Mulayam Singh Yadav Death: 8 दिन तक बनती-बिगड़ती रही उम्मीद, 9वें दिन मुलायम सिंह ने दुनिया को कहा अलविदा
Mulayam Singh Yadav Death राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में मुलायम सिंह यादव तकरीबन हर महीने हेल्थ चेकअप के लिए आते थे। कोरोना काल में भी वह कई बार हेल्थ चेकअप के लिए आए।
By Jp YadavEdited By: Updated: Mon, 10 Oct 2022 12:12 PM (IST)
नई दिल्ली / गुरुग्राम, जागरण डिजिटल डेस्क। Mulayam Singh Yadav Death: गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती समाजवादी पार्टी के संरक्षक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह ने आखिरकार दुनिया को अलविदा कह दिया। उन्होंने सोमवार सुबह 8 बजकर 16 मिनट पर अंतिम सांस ली। इस दौरान कई बार उम्मीद बंधती और टूटती रही। आखिरकार सोमवार सुबह मुलायम सिंह की सांसों की डोर टूट गई। इन आठ दिनों के दौरान बेटे अखिलेश यादव और भाई राम गोपाल यादव मौजूद रहे।
22 अगस्त से मेदांता में थे भर्ती
स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के चलते मुलायम सिंह यादव को 22 अगस्त को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। फिर 2 अक्टूबर को उनकी हालत ज्यादा खराब हो गई थी, इसके बाद उन्हें आइसीयू में भर्ती कराया गया था। इसके बाद से लगातार हालत गंभीर बनी हुई थी।
2-3 अक्टूबर की मध्य रात्रि को हुई थी डायलिसिस
किडनी संबंधी बीमारी की वजह से मुलायम सिंह सिंह यादव की 2-3 अक्टूबर की मध्य रात्रि को डायलिसिस भी की गई थी। इसके बाद कहा गया था कि उनके स्वास्थ्य में सुधार भी आया था। दो दिन बाद यह कहा गया का किडनी संबंधी समस्या भी कम नहीं हुई है। यह समस्या भी बढ़ गई है।कई बार आई स्वास्थ्य में सुधार की खबरें
3 अक्टूबर की सुबह मेदांता की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन में कहा गया था कि मुलायम सिंह यादव के स्वास्थ्य में हल्का सुधार है। उन्हें सिर्फ 50 प्रतिशत ही लाइफ सपोर्ट सिस्टम दिया जा रहा था। इसके बाद लगा कि मुलायम सिंह ठीक हो जाएगा, लेकिन अगले ही दिन से मुलायम सिंह यादव की हालत स्थिर हो गई।
लगातार नाजुक बनी रही स्थिति
सच बात तो यह है कि मुलायम सिंह यादव की हालत 2 अक्टूबर को ही नाजुक हो गई थी। जब डाक्टरों ने कहा कि उन पर दवाओं का कोई असर नहीं हो रहा है तो इसने मुलायम सिंह यादव के समर्थकों की चिंता बढ़ा दी थी। इसके बाद समाजवादी पार्टी के समर्थकों ने कई जिलों में महामृत्युंज का पाठ शुरू कर दिया था।तकरीबन हर महीने आते थे चेकअप के लिए
22 अगस्त से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती मुलायम सिंह को 2 अक्टूबर को तबीयत खराब होने के बाद आईसीयू में शिफ्ट किया गया था, तभी से वेंटिलेटर सपोर्ट में थे। 2 साल से हर महीने वह रुटीन चेकअप के लिए मेदांता आ रहे थे। इससे पहले कई बार एक-दो दिन के लिए भर्ती भी हुए थे। कोरोना काल में भी उनकी दो बार तबीयत बिगड़ी तो वह मेदांता में ही इलाज के लिए आए थे।
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एक सप्ताह के दौरान मुलायम सिंह यादव की हालत लगातार नाजुक बनी रही। इसके चलते तकरीबन रोजाना ही आधा दर्जन नेता मुलायम सिंह यादव के स्वास्थ्य का हाल जानने के लिए मेदांता अस्पताल आए। रविवार को कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया भी मुलायम सिंह का स्वास्थ्य जानने अस्पताल पहुंचे। इसके अलावा, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल, राज्यसभा सदस्य और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दीपेंद्र हुड्डा बृहस्पतिवार शाम अस्पताल पहुंचे। उनके साथ कांग्रेसी नेता तथा विधायक राव दान सिंह तथा फरीदाबाद के एनआइटी से विधायक नीरज शर्मा भी थे।ये नेता भी पहुंचे थे मेदांता अस्पताल
- लालू प्रसाद यादव
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
- मनोहर लाल (मुख्यमंत्री, हरियाणा)
- तेजस्वी यादव (उपमुख्यमंत्री, बिहार)
- दीपेंद्र हुड्डा (राज्यसभा सदस्य व कांग्रेस नेता)
- ब्रजेश पाठक (स्वास्थ्य मंत्री, उत्तर प्रदेश)