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Tallest Hanuman Statue: गुजरात में लगेगी हनुमान जी की पीतल की सबसे बड़ी मूर्ति, हरियाणा में चार माह में हुई तैयार

नरेश कुमार ने बताया कि यह मूर्ति भगवान स्वामीनारायण जी के अनुयायियों के लिए तैयार की गई है। इस मूर्ति को टुकड़ों में मानेसर से गुजरात ले जाया जाएगा। मूर्ति तैयार कर ली गई है। बृहस्पतिवार को इस मूर्ति को सड़क परिवहन से अहमदाबाद भेजा जाएगा।

By Prateek KumarEdited By: Updated: Wed, 21 Sep 2022 06:35 PM (IST)
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25 टन वजनी इस मूर्ति को नरेश कुमार की टीम द्वारा ही वहां पर स्थापित किया जाएगा।

मानेसर, गुरुग्राम [गोविन्द फलस्वाल]। औद्योगिक क्षेत्र मानेसर में मूर्तिकार नरेश कुमार की तरफ से हनुमान जी की पंचधातू की गुजरात की सबसे बड़ी मूर्ति तैयार की गई है। यह मूर्ति करीब चार महीने में तैयार की गई है। इस मूर्ति को बनाने के लिए 25 टन पीतल का इस्तेमाल किया गया है। 54 फीट लंबी इस मूर्ति को गुजरात के अहमदाबाद के सोलनपुर स्थित सालंगपुरमें लगाया जाएगा। यह मूर्ति हनुमान जी की गुजरात में पहली इतनी बड़ी पंचधातू की मूर्ति होगी। इस मूर्ति को खास आर्डर पर तैयार किया गया है। नरेश कुमार ने बताया कि यह मूर्ति भगवान स्वामीनारायण जी के अनुयायियों के लिए तैयार की गई है। इस मूर्ति को टुकड़ों में मानेसर से गुजरात ले जाया जाएगा। मूर्ति तैयार कर ली गई है। बृहस्पतिवार को इस मूर्ति को सड़क परिवहन से अहमदाबाद भेजा जाएगा। 25 टन वजनी इस मूर्ति को नरेश कुमार की टीम द्वारा ही वहां पर स्थापित किया जाएगा। सोलनपुर में हवन और पूजा के बाद इस मूर्ति के दर्शन लोग कर सकेंगे। मूर्तिकार नरेश कुमार इससे पहले भी कई बड़ी मूर्तियां बना चुके हैं।

कौन हैं भगवान स्वामीनारायण जी

उत्तर प्रदेश के अयोध्या के पास छपिया में जन्मे घनश्याम पांडे ने स्वामीनारायण संप्रदाय की स्थापना की थी। भगवान स्वामीनारायण जी ने आठ साल की उम्र में जनेऊ धारण किया और अनेक शास्त्रों का अध्ययन कर लिया। इसके साथ ही गृह त्याग दिया और पूरे देश का भृमण किया। इस दौरान उन्हें देशभर में लोग नीलकंठवर्णी के नाम से जानने लगे थे। देशभर में भृमण के बाद वह गुजरात आ गए और यहां उन्होंने स्वामीनारायण संप्रदाय की स्थापना की। गुजरात में आज भी उनके संप्रदाय के लोग उन्हीं की नीतियों का पालन करते हैं। स्वामीनारायण संप्रदाय की तरफ से ही भगवान हनुमान जी की 54 फुट ऊंची मूर्ति बनवाई गई है। भगवान स्वामीनारायण जी के अनुयायियों ने ही दिल्ली के अक्षरधाम में सौ एकड़ में मंदिर बनवाया है। इस मंदिर में विश्वभर से लोग दर्शन करने के लिए आते हैं। अक्षरधाम मंदिर को गिनीज बुक आफ रिकार्डस में शामिल किया गया है और दुनिया के सबसे बड़े मंदिर का दर्जा दिया गया है।

गुरुवार को भेजा जाएगा गुजरात

स्वामीनारायण संप्रदाय की तरफ से भगवान हनुमान जी की देश की सबसे बड़ी मूर्ति तैयार करने का आग्रह किया था। इस पर लगातार कार्य किया और 54 फुट ऊंची 25 टन वजनी पीतल की मूर्ति तैयार कर ली गई है। इस मूर्ति को बृहस्पतिवार को गुजरात भेजा जाएगा। बुधवार को वर्षा के कारण नहीं भेज सके।

नरेश कुमार, मूर्तिकार

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