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Asian Games 2023: एशियन गेम्स में चमके हिसार के खिलाड़ी, संजय की उपलब्धि को PM Modi ने सराहा

Asian Games 2023 एशियन गेम्स में हिसार के खिलाड़ी छा गए। भारतीय पुरुष हाकी टीम ने गोल्ड अपने नाम करके एक नया इतिहास रच दिया है। हिसार के गांव डाबड़ा के खिलाड़ी संजय ने टीम के स्वर्ण जीतने के सफर में सराहनीय रोल अदा किया। हिसार की पहलवान किरण गोदारा ने कुश्ती में कांस्य पदक जीतकर देश को सम्मान दिलाया।

By Pawan KumarEdited By: Mohammad SameerUpdated: Sat, 07 Oct 2023 05:30 AM (IST)
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एशियन गेम्स में चमके हिसार के खिलाड़ी (file photo)

जागरण संवाददाता, हिसार: एशियन गेम्स में भारतीय पुरुष हाकी टीम ने गोल्ड अपने नाम करके एक नया इतिहास रच दिया है। इतिहास रचने वाली इस भारतीय टीम में हिसार की स्टिक भी चमक उठी। हिसार के गांव डाबड़ा के खिलाड़ी संजय ने टीम के स्वर्ण जीतने के सफर में सराहनीय रोल अदा किया।

किसान परिवार में जन्म लेने वाले संजय ने गांव डाबड़ा में सात साल की उम्र में हाकी थाम ली थी। संजय के कोच राजेंद्र सिहाग ने बताया कि संजय की मेहनत रंग लाई है। संजय की खेल उपलब्धि को देश के प्रधानमंत्री ने भी सराहा और सम्मानित किया। संजय साल 2017 में भारतीय टीम में आ गया था।

स्कूली इंडिया टीम का कैप्टन रहा। इसके नेतृत्व टीम में गोल्ड जीता। इसके बाद जूनियर भारतीय हाकी टीम में खेलना शुरू किया। जर्मनी, मलेशिया और इंग्लैंड सहित करीब 10 देशों में अपनी स्टिक का जादू दिखाया। साल 2022 तक जूनियर भारतीय हाकी टीम में अहम भूमिका निभाई। संजय की जीत पर परिवार व कोच ने गांव में मिठाई बांटी। पटाखे जलाए और जीत का जश्न मनाया।

संजय डिफेंडर प्लेयर हैं

जन्म तिथि - 5 मई 2001 - खेल : जूनियर वर्ल्ड कप 2021 खेला। यूथ ओलिंपिक 2018 में सिल्वर पदक विजेता।

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अटैकिंग रणनीति से पहलवान किरण गोदारा ने जीता कांस्य

एशियन गेम्स में हिसार के खिलाड़ी शुक्रवार को छा गए। हिसार की पहलवान किरण गोदारा ने कुश्ती में कांस्य पदक जीतकर देश को सम्मान दिलाया। फ्री स्टाइल 76 किलोग्राम भारवर्ग में पहलवान किरण गोदारा की जीत का मंत्र उसकी अटैकिंग रणनीति रही। कोच विष्णुदास के मार्गदर्शन में किरण ने मंगोलिया की पहलवान अरियुंजरगल गनबत को पराजित कर देश को पदक दिलाया। किरण की जीत पर परिवार के सदस्यों ने एकजुट होकर जश्न मनाया।

अटैक की बजाय रक्षात्मक रणनीति के कारण गोल्ड से चूकी किरण

कोच विष्णु ने कहा कि विश्व विजेता जापान की पहलवान को हराने के बाद हमें उम्मीद थी कि किरण गोल्ड जीतेगी लेकिन सेमीफाइनल मुकाबले में किरण मैच के अंतिम पलों में अटैक की बजाय रक्षात्मक हो गई। जिस कारण उसे हार का सामना करना पड़ा। कांस्य पदक के लिए हुए मुकाबले में मैंने प्रतिद्वंद्वी का मैच देखकर बताया था कि पांव बचाना और आक्रामक खेलना। किरण ने वैसा ही किया और वह मैच जीत गई।

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