चौंका देगा वेश्यावृत्ति का ये काला खेल, पीजी से भेजी जाती थीं लड़कियां, दो राज्यों में फैला था नेटवर्क
वेश्यावृत्ति के लिए पीजी से युवतियां भेजी जाती थीं। झांसे देकर लड़कियों को यूं अपने जाल में फंसा लिया जाता था। युवतियों को कार में लेकर ठिकाने पर ले जाते थे। फिर उसके साथ गंदा काम करवाया जाता था। इसके बदले उसे कमीशन मिलता था। जिस कार से लड़कियां भेजी जाती थीं उस कार को बरामद कर लिया गया है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर। पत्नी अंजना वर्मा पर फायरिंग व अवैध वसूली करने के आरोपित काला कबाड़ी उर्फ नरेश वर्मा से सेक्टर 17 थाना में दर्ज वेश्यावृत्ति के केस में प्रोडक्शन रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने उससे आई-20 कार बरामद की है। यह कार उसने अपने साथी इशरपुर निवासी अंकित को दे रखी थी। इस कार में ही काला कबाड़ी के पीजी से युवतियां व महिलाओं को वेश्यावृत्ति कराने भिजवाया जाता था।
यहां से हिमाचल प्रदेश के काला आंब, यमुनानगर व जगाधरी में वेश्यावृत्ति का धंधा चलाते थे। काला कबाड़ी प्रत्येक बुकिंग पर एक से दो हजार रुपये तक कमीशन लेता था। उसे पिछले दिनों एक महिला की बच्ची को बंधक बनाकर वेश्यावृत्ति कराने के मामले में गिरफ्तार किया गया था।
जांच वापस पहुंची जिला पुलिस के पास
काला कबाड़ी का नाम जब इन दोनों केसों में आया तो उसने अपने रसूख के दम पर जांच कुरुक्षेत्र ट्रांसफर करा ली थी। जहां से उसे क्लीन चिट मिल गई थी लेकिन अब काला कबाड़ी के पत्नी पर फायरिंग व अवैध वसूली में फंसने के बाद दोनों केसों को दोबारा से खोला गया है। कुरुक्षेत्र से दोनों केसों की फाइल यहां जिला पुलिस के पास पहुंच गई है।इसमें ही उसे प्रोडक्शन रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। आरोपित काला कबाड़ी की प्रापर्टी पर ढाई दिन तक जेसीबी चलाकर ढहाया गया। हालांकि उसके अधिवक्ता ने हाई कोर्ट से स्टे ले लिया लेकिन जब तक स्टे मिला। उसकी काफी प्रापर्टी तहस नहस हो चुकी थी।
इन केसों में फंसा है काला
सेक्टर 17 थाना पुलिस ने अक्टूबर 2023 में दिल्ली निवासी युवती की शिकायत पर वेश्यावृत्ति का केस दर्ज किया था। उसने शिकायत दी थी कि नहर कालोनी निवासी अंजलि ने नौकरी का झांसा देकर उसे बुलाया था। उसे बंधक बनाकर रखा। उसके साथ दुष्कर्म किया गया और उससे वेश्यावृत्ति भी कराई गई।किसी तरह से वह आरोपितों से बचकर निकली थी। इस मामले में केस दर्ज कर पुलिस ने तफ्तीश शुरू कर दी। जांच में सामने आया कि यह एक गिरोह है जो युवतियों व महिलाओं को नौकरी का झांसा देकर वेश्यावृत्ति कराता है।इस केस में पुलिस ने माडल कालोनी निवासी अंजिल चोपड़ा, लक्ष्मी गार्डन निवासी शमसेर सिंह, नहर कालोनी निवासी अंजलि, हिमाचल प्रदेश के कालाआंब निवासी सोनू, करेहड़ा खुर्द निवासी पवन उर्फ विक्की, भमनौली निवासी विकास, कैल निवासी संजय उर्फ मामा, चिट्टा मंदिर रोड निवासी अजय राणा उर्फ अमन, पंजेटो निवासी अभिनंदन उर्फ लक्की, इशरपुर निवासी राहुल सैनी उर्फ पव्वा व विशालनगर कालोनी निवासी रजत कुमार को गिरफ्तार किया था।
तफ्तीश में सामने आया था कि यह सभी काला कबाड़ी उर्फ नरेश वर्मा के साथ मिलकर वेश्यावृत्ति का धंधा करते थे। वहीं अक्टूबर माह में ही अर्जुननगर पुलिस चौकी की टीम ने तेजली स्टेडियम के पास काला कबाड़ी के मकान पर रेड की थी। इस मकान से इशरपुर निवासी अंकित को काबू किया गया था।उसके पास से चंडीगढ़ की एक युवती मिली थी। जिसने बताया कि उसे नौकरी का झांसा देकर यहां लाया गया और वेश्यावृत्ति कराई गई। इस केस में काला कबाड़ी को भी आरोपित बनाया गया था।
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