बहादुरगढ़ की बेटी ने रचा विश्व कीर्तिमान, World Book Of Records London में हुआ नाम दर्ज
बहादुरगढ़ की बेटी ने विश्व कीर्तिमान रचा है। कवियों पर कविता नाम से आनलाइन काव्य समारोह का 24 घंटे बिना रुके कार्यक्रम का आयोजन करने पर डा. ममता सैनी का नाम विश्व कीर्तिमान में स्थापित हुए World Book Of Records London में अपना नाम दर्ज करवाया है।
बहादुरगढ़, जागरण संवाददाता। बहादुरगढ़ के मस्जिद मोहल्ला की रहने वाली कवयित्री डा. ममता सैनी का नाम वर्ल्ड बुक आफ रिकार्ड्स लंदन में दर्ज हुआ है। ममता सैनी को यह विश्व कीर्तिमान उनके द्वारा 18 से 19 अप्रैल 2021 तक 24 घंटे लगातार बिना रुके कवियों पर कविता नाम से आनलाइन काव्य समारोह अखंड काव्यायन कार्यक्रम का आयोजन करने पर मिला है। वर्ल्ड बुक आफ रिकार्ड्स लंदन ने गत 15 सितंबर को डा. ममता सैनी को इसका प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया है। डा. ममता सैनी के नाम विश्व कीर्तिमान स्थापित होने से बहादुरगढ़ के लोगों व उनके स्वजनों में खुशी का माहौल है। डा. ममता फिलहाल अपने पति सीए राकेश सैनी व बच्चों के साथ तंजानिया में रहती हैं। वे तंजानिया के दार एस सलाम स्कूल में कंप्यूटर साइंस की टीचर हैं।
कविता लिखने और सुनने का शौक
बहादुरगढ़ के स्व. लाला राम सैनी व राममूर्ति सैनी की पुत्री डा. ममता सैनी को कई सालों से कविता लिखने और सुनाने का शौक है। तंजानिया में जाने के बाद उन्होंने हिंदी भाषा को बढ़ावा देने के लिए अंतरराष्ट्रीय काव्य प्रेमी मंच की स्थापना की और इस मंच से भारत ही नहीं दूसरे देशों के कविगण व साहित्यकारों को जोड़ा। डा. ममता सैनी बताती हैं मुझे हमेशा कुछ अलग करने की ललक रहती है। इसी वजह से मैंने सोचा कि क्यों ना आदिकाल से आधुनिक काल के उन महान कवियों पर ही कविता लिखी जाए। इसलिए उन्होंने अपने मंच के माध्यम से 157 कवियों को जोड़ा। इन कवियों से आदिकाल से लेकर आधुनिक काल के सुप्रसिद्ध कवियों के जीवन संघर्ष पर कविताएं लिखवाई गईं।
विश्व कीर्तिमान किया स्थापित
इन कविताओं को लेकर 18 अप्रैल 2021 को अखंड काव्यायन कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें 157 कवियों ने 24 घंटे तक नान स्टाप आनलाइन कार्यक्रम में अपनी-अपनी रचनाओं की प्रस्तुति दी। इस तरह के काव्य पाठ का यह अनोखा कार्यक्रम हुआ, जिसकी वजह से वर्ल्ड बुक आफ रिकार्ड्स लंदन द्वारा इसे विश्व कीर्तिमान में स्थापित किया गया है। इस कार्यक्रम में भारत सहित तंजानिया, केन्या, कतर, अमेरिका, बहरीन, इंडोनेशिया, इंग्लैंड, सिंगापुर, कनाडा, यूएई, नाइजीरिया, रूस, मारिशस, कुवैत आदि देशों के ख्यातिप्राप्त रचनाकारों ने प्रतिभागिता की थी। इस कार्यक्रम का आयोजन डा. ममता सैनी ने किया था। डा. ममता सैनी द्वारा आयोजित दो कार्यक्रमों पहली महिला और भारती के लाल को भी गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में विश्व कीर्तिमान का स्थान प्राप्त हुआ है।