कृपाण लेकर सिख युवक को गुरुग्राम के एक होटल में नहीं मिली एंट्री, मामले ने पकड़ा तूल
एक सिख समुदाय के व्यक्ति को कृपाण लेकर होटल में एंट्री (प्रवेश) ना देने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। इस मामले में शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल के ट्वीट करने से मामला बेहद गंभीर हो गया है। लोग भी ट्विटर (अब एक्स) पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। अधिकतर लोगों ने लिखा कि संविधान भी कृपाण को अपने साथ ले जाने की इजाजत देता है।
By Jagran NewsEdited By: GeetarjunUpdated: Mon, 28 Aug 2023 10:19 PM (IST)
गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। एक सिख समुदाय के व्यक्ति को कृपाण लेकर होटल में एंट्री (प्रवेश) ना देने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। इस मामले में शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल के ट्वीट करने से मामला बेहद गंभीर हो गया है। लोग भी ट्विटर (अब एक्स) पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
अधिकतर लोगों ने लिखा कि संविधान भी कृपाण को अपने साथ ले जाने की इजाजत देता है। ऐसी स्थिति में कृपाण के साथ होटल में एंट्री रोकना होटल प्रबंधन की मनमानी है। हर तीरथ सिंह अहलूवालिया डीएलएफ के एक होटल में मोमोज खाने जा रहे थे। उनके साथ उनकी कृपाण भी थी।
होटल कर्मियों से हुई काफी बहस
होटल प्रबंधन ने उनको कृपाण के साथ होटल में एंट्री न करने की बात कही। इस बात को लेकर हर तीरथ सिंह आहलूवालिया की होटल कर्मियों के साथ काफी बहस भी हुई। होटल कर्मियों ने हर तीरथ सिंह अहलूवालिया को इसका वीडियो बनाने के लिए भी मना किया।सोशल मीडिया पर डाला वीडियो
हर तीरथ सिंह अहलूवालिया ने इस पूरे प्रकरण का वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट कर दिया। हर तीरथ सिंह अहलूवालिया ने वीडियो पोस्ट करने के साथ ही ट्विटर (अब एक्स) पर लिखा, "कल रात जब मैं जलसा में जहां मोमोज खाने जाता हूं, वहां मुझे अविश्वास का सामना करना पड़ा। होटल ने मुझे कृपाण के साथ होटल में एंट्री देने से मना कर दिया। गुरुग्राम जैसे इंटरनेशनल सिटी में और 21वीं शताब्दी में इस तरह की घटना हैरान करने वाली है।"
सुखबीर सिंह बादल का भी आया बयान
उसके बाद शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने भी इस मामले को लेकर पोस्ट इंटरनेट मीडिया पर डाल दी। सुखबीर सिंह बादल ने लिखा कि गुरुग्राम जैसे शहर में इस तरह की घटना निंदनीय है।इससे अल्पसंख्यकों में असुरक्षा की भावना पैदा होती है। मैं केंद्रीय गृह मंत्रालय से आग्रह करता हूं कि इस तरह की घटना भविष्य में ना हो इसके लिए विशेष निर्देश जारी किए जाए।
सुखबीर बादल ने एक्स (ट्विटर) पर यह भी लिखा कृपाण पहनने के कारण एक गुरसिख को गुरुगाम के एक रेस्तरां में एंट्री नहीं दी गई। यह काफी परेशान करने वाली घटना है। इससे पता चलता है कि सिख धर्म के आस्था के प्रतीकों के बारे में और ज्यादा संवेदनशील बनाने की आवश्यकता है।
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