांव और कापड़ीवास बॉर्डर व अन्य जगहों पर पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। जगह-जगह नाकेबंदी कर वाहन चालकों की जांच की गई। गुरुग्राम पुलिस ने भी अपने सभी बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कराकर सख्ती की। इससे दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस-वे पर धीरे-धीरे लंबा जाम लग गया। सुबह नौ बजे दिल्ली और गुरुग्राम दोनों तरफ मिलाकर दस किलोमीटर से भी ज्यादा लंबा लाम लग गया।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। किसानों के मंगलवार को दिल्ली कूच के कारण दिल्ली बॉर्डर पर सख्ती और बैरिकेडिंग से सिरहौल बॉर्डर पर महाजाम लग गया। यहां सुबह 11 बजे तक सर्विस लेन बंद होने से वाहनों की रफ्तार धीमी रही। सिरहौल बॉर्डर से दिल्ली सीमा के अंदर तक वाहन चालक घंटों तक जाम में फंसे रहे। किसानों को आने से रोकने के लिए गुरुग्राम पुलिस भी सतर्क रही।
सिरहौल, मानेसर घाटी, पचगांव और कापड़ीवास बॉर्डर व अन्य जगहों पर पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही।जगह-जगह नाकेबंदी कर वाहन चालकों की जांच की गई। आईकार्ड देखकर वाहन चालकों को आगे जाने दिया गया। किसानों के दिल्ली कूच को देखते हुए दिल्ली समेत हरियाणा पुलिस दो दिन पहले से ही सतर्क हो गई थी।
बैरिकेडिंग से 10 KM लंबा जाम
गुरुग्राम पुलिस ने भी अपने सभी बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कराकर सख्ती की। सबसे ज्यादा परेशानी रजोकरी बॉर्डर पर रही। यहां दिल्ली पुलिस ने बैरिकेडिंग की थी। सर्विस लेन को रात 12 बजे बंद कर दिया था। दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस वे पर यातायात का संचालन हो रहा था, लेकिन यहां भी आधी सड़क पर बैरिकेडिंग होने से वाहनों की रफ्तार धीमी थी।इससे गुरुग्राम की तरफ धीरे-धीरे जाम लंबा होता चला गया। सुबह नौ बजे दिल्ली और गुरुग्राम दोनों तरफ मिलाकर दस किलोमीटर से भी ज्यादा लंबा लाम लग गया। इसके बाद रजोकरी बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस ने सुबह 11 बजे के बाद सर्विस लेन खोल दी। इससे धीरे-धीरे जाम खत्म हुआ। हालांकि, रजोकरी बॉर्डर पर समाचार लिखे जाने तक वाहनों की रफ्तार धीमी ही थी।
जाम लगने से वाहन चालकों को दिनभर काफी परेशानी हुई। बड़ी संख्या में नौकरीपेशा लोग समय पर काम पर नहीं पहुंच पाए। दूसरी ओर कापड़ीवास, मानेसर घाटी, पचगांव चौक, फरुखनगर झज्जर रोड पर केएमपी के पास भी पुलिस ने बैरिकेडिंग कर वाहन चालकों को पूछताछ के बाद आगे जाने दिया। हालांकि, यहां यातायात का ज्यादा दबाव न होने से जाम जैसी स्थिति नहीं रही।
यात्रियों के सब्र का बांध टूटा
गुरुग्राम बस स्टैंड पर भी पानीपत, सोनीपत, अंबाला, चंडीगढ़ से आने वाली बसों की संख्या कम रही। इससे बसों के इंतजार में बैठे यात्रियों के घंटों गुजर गए। शाम साढ़े चार बजे के आसपास जब बस स्टैंड पर बैठे कर्मचारियों से इस बाबत पूछताछ की गई तो सही जवाब न मिलने पर यात्रियों ने हंगामा कर दिया। बस स्टैंड के अधिकारियों व पुलिस के समझाने के बाद यात्री शांत हुए। दूसरी ओर इसी दौरान एक रोहतक की बस आई, यहां यात्रियों की इतनी मौजूदगी थी कि बस दो मिनट में ही फुल हो गई। वहीं कई यात्री फिर से इंतजार में बैठ गए।
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