केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल का Interview: बोले- राज्य में उसी दल की बनती है सरकार, जो केंद्र में करता है राज
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि हरियाणा में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा ने 10 साल में जितने काम किए हैं उतने बाकी सभी सरकारों के कार्यकाल को मिलाकर भी नहीं हुए। उन्होंने कहा कि भाजपा ने शुचिता का राज चलाया है और क्षेत्रवाद असमानता और जातिवाद को खत्म करते हुए हरियाणा एक-हरियाणवी की धारणा पर सरकार चलाई है।
अनुराग अग्रवाल, हिसार। हरियाणा में चुनावी रण तैयार हो चुका है। सभी दलों के नेता अपने-अपने दावों-प्रतिदावों और योजनाओं के आधार पर सत्ता में आने को प्रयासरत हैं। कांग्रेस को 10 साल बाद सत्ता में लौटने की उम्मीद है तो भाजपा को तीसरी बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनने का भरोसा है। प्रदेश में साढ़े नौ साल तक मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल को भाजपा ने राज्य के चुनावी रण में प्रचार के लिए उतारा हुआ है।
अब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्रिमंडल में ऊर्जा, आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय का दायित्व संभाले हैं। मुख्यमंत्री के तौर पर साढ़े नौ साल के कार्यकाल में मनोहर लाल ने भ्रष्टाचार रहित व्यवस्था, सुशासन, बिना पर्ची-बिना खर्ची के नौकरियां देने के जिस तरह के उदाहरण पेश किए, कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी उन्हें आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं।
मनोहर लाल का कहना है कि यह जनता की पुकार है कि राज्य में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनने जा रही है। कांग्रेस को प्रदेश की जनता हर हाल में सत्ता से दूर रखने का काम करेगी। केंद्रीय मंत्री एवं पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल से दैनिक जागरण के राज्य ब्यूरो प्रमुख अनुराग अग्रवाल ने विस्तृत बातचीत की।
सवाल- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तक सब दावा कर रहे हैं कि राज्य में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनेगी। आपकी भी यही राय है। इसकी कोई खास वजह?
जवाब- भाजपा के 10 साल के कार्यकाल में इतने काम हुए हैं, जितने बाकी सभी सरकारों के कार्यकाल को मिलाकर भी नहीं हुए। हमने शुचिता का राज चलाया। क्षेत्रवाद, असमानता और जातिवाद को खत्म करते हुए हरियाणा एक-हरियाणवी एक तथा सबका साथ-सबका विकास की धारणा को आत्मसात करते हुए सरकार चलाई।
हमने विकास में क्षेत्रवाद नहीं किया। यह काम कांग्रेस के राज में हुआ करता था। इसी से तंग हो लोगों ने कांग्रेस को सत्ता से बाहर किया था। हम दावे के साथ कह सकते हैं कि तीसरी बार भाजपा की सरकार आने वाली है।
सवाल- कांग्रेस भी राज्य में अपनी सरकार आने को लेकर आशान्वित है। उनके कई ऐसे वीडियो सामने आए, जिनमें वे कोटे के हिसाब से सरकारी नौकरियों के आवंटन का दावा तक कर रहे हैं?जवाब- हमारे और कांग्रेस के राज में यही फर्क है। दोनों दलों की मानसिकता में सोच का अंतर महसूस किया जा सकता है। हमने मैरिट और योग्यता के आधार पर सरकारी नौकरियां दी हैं। आरंभ में हमारी पार्टी के कई विधायक इस बात को लेकर नाराज भी हुए, लेकिन सबको साफ कह दिया था कि किसी भी योग्य अभ्यर्थी का हक नहीं मरने दिया जाएगा।
आप लिस्ट उठाकर देखिये, एक गरीब व्यक्ति, मजदूर, रिक्शा वाला और जूते ठीक करने वाले व्यक्ति तक के घर में सरकारी नौकरियां गई हैं। ऐसे लोग कांग्रेस के राज में पैसे का इंतजाम करते-करते बूढ़े हो जाते थे। हमने पर्ची और खर्ची के सिस्टम को बंद किया, कांग्रेस उसी सिस्टम को दोबारा वापस लाकर लूट व खसोट की सरकार बनाने का सपना पाल रही है।सवाल- कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष उदयभान भी अपने राजनीतिक क्षेत्र में पांच हजार नौकरियां देने का वादा कर रहे हैं?
