Kisan Andolan: किसानों के दिल्ली कूच ने बढ़ाई साइबर सिटी की चिंता, अधिकतर IT कंपनियों ने लागू किया वर्क फ्रॉम होम
किसानों के पंजाब से हरियाणा के रास्ते दिल्ली कूच करने के चलते आइटी आइटी इनेबल्ड एवं टेलीकाम सेक्टर की अधिकतर कंपनियों ने शहर के बाहर से आने वाले कर्मियों के लिए वर्क फ्रॉम होम लागू कर दिया है। शहर में रहने वाले कर्मियों से भी कहा गया है कि यदि वे वर्क फ्रॉम होम कर सकते हैं तो करें। अधिक दिक्कत ऑटोमोबाइल एवं गारमेंट सेक्टर में है।
फैक्ट्रियों के पास होता है कितने दिन का रा-मेटेरियल का स्टाक?
लोगों की आवाजाही में आएगी काफी कमी
माहौल खराब होने पर लोगों की आवाजाही में काफी कमी आएगी। साइबर सिटी व आसपास आटोमोबाइल सेक्टर की 10 हजार से अधिक छोटी-बड़ी इकाइयां हैं। चार हजार से अधिक गारमेंट सेक्टर की कंपनियां हैं।पंजाब है ऑटो कंपोनेंट का हब
पंजाब का लुधियाना ऑटो कंपानेंट का हब है। वहां से साइबर सिटी में ही नहीं बल्कि पूरे देश में स्टील के वायर पहुंचते हैं। लोहे के आटो कंपोनेंट भी अधिकतर लुधियाना से ही पूरे देश में पहुंचते हैं। इस बार 90 प्रतिशत से अधिक किसान पंजाब से ही पहुंच रहे हैं। इस वजह पंजाब के अधिकतर इलाकों से आवाजाही प्रभावित हो गई है।वहां से माल बाहर नहीं निकलना बंद हो गया है। पंजाब से साइबर सिटी तक आने का रास्ता अंबाला होकर है। इस रूट से ही किसानों का दिल्ली कूच है। बताया जाता है कि पहले किसानों ने प्रदर्शन करने के बाद लंबा आंदोलन चलाने की तैयारी की थी। इस बार पूरी तैयारी के साथ दिल्ली कूच कर रहे हैं। ऐसे में आंदोलन फिर से लंबा चलने की आशंका है।पंजाब के किसानों के दिल्ली कूच से साइबर सिटी को ही नहीं बल्कि पूरे देश को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। अधिक से अधिक 10 दिनों तक रा-मेटेरियल का स्टाक सभी के पास होता है। किसानों को चाहिए कि आवाजाही प्रभावित न करें। लुधियाना ऑटो कंपोनेंट का हब है। लुधियाना के डिस्टर्ब होने से पूरा देश डिस्टर्ब हो जाता है।
- केके गांधी, अध्यक्ष, इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट एसोसिएशन
किसानों के दिल्ली कूच को देखते हुए अधिकतर आइटी कंपनियों ने वर्क फ्रॉम होम कर दिया है। अब वर्क फ्रॉम हाेम करने में अधिक नुकसान नहीं होता है क्योंकि सभी अभ्यस्त हो गए हैं। जैसे प्लांट में आकर काम करते हैं वैसे ही घर पर रहकर काम करते हैं। माहौल बेहतर होने तक वर्क फ्रॉम होम की व्यवस्था रहेगी।
- संदीप ठकराल, एमडी, टेक्नालिसिस साफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड