Move to Jagran APP

विश्व जल दिवस: लबालब होंगे सूख रहे तालाब, भूजल होगा रिचार्ज

नगर निगम क्षेत्र में सूख रहे तालाब अब लबालब होंगे। इसके लिए नगर निगम ने तालाबों की खोदाई और जीर्णोद्धार का कार्य शुरू कर दिया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 21 Mar 2022 06:37 PM (IST)Updated: Mon, 21 Mar 2022 06:37 PM (IST)
विश्व जल दिवस: लबालब होंगे सूख रहे तालाब, भूजल होगा रिचार्ज

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: नगर निगम क्षेत्र में सूख रहे तालाब अब लबालब होंगे। इसके लिए नगर निगम ने तालाबों की खोदाई और जीर्णोद्धार का कार्य शुरू कर दिया है। अप्रैल अंत या मई में तालाबों को संरक्षित करने का कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

बता दें कि तालाबों की जमीन पर कब्जे हो जाने के कारण काफी जगहों पर इनका दायरा सिमट गया है। कई जगह पर पानी की कमी के कारण तालाब सूख चुके हैं और काफी तालाबों में गंदा पानी भरा हुआ है। पिछले दिनों निगम ने तालाबों को बचाने के लिए योजना बनाई थी। तालाबों के साफ पानी से भरने के बाद भूजल रिचार्ज होने में भी मदद मिलेगी।

भूजल के अंधाधुंध दोहन के कारण भूजल स्तर भी लगातार गिरता जा रहा है। खांडसा, झाड़सा सहित कई गांवों में पुराने बोरवेल भी सूख चुके हैं। यहां तक कि पार्को में भी पेयजल के इस्तेमाल के कारण पानी की बर्बादी हो रही है। जीएमडीए और नगर निगम ने अब सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के शोधित पानी से पार्को में सिचाई की योजना बनाई है। ताऊ देवीलाल बाटेनिकल गार्डन सहित कई बड़े पार्को में सीवर के शोधित पानी का सिचाई के रूप में उपयोग कर पेयजल को बचाया जा रहा है। इन तालाबों के जीर्णोद्धार का कार्य हुआ शुरू

नगर निगम के एक्सईएन अमरजीत बिसला ने बताया कि सूरत नगर, दरबारीपुर, मैदावास, बादशाहपुर और मोहम्मदपुर झाड़सा में तालाब का कार्य शुरू कर दिया गया है। तालाबों की खोदाई की जा रही है। गाडौली कलां और गाडौली खुर्द के तालाबों का कार्य जल्द शुरू किया जाएगा। तालाबों को संरक्षित करने के लिए इनकी खोदाई, चारदीवारी निर्माण, फुटपाथ और पौधारोपण सहित कई अन्य कार्य किए जाएंगे। तालाबों के संरक्षित होने से लोगों को यहां पर टहलने की भी सुविधा मिलेगी।


This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.