जवाब- मैं यही तो कह रहा हूं कि सरकार के सपने पाल रहे इन लोगों ने अभी से नौकरियों के कोटे बांट लिए हैं। इनके बीच बंदरबांट की लड़ाई तेज हो चुकी है। सिर्फ उदयभान ही क्यों, इनके पूर्व विधायक नीरज शर्मा समेत कई नेताओं के वीडियो वायरल हो रहे हैं। कांग्रेस के राज में नौकरियों के रेट तय थे।जितनी बड़ी नौकरी, उतना बड़ा रेट। प्रदेश की जनता यह अच्छी तरह जान चुकी है कि यदि कांग्रेस के बहकावे और झूठे घोषणा पत्र के जाल में फंस गए तो फिर न केवल उनका, बल्कि पूरे राज्य का नुकसान ही नुकसान है।
सवाल- भाजपा के डबल इंजन सरकार के दावे पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सवाल उठाए हैं कि हम डिब्बे में एक्सप्रेस इंजन लगाएंगे?जवाब- कांग्रेस का हाल यह है कि पल्ले नहीं दाने और कांग्रेस चली भुनाने। प्रदेश का राजनीतिक इतिहास उठाकर देख लो। केंद्र में जिस भी दल की सरकार रही, हरियाणा में उसकी सरकार लोगों ने बनाई है। 77 साल के इतिहास में सिर्फ दो साल को यदि छोड़ दें, यानी 75 साल में केंद्र व राज्य में एक समान सरकारों ने काम किया है।
इसका जनता को फायदा भी मिलता है। केंद्र में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सरकार है और राज्य में नायब सिंह सैनी के नेतृत्व की सरकार फिर बनेगी। केंद्र की ओर से 10 सालों में कई हजार करोड़ रुपये का अनुदान अतिरिक्त मिला, जिसको प्रदेश के विकास में लगाया गया। एक्सप्रेस इंजन क्या वह हवा में लगाएंगे, जब केंद्र में मोदी की सरकार है।सवाल- भाजपा ने नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किया है, क्या कांग्रेस इससे डरी हुई है?
जवाब- हमारी मंशा साफ है। हमारी पार्टी ने एक गरीब घर के ओबीसी समाज के व्यक्ति को मुख्यमंत्री बनाया है। कांग्रेस में हर नेता मुख्यमंत्री है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सैलजा, रणदीप सुरजेवाला, बीरेंद्र सिंह हर रोज न जाने कितने नेता मुख्यमंत्री बनकर सोते हैं।मुख्यमंत्री बनने की चाह में तो कुछ नेताओं ने अपनी पार्टी की दलित नेता कुमारी सैलजा तक को नहीं बख्शा है। उन पर लगातार राजनीतिक हमले बोले जा रहे हैं। सैलजा भले ही कांग्रेस में हैं और हमारी उनके साथ दलगत भिन्नता हो सकती है, लेकिन हैं तो महिला। कांग्रेस में दलितों का उत्पीड़न चरम पर है।
पहले भी कांग्रेस में तत्कालीन दलित नेता अशोक तंवर के साथ मारपीट हुई थी। उसके कुछ नेताओं को दलितों से नफरत है। कांग्रेस को लगता है कि यदि उसने पहले अपने मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर दिया तो उनका बंटाधार पहले ही हो जाएगा। उनमें डर बना हुआ है।यह भी पढ़ें- Haryana Election: क्या है BJP की सबसे बड़ी ताकत? किस आधार पर सत्ता में लौटेगी; पढ़िए CM नायब सैनी का पूरा Interview
सवाल- कांग्रेस ने घोषणा पत्र में पेंशन बढ़ाने, दो लाख नौकरियां देने और 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने समेत कई वादे किए हैं। इन्हें कैसे देखते हैं?जवाब- कांग्रेस और इंडी गठबंधन में शामिल दलों के नेतृत्व वाली सरकारों का पूरा रिपोर्ट कार्ड आपके सामने है। हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में सरकारें ने एक भी वादा पूरा नहीं कर पाई हैं। हिमाचल प्रदेश की आर्थिक स्थिति बहुत अधिक खराब हो चुकी है। कर्मचारियों का वेतन तक देने के पैसे नहीं बचे हैं। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है, जहां भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है। दिल्ली व पंजाब की सरकारों के भ्रष्टाचार के उदाहरण किसी से छिपे नहीं हैं।