Karva Chauth 2024: सोलह शृंगार कर महिलाएं करेंगी पिया का दीदार, सरगी करके रखेंगी व्रत; जानें क्या है इसका महत्व
करवा चौथ का व्रत एक सुहागिन महिला करती हैं। इसमें पति के लंबी उम्र की कामना की जाती है। यह व्रत पत्नी की शक्ति और अपने पति के प्रति समर्पण का है। यह विपरीत परिस्थितियों में एक-दूसरे का उनके प्रति अटूट प्यार विश्वास और दृढ़ संकल्प की शक्ति का प्रतीक है। करवा चौथ का व्रत करने से पति-पत्नी के बीच का रिश्ता मजबूत होता है।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। करवा चाैथ पर रविवार को सुहागिनें दुल्हन की तरह सजकर अपने पिया का दीदार करेंगी। शनिवार को शहर के सदर बाजार से लेकर सेक्टरों की मार्केट और माल्स में खासा चहल-पहल रही। सुहागिनों ने जमकर कपड़े समेत गहने और मेकअप के अन्य सामान की खरीदारी की।
वहीं ब्यूटी पार्लरों की तरफ से भी ग्राहकों को फेस्टिव सीजन में 30 से 40 प्रतिशत तक की छूट दी गई है। फेशियल, नेल आर्ट, हेयर कट में लुभावने ऑफर दिए गए हैं। शहर के हर ब्यूटी पार्लर में सुबह से लेकर देर रात तक ग्राहकों की लाइनें लगी रही।
ज्वैलरी शोरूम संचालकों का कहना कि ज्वैलरी की अग्रिम बुकिंग की गई थी। शनिवार को सुबह से लेकर रात तक महिलाओं ने खरीदारी की है। पिछले वर्षों के मुकाबले इस बार बेहतर बिजनेस होने की उम्मीद है। सोने के साथ-साथ डायमंड में लाइट वेट की ज्वैलरी की मांग अधिक रही है।
मेहंदी लगवाने के लिए लगी होड़
शहर के सदर बाजार में मेहंदी वाली गली, सेक्टर-14 मार्केट, सेक्टर-40 समेत अन्य सेक्टरों की मार्केट में सुबह से ही मेहंदी लगवाने वालों के यहां महिलाएं पहुंचने लगी। प्रसिद्ध मेहंदी वालों के यहां तो सबसे अधिक संख्या में महिलाओं ने मेहंदी लगवाई। देर रात तक भी मेहंदी आर्टिस्ट बाजारों में ही बैठे रहे।
सदर बाजार में लगभग सभी दुकानदारों ने अपनी दुकान के बाहर मेहंदी वालों को बिठाया हुआ। कपड़े और ज्वैलरी खरीदने आने वाली महिलाएं वहीं से मेहंदी लगवाकर घर पहुंची। शनिवार को अवकाश का दिन होने के चलते शहर के सदर बाजार में काफी संख्या में ग्राहक पहुंचे।
सरगी का महत्व
करवा चौथ पर सरगी का खास महत्व होता है। सरगी सास अपनी बहू को देती है। इसमें खाने की चीजों के साथ शृंगार की सामग्री भी मौजूद होती है। सरगी खाकर ही महिलाएं करवा चौथ का व्रत शुरू करती हैं। इसमें सूखे मेवे के साथ फल और मिठाई शामिल होती हैं।
करवा चौथ का क्या है महत्व
करवा चौथ का व्रत एक सुहागिन महिला करती हैं। इसमें पति के लंबी उम्र की कामना की जाती है। यह व्रत पत्नी की शक्ति और अपने पति के प्रति समर्पण का है। यह विपरीत परिस्थितियों में एक-दूसरे का उनके प्रति अटूट प्यार, विश्वास और दृढ़ संकल्प की शक्ति का प्रतीक है। करवा चौथ का व्रत करने से पति-पत्नी के बीच का रिश्ता मजबूत होता है। इतना ही नहीं उनका वैवाहिक जीवन भी खुशहाल होता है। इस दिन महिलाएं पूजा-अर्चना करती हैं और भक्तिपूर्वक इस दिन की सभी रस्मों को निभाती हैं।
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