अस्पताल तोड़कर पार्किंग बनाने की व्यवस्था दुनिया में कहीं नहीं, गुरुग्राम में बोले राज बब्बर
नगर निगम के सामने पुराने सिविल अस्पताल का जायजा लेने पहुंचे राज बब्बर ने जिला प्रशासन व सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि अस्पताल तोड़कर पार्किंग बनाने की व्यवस्था पूरी दुनिया में कहीं नहीं है। यह व्यवस्था सिर्फ गुरुग्राम में ही देखने को मिल सकती है। इससे पहले राज बब्बर ने नगर निगम को शहर में सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए ज्ञापन सौंपा था।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। कांग्रेस नेता व फिल्म अभिनेता राज बब्बर ने कहा कि अस्पताल तोड़कर पार्किंग बनाने की व्यवस्था पूरी दुनिया में कहीं नहीं है। यह व्यवस्था सिर्फ गुरुग्राम में ही देखने को मिल सकती है। नगर निगम के सामने पुराने सिविल अस्पताल का जायजा लेने पहुंचे राज बब्बर ने जिला प्रशासन व सरकार पर यह तंज कसा है।
राज बब्बर ने कहा कि भारत नहीं पूरी दुनिया में यह पहला अस्पताल होगा, जिसे तोड़कर प्रशासन ने पार्किंग बना रखी है। पार्किंग बहुत जरूरी है, इसमें कोई दोराय नहीं है। यह पहली बार सुना है कि अस्पताल तोड़कर पार्किंग बना दी जाए। वर्षों पहले इस अस्पताल की छतें टूटती रहीं और भ्रष्टाचार होता रहा।
हरियाणा सरकार ने यहां पर सात सौ बेड का अस्पताल बनाने की बात कही है, लेकिन आज कारों की पार्किंग बन गई है। कांग्रेस नेता ने कहा कि क्या यहां अस्पताल की जरूरत नहीं है। लोकसभा चुनाव के दौरान भी उन्होंने यह मुद्दे उठाए थे। सरकार ने इस बारे में क्या निर्णय लिया है, वह सरकार से भी जवाब मांगेंगे। वह इस समस्या को लगातार उठाते रहेंगे।
इससे पहले राज बब्बर ने नगर निगम को शहर में सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए ज्ञापन सौंपा था। सफाई व्यवस्था को लेकर अब नगर निगम सजग है। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस नेता संतोख सिंह, गजे सिंह कबलाना, पंकज डावर, निशित कटारिया, नरेश सहरावत, अमित यादव, सूबे सिंह यादव आदि मौजूद रहे।
किरण पर किया सवाल तो बोले अस्पताल की इमारत गिर चुकी है...
किरण चौधरी के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाने की बात पर राज बब्बर ने कहा कि अस्पताल की इमारत अब गिर चुकी है। टूटी हुई दीवारों के बारे में वह खुद भी चाहते हैं कि बन जाएं। हालांकि, उन्होंने कहा कि किरण के जाने से कांग्रेस को कोई नुकसान नहीं होगा।
2021 में शिफ्ट हुआ था सिविल अस्पताल
सिविल लाइन स्थित अस्पताल की बिल्डिंग जर्जर होने के कारण वर्ष 2021 में अस्पताल को सेक्टर 10 स्थित बिल्डिंग में शिफ्ट किया गया था। साल 2015 में नए अस्पताल का प्रोजेक्ट स्वीकृत हुआ था। सालों से अस्पताल के निर्माण के लिए प्रशासन और सरकार के बीच फाइल इधर से उधर हो रही है।
पहले यहां पर 400 बेड स्वीकृत किए गए थे। कुछ समय पहले इसकी क्षमता बढ़ाकर 700 बेड की गई है। लेकिन अब तक भौतिक रूप से यहां पर कोई भी प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है।निर्माण कार्य के लिए अभी तक टेंडर भी नहीं हो पाया है।