बंगाल में ममता बनर्जी की सरकार भी जनविरोधी फैसले ले रही है। इसलिए मुफ्त के वादों और मुफ्त की घोषणाओं से प्रदेश की जनता को छला नहीं जा सकता। हमने करीब डेढ़ लाख सरकारी नौकरियां दी। 24 घंटे सभी गांवों में बिजली दी। आगे भी दो लाख नौकरियां देंगे। पेंशन को महंगाई सूचकांक से जोड़ा है।सवाल- लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने नायब सिंह सैनी को जिम्मेदारी सौंपी थी। इस बदलाव को कैसे देखते हैं?जवाब- हमारी पार्टी में स्वस्थ लोकतंत्र है। केंद्रीय नेतृत्व को जब जहां लगता है, उसी हिसाब से फेरबदल होता रहता है। हमारी पूरी पार्टी और उसके नेताओं का मंतव्य एक ही है, देश और प्रदेश की सेवा करना। सिर्फ दायित्व बदलता है।शीर्ष नेतृत्व ने मेरी केंद्र में उपयोगिता समझी और मुझे करनाल से सांसद बनाकर लोगों ने इस दायित्व को निभाने दिल्ली भेजा। छह माह में मुख्यमंत्री के तौर पर नायब सिंह का कार्यकाल भी देखा। लोगों ने उन्हें पसंद किया है।सवाल- भाजपा में टिकटों के आवंटन के बाद काफी दावेदारों की नाराजगी देखने को मिली। क्या चुनाव में भितरघात होने की कोई आशंका है? जवाब- इसी को स्वस्थ लोकतंत्र कहते हैं। हमारी पार्टी में टिकट प्राप्त करने के लिए कई योग्यवान चेहरे हैं, लेकिन टिकट चूंकि किसी एक को मिलना होता है, इसलिए बाकी मिलकर उसकी मदद करते हैं। थोड़ा बहुत गुस्सा और नाराजगी होना स्वाभाविक है, लेकिन हमने सभी को मना लिया है।सभी इस बात को स्वीकार कर रहे हैं कि टिकट किसी एक को ही मिलना होता है। फिलहाल राज्य में भाजपा का कोई नेता नाराज नहीं है और मिलकर पार्टी के उम्मीदवारों को जिताने के लिए काम कर रहे हैं।9. कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा दावा कर रहे हैं कि राज्य में चार लाख करोड़ रुपये का कर्ज हो चुका है, लेकिन प्रदेश के विकास में कर्ज की यह राशि कहीं दिखाई नहीं देती?जवाब- किसी भी राज्य की आर्थिक स्थिति उसकी प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश, हैप्पी इंडेक्स और बेरोजगारी दर से देखी जा सकती है। भाजपा सरकार ने हमेशा कर्ज अपनी सीमा में रहकर लिया है।केंद्र सरकार ने कर्ज लेने के मानक निर्धारित कर रखे हैं। हम कभी उससे ऊपर नहीं गये। हमेशा नीचे ही रहे और यह राशि सामाजिक सुरक्षा सेवाओं के साथ-साथ हमने ढांचागत विकास पर लगाई। राज्य पर सिर्फ ढाई लाख करोड़ रुपये का कर्ज है। जो लोग चार लाख करोड़ रुपये के खर्च का दावा कर रहे हैं, वह पूरी तरह से गलत है।राज्य में बेरोजगारी दर छह प्रतिशत के आसपास है, जो कि सामान्य है, लेकिन कांग्रेस इसे कभी 32 कभी 34 तो कभी 38 प्रतिशत बताती है। प्रदेश की जनता को बरगलाने का कांग्रेस का यह अभियान कभी सफल नहीं होगा।सवाल- कांग्रेस के कई बड़े नेता पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं। आप इसकी कोई खास वजह मानते हैं?जवाब- कांग्रेस में भूपेंद्र सिंह हुड्डा को अपने बेटे के अलावा कोई दूसरा दिखाई नहीं देता। वह कांग्रेस में किसी दूसरे नेता और किसी दूसरे समाज के कार्यकर्ता को आगे बढ़ता नहीं देखना चाहते। सिर्फ धोखे और बहकावे से ही कांग्रेस सत्ता में आती रही है।कांग्रेस छोड़कर आने वाले नेताओं ने मुझे बताया कि किस तरह से वहां परिवारवाद, जातिवाद और बंदरबांट हावी है। कांग्रेस के झूठ और झांसे की राजनीति को राज्य की जनता ठीक से जानती है।
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