Tomato Price: दिल्ली-NCR में आसमान छू रहे टमाटर के दाम, लगभग आधे दाम पर बेच रही सरकार
टमाटर के भाव में काफी तेजी आई है। दुकानदार करीब डेढ़ सौ रुपये किलो तक टमाटर बेच रहे हैं। इस बीच केंद्र सरकार ने लोगों को कुछ राहत दी है। राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ (एनसीसीएफ) ने सोमवार को दिल्ली-एनसीआर के 50 स्थानों पर 65 रुपये प्रति किलो की रियायती दर पर टमाटर बेचा। अगले तीन से चार दिनों में टमाटर की कीमतें कुछ कम हो जाएंगी।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। टमाटर के भाव में काफी तेजी आई है। दुकानदार करीब डेढ़ सौ रुपये किलो तक टमाटर बेच रहे हैं। गुरुग्राम की बादशाहपुर मंडी में टमाटर की आवक भी कम हुई है। खांडसा मंडी में औसतन 5000 कैरेट टमाटर की आवक होती है। पिछले कई दिनों से यह आवक घटकर करीब 3000 कैरेट रह गई है।
इस एक कैरेट में करीब 25 किलो टमाटर होता है। टमाटर के दाम में बेतहाशा वृद्धि से गृहणियों का रसोई का बजट भी गड़बड़ा गया है। जिले में गुरुग्राम में खांडसा रोड पर बड़ी सब्जी मंडी है। इसके अलावा पटौदी, फरुखनगर, सोहना और बादशाहपुर में भी मंडी है।
खांडसा मंडी में स्थानीय किसानों की फसल की आवक कम होती है। इस मंडी में बाहर से ज्यादा सब्जियां आती हैं। सोहना, पटौदी और फरुखनगर की मंडियों में स्थानीय किसान ही अपनै सब्जी लेकर पहुंचते हैं। खांडसा मंडी के साथ-साथ इन मंडियों में भी सब्जियों के दामों में काफी बढ़ोतरी हुई है।
एनसीआर में 65 रुपये किलो एनसीसीएफ ने बेचा टमाटर
राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ (एनसीसीएफ) ने सोमवार को दिल्ली-एनसीआर के 50 स्थानों पर 65 रुपये प्रति किलो की रियायती दर पर टमाटर बेचा। सरकार की इस पहल का उद्देश्य टमाटर की कीमतों में हाल ही में हुई वृद्धि से उपभोक्ता को बचाना और बिचौलियों को होने वाले अप्रत्याशित लाभ पर अंकुश लगाना है।
उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे ने कृषि भवन में मोबाइल वैन और एनसीसीएफ खुदरा दुकानों के माध्यम से टमाटर की खुदरा बिक्री शुरू की। उन्होंने कहा, "हम टमाटर की कीमतों को कम करने की कोशिश कर रहे हैं। बाजार में इस तरह के हस्तक्षेप से अगले तीन से चार दिनों में टमाटर की कीमतें कम हो जाएंगी।
बयान में कहा गया है कि मंडियों में लगातार अच्छी मात्रा में आवक के बावजूद हाल के हफ्तों में टमाटर की खुदरा कीमतों में अनुचित वृद्धि देखी गई है। इससे लोगों को परेशानी होनी स्वाभाविक है। लोग इससे परेशान भी हैं।
आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों में लंबे समय तक मानसून की बारिश और उच्च आर्द्रता ने हाल के हफ्तों में गुणवत्ता संबंधी चिंताएं पैदा की हैं। उन्होंने कहा कि इस उच्च मांग वाले त्योहारी सीजन में मौजूदा मूल्य वृद्धि में बिचौलियों की संभावित भूमिका से इन्कार नहीं किया जा सकता है।
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