लोगों काे जीवन जीने का ज्ञान देने के लिए बहादुरगढ़ की डा. अंजू 16 सालों से बांट रहीं गीता
बहादुरगढ़ की रहने वाली योगाचार्य डा. अंजू अग्रवाल 16 सालों से सेलीब्रिटीज को श्रीमदभगवत गीता बांट रही हैं। अब तक वे 100 से ज्यादा सेलीब्रिटीज को गीता बांट चुकी हैं। हर साल इस्कान मंदिर से वे गीता मंगवाती हैं।
By Manoj KumarEdited By: Updated: Thu, 16 Dec 2021 08:50 AM (IST)
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: शहर के गोकुलधाम में रहने वाली योगाचार्य डा. अंजू अग्रवाल 16 सालों से सेलीब्रिटीज को श्रीमदभगवत गीता बांट रही हैं। अब तक वे 100 से ज्यादा सेलीब्रिटीज को गीता बांट चुकी हैं। हर साल इस्कान मंदिर से वे गीता मंगवाती हैं। अगर बीच में जरूरत पड़ जाए तो दोबारा भी मंगवा लेती हैं। उनकी ओर से गीता बांटने की निश्शुल्क सेवा 2005 से शुरू की गई थी। उसके पीछे डा. अंजू अग्रवाल का सिर्फ एक ही मकसद है कि वो ज्यादा से ज्यादा लोगों तक गीता का संदेश देना चाहती हैं ताकि लोगों का जीवन सार्थक हो सके।
डा. अंजू का मानना है कि गीता का ज्ञान जितने लोगों का मिलेगा उतने ही लोगों का जीवन सार्थक हो जाएगा। मूल रूप से दिल्ली निवासी डा. अंजू अग्रवाल बताती हैं कि मैंने 2005 में गीता बांटनी शुरू की थी। उसके बाद से लेकर अब तक लगातार जो भी सेलीब्रिटी उन्हें मिलता है वे उन्हीं को गीता भेंट करती हैं। सेलीब्रिटीज को गीता देने के पीछे डा. अंजू अग्रवाल तर्क देती हैं कि लोग सेलीब्रिटीज के जीवन का अनुसरण करते हैं।
ऐसे में अगर सेलीब्रिटीज गीता के श्लोकों के अनुसार अपना जीवन व्यतीत करेंगे तो उनका अनुसरण करते हुए आमजन भी अपना जीवन सार्थक बना पाएंगे। गीता के दो-चार श्लोक ही हमें जीवन जीने का सही सलीका बता देते हैं। अगर गीता के पूरे सार का अनुसरण करेंगे तो हमें न केवल ज्ञान का अनुभव होगा बल्कि हम दूसरों का जीवन जीने का सार्थक ज्ञान दे पाएंगे। संस्कृति के प्रचार के लिए मैं गीता बांटती हूं।
गीता ग्रंथ में हर समस्या का समाधान है। गीता के संदेश पूरी दुनिया में विख्यात है, इसलिए तो भारत को विश्व गुरु जाना जाता रहा है। हमारी संस्कृति में समाहित आदर्श और संस्कार भावी पीढ़ी को भी पौराणिक दृष्टि से हर कदम पर कुछ नया देते हैं।गीता ग्रंथ मानव मात्र के लिए प्रेरणा का स्त्रोत है और इसमें निहित ज्ञान और कर्म को अपनाने से ही व्यक्ति लाभान्वित होता है।उन्होंने कहा कि आज गीता को देश व विदेश में अलग पहचान मिली है जिससे हमें अपने प्राचीन संस्कृति और संस्कारों पर गर्व होता है। गीता व्यक्ति के जीवन के विपरित क्षणों का हल निकालने में हमेशा सहायक सिद्ध होती है। इस काम में उनके पति सुशील अग्रवाल भी उनका साथ दे रहे हैं।
बहादुरगढ़ के सेक्टर छह स्थित डीएवी स्कूल के प्रधानाचार्य राजदीप कुलश्रेष्ठ व वैश्य बीएड कालेज की प्राचार्या डा. आशा शर्मा ने बताया कि योगाचार्य डा. अंजू अग्रवाल की ओर से सेलीब्रिटी को गीता बांटकर काफी अच्छा कार्य किया जा रहा है। गीता के श्लोकों का अनुसरण करके लोग अपना ही नहीं बल्कि दूसरों का जीवन भी सार्थक कर सकते हैं।
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