Gurugram Namaz Case: अवमानना याचिका पर शीघ्र सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट राजी, पूर्व राज्यसभा सदस्य ने दायर की है याचिका
पूर्व राज्यसभा सांसद मोहम्मद अदीब की याचिका पर सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट सहमत हो गया है। इस याचिका में मुसलमानों द्वारा जुमे की नमाज के संबंध में घटनाओं को रोकने में कथित विफलता के लिए हरियाणा के अधिकारियों के खिलाफ अवमानना कार्रवाई की मांग की गई है।
By Jp YadavEdited By: Updated: Mon, 31 Jan 2022 12:56 PM (IST)
नई दिल्ली/गुरुग्राम, आनलाइन डेस्क। गुरुग्राम में सार्वजनिक स्थलों पर नमाज पढ़ने के मामले को लेकर दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई के लिए तैयार हो गया है। दरअसल, गुरुग्राम में सार्वजनिक स्थलों पर नमाज पढ़ने का मामला कई महीने से चर्चा में हैं। इसको लेकर पूर्व राज्यसभा सदस्य मोहम्मद अदीब की याचिका पर सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट सहमत हो गया है। इस याचिका में मुसलमानों द्वारा जुमे की नमाज के संबंध में घटनाओं को रोकने में कथित विफलता के लिए हरियाणा के अधिकारियों के खिलाफ अवमानना कार्रवाई की मांग की गई है। इसको लेकर वरिष्ठ अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह ने मुख्य न्यायाधीश एन.वी. रमण की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष प्रस्तुत किया, यह केवल समाचार पत्रों की रिपोटरें पर आधारित नहीं है, हमने स्वयं शिकायत दर्ज की है।
बता दें कि पिछले चार महीने से खुले में नमाज पढ़ने को लेकर हिंदू संगठन विरोध कर रहे हैं। हालांकि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की घोषणा के बाद विरोध काफी हद तक थम गया है। मुख्यमंत्री ने खुले में नमाज पढ़ने पर रोक लगाने की बात कही है। इसके बाद से प्रशासन काफी सक्रिय हो गया है। इस बारे में सुशांत लोक इलाके में रह रहे राज्यसभा के पूर्व सदस्य मोहम्मद अदीब का कहना है कि जगह की कमी की वजह से ही समुदाय के लोग खुले में नमाज पढ़ते हैं। इसके लिए प्रशासन ने अनुमति दी थी। इसके बाद भी हिंदू संगठन के लोगों ने विरोध किया। इस पर रोक लगाने की जिम्मेदारी प्रशासन की थी लेकिन उसने जिम्मेदारी नहीं निभाई। इसे देखते हुए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी डालकर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उनका यह भी कहना है कि आबादी के हिसाब से मुस्लिम समुदाय को मस्जिद बनाने के लिए जमीन दी जाए। मजबूरी में समुदाय के लोग खुले में नमाज पढ़ते हैं।
उद्योग विहार में जताया विरोध
उद्योग विहार इलाके में खुले में नमाज पढ़ने का हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों ने विरोध जताया। सभी ने जय श्रीराम के नारे लगाए। साथ ही चेतावनी दी कि किसी भी हाल में खुले में नमाज नहीं पढ़ने दिया जाएगा। इस पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अलग जगह जाकर नमाज पढ़ी। सूचना मिलते ही इलाके के थाना प्रभारी इंस्पेक्टर नरेश कुमार दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने विरोध जताने वालों को समझा-बुझाकर भेज दिया। लेजर वैली मैदान में शुक्रवार को भी काफी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग नमाज पढ़ने के लिए पहुंचे। इसके अलावा जहां कहीं भी पहुंचे वहां से उन्हें अपनी जगह पर नमाज पढ़ने के लिए भेज दिया गया। वैसे अधिकतर लोगों ने मस्जिद, ईदगाह या फिर अपनी जगह पर ही नमाज पढ़ी। कहीं भी कानून व्यवस्था की स्थिति न बिगड़े, इसके लिए प्रशासन सक्रिय रहा।
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