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Monu Manesar: राजस्थान पुलिस को मोनू मानेसर की मिली ट्रांजिट रिमांड, नासिर-जुनैद हत्याकांड में करेगी पूछताछ

नासिर जुनैद हत्याकांड में अंडरग्राउंड चल रहे Monu Manesar को गुरुग्राम के मानेसर सेक्ट-1 से हिरासत में लिया गया। मोनू मानेसर को नूंह पुलिस ने Nuh Violence मामले में गिरफ्तार किया और फिर मंगलवार को नूंह की अदालत में उसकी पेशी हुई जहां उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में गुरुग्राम की भोंडसी जेल भेजा गया है। वहीं राजस्थान पुलिस को दोबारा आवेदन पर मोनू की ट्रांजिट रिमांड मिल गई।

By Jagran NewsEdited By: Pooja TripathiUpdated: Tue, 12 Sep 2023 08:04 PM (IST)
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सीसीटीवी फुटेज में हुआ कैद, मोनू मानेसर को अदालत से बाहर ले जाती पुलिस। फाइल फोटो

नूंह, जागरण संवाददाता। विवादित वीडियो और पोस्ट डालने के चलते चर्चा में रहने वाले गुरुग्राम के मानेसर के रहने वाले मोहित यादव (मोनू मानेसर) को नूंह पुलिस ने गुरुग्राम पुलिस के सहयोग से मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे गिरफ्तार कर लिया। मोनू के खिलाफ नूंह के साइबर थाने में विवादित पोस्ट डालने और शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जिला अदालत में पेश किया गया।

अदालत ने मोनू को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भोंडसी जेल भेजने के लिए आदेश जारी कर दिए थे। इसी बीच राजस्थान के डीग जिला पुलिस की ओर से नासिर-जुनैद हत्याकांड में मोनू की संलिप्तता को लेकर अदालत से आरोपित की ट्रांजिड रिमांड मांगी, जिसे अदालत ने स्वीकार कर मोनू डीग पुलिस को सौंपने के निर्देश दिए। डीग पुलिस अपने यहां की जिला अदालत में पेश कर मोनू से पूछताछ करने के लिए रिमांड पर लेगी।

ब्रजमंडल यात्रा से पहले पोस्ट किया था एक वीडियो

नूंह में 31 जुलाई को हुई हिंसा से पहले मोनू ने फेसबुक और अन्य इंटरनेट प्लेटफॉर्म पर वीडियो डाला था। इस दौरान मोनू ने कहा था, "ब्रजमंडल यात्रा में मैं भी आ रहा हूं आप सभी भी लोग अधिक से अधिक संख्या में मेवात पहुंचें।"

हिंसा के लिए एक पक्ष ने मोनू का माना जिम्मेदार

धार्मिक यात्रा के दौरान जब हिंसा हुई तो एक पक्ष की ओर से मोनू मानेसर को जिम्मेदार माना जा रहा था। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने उस वीडियो का हिंसा का कारण नहीं माना था। इधर विपक्ष के नेता और कई संगठनों की ओर से मोनू का बचाने का आरोप प्रदेश सरकार पर लगाए जाते रहे।

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क्या बोले थे हरियाणा के गृहमंत्री?

प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज ने दस दिन पहले कहा था कि मोनू की संलिप्तता की जांच की जा रही है। इसी जांच के तहत मोनू द्वारा 28 जुलाई को फेसबुक पर डाली गई पोस्ट परिणाम की चिंता नहीं करते, वार एक ही होगा पर आखिरी होगा। इस पोस्ट को भड़काऊ मानते हुए पुलिस ने मोनू को मंगलवार गुरुग्राम के मानेसर स्थित सेक्टर-एक से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से एक पिस्तौल और मैगजीन बरामद हुई, दो मोबाइल भी पुलिस ने कब्जे में लिया है।

नासिर-जुनैद हत्याकांड को लेकर होगी पूछताछ

डीग जिला के घाटमिका गांव के रहने वाले नासिर और जुनैद को भिवानी लाकर 16 फरवरी को बोलेरो में जिंदा जलाकर हत्या कर दी गई थी। नासिर-जुनैद हत्याकांड में मोनू मानेसर को आरोपित बनाया गया था। बाद में मुख्य आरोपितों में इसका नाम नहीं था।

एक बार तो राजस्थान पुलिस की ओर से यह कहा गया कि मोनू हत्या में शामिल नहीं था। इसके बाद नासिर और जुनैद के स्वजन मोनू की गिरफ्तारी की मांग करने लगे थे। एक वर्ग द्वारा लगातार यह आरोप लगाए जा रहे थे मोनू को हरियाणा पुलिस बचा रही है।

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मोनू को लेकर कांग्रेस के विधायक ने विधानसभा सत्र के दौरान विवादित बयान देकर सरकार पर मोनू का संरक्षण देने का आरोप लगाया था। 15 अगस्त को राजस्थान के पुलिस महानिदेशक ने कहा था कि मोनू की हत्याकांड में सीधे संलिप्तता नहीं पर उसे एफआईआर में आरोपित बनाया गया है तो पुलिस हरियाणा पुलिस के सहयोग से हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी। आठ माह से फरार चल रह मोनू पर अब शिंकजा कसा गया है।

विधायक मामन खान हो सकते हैं गिरफ्तार

नूंह हिंसा के बाद जिला के तीनों कांग्रेसी विधायकों ने एक सुर में कहा था हिंसा मोनू मानेसर और बिट्टू बजरंगी के विवादित वीडियो की वजह से हुई। पुलिस ने हिंसा के पंद्रह दिन बिट्टू बजरंगी को गिरफ्तार कर जेल भेजा। अब मोनू पर कार्रवाई कर राजस्थान पुलिस के हवाले कर यह संदेश दे दिया कि कानून किसी को नहीं छोड़ेगा।

हिंसा में संलिप्तता को लेकर फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस के विधायक मामन खान भी एसआईटी के जांच के दायरे में हैं। उन्हें पुलिस द्वारा दो बार जांच में शामिल होने के लिए नोटिस भेजे गए, पर वह जांच में शामिल नहीं हुए।

पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए विधायक ने याचिका लगाई है। एसआईटी में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि जांच में सहयोग नहीं करने पर विधायक के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है।

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