Hisar News: 85 फीसदी सक्सेस रेट वाले 30 गांव को किया जाएगा टीबी फ्री घोषित, इस दिशा में जोरों-शोरों से हो रहा काम
Hisar News स्वास्थ्य विभाग की ओर से 85 प्रतिशत सक्सेस रेट वाले गांव को टीबी फ्री ग्राम पंचायत घोषित करने पर काम शुरु कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे 30 गांव की लिस्ट तैयार की हैं जिनमें से प्रत्येक गांव में 85 प्रतिशत टीबी मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। जिला प्रशासन उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेजेगी। चयनित गांवों और ग्राम पंचायत को सम्मानित भी किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, हिसार। स्वास्थ्य विभाग की ओर से 85 प्रतिशत सक्सेस रेट वाले गांव को टीबी फ्री(TB Free) ग्राम पंचायत घोषित करने पर काम शुरु कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने ऐसे 30 गांव की लिस्ट तैयार की हैं, जिनमें से प्रत्येक गांव में 85 प्रतिशत टीबी मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। इन गांवों की लिस्ट की फाइनल रिपोर्ट जिला प्रशासन को भेजी जाएगी। इस सप्ताह फाइनल रिपोर्ट तैयार कर जिला प्रशासन को भेजी जाएगी।
गांवों को टीबी फ्री ग्राम पंचायत किया जाएगा घोषित
जिला प्रशासन उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट भेजेगी। उच्च अधिकारियों के आदेशों पर चयनित किए गए गांवों को टीबी फ्री ग्राम पंचायत घोषित किया जाएगा। चयनित गांवों और ग्राम पंचायत को सम्मानित भी किया जाएगा। इन गांवों को लिस्ट में किया शामिल : स्वास्थ्य विभाग की ओर से आर्य नगर, मुकलान, देवा व हिसार-2 में आने वाले गांव गांधी नगर, हरिता, जुगलान, मिरकां, चारनौंद को शामिल किया है।
लिस्ट में शामिल किए गए ये गांव
इसके अलावा उकलाना के गांव शंकरपुरा, कुंभाखेड़ा, प्रेम नगर को भी लिस्ट में शामिल किया गया है। बरवाला के गांव फ्रांसी, देवीगढ़ पूनिया व गांव इशरहेड़ी भी विभाग की लिस्ट में शामिल किए गए हैं। नारनौंद के गांव मोठ, करनैल, कागसर व आदमपुर के गांव मिंगनीखेड़ा, जगान, तेलनवाली, कुतियावाली आदि गांव को इस लिस्ट में शामिल किया गया है।यह भी पढ़ें: School Reopening 2024: दिल्ली में शीतकालीन अवकाश के बाद आज से खुले स्कूल, हरियाणा और नोएडा में इस डेट से शुरू होंगी क्लासेज
हांसी के अंतर्गत आने वाले गांव रोशनखेड़ा, ढाणी गुजरान, ढाणी पीरान, ढाणी मेहंदा, देपल, मामनपुरा, लालपुरा, ढाणी सांकरी व भाटौल भी लिस्ट में शामिल किए गए है।
इन मानकों पर परखें जाएंगे गांव
ऐसे गांव जहां प्रति एक हजार लोगों पर टीबी के 30 टेस्ट जरूर किए गए हो।ऐसे गांव जहां एक वर्ष में प्रति एक हजार लोगों पर महज एक टीबी मरीज मिला हो।ऐसे गांव जिनमें 85 प्रतिशत टीबी मरीज उपचार लेकर स्वस्थ हो गए हो।
ऐसे गांव जहां डीबीटी स्कीम के तहत सभी टीबी मरीजों को पहली किश्त के रुप में एक हजार रुपये उनके बैंक खातों में जारी कर दिए गए हो।ऐसे गांव जहां टीबी का उपचार करवाने वाले सभी मरीजों को पोषण आहार किट उपलब्ध करवाने के लिए विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने उन्हें गोद ले लिया हो।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।