जानें कौन होगा मैरीकाम को हराने वाली हरियाणा की बॉक्सर पिंकी जांगड़ा का जीवनसाथी, आज सगाई
पिंकी जांगड़ा हिसार निवासी हैं। राष्ट्रपति से सम्मानित हो चुकी हैं तो छह बार की विश्व चैंपियन रही मुक्केबाज एमसी मैरीकाम को रिंग में चित कर चुकी हैं। मुक्केबाज़ पिंकी जांगड़ा शादी दिल्ली के योगेश शर्मा के साथ तय हुई है। आज हिसार में सगाई है।
By Manoj KumarEdited By: Updated: Sun, 06 Dec 2020 07:37 AM (IST)
हिसार, जेएनएन। देश की सर्वश्रेष्ठ 100 महिलाओं में चुनी जा चुकी, राष्ट्रपति से सम्मानित, छह बार की विश्व चैंपियन मुक्केबाज एमसी मैरीकाम को रिंग में चित कर चुकी हरियाणा के हिसार की मुक्केबाज़ पिंकी जांगड़ा शादी करने जा रही हैं। उनकी शादी दिल्ली के योगेश शर्मा के साथ तय हुई है।
2014 राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता पिंकी उस समय सुर्खियों में आई थीं जब राष्ट्रमंडल खेलों के लिए आयोजित ट्रायल में मैरीकाम को रिंग में हरा दिया था। पिंकी की मैरीकाम पर जीत ने रातों रात उन्हें सितारा बना दिया था। योगेश दिल्ली के रहने वाले हैं। वह गुरुग्राम स्थित बैंक आफ अमेरिका में प्रोजेक्ट मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। पिंकी ने बताया कि रविवार को हिसार में रिंग सेरिमनी है।पिंकी जांगड़ा एक मशहूर खिलाड़ी हैं और घुटने की चोट से उभरने के बाद पिंकी ने साउथ एशियन गेम्स में अपने पंच का दम दिखाया था। सेमीफाइनल मुकाबले में पाकिस्तान की खिलाड़ी अजिज राजिया को पराजित कर पिंकी ने फाइनल में जगह बनाई थी। चोटिल होने के कारण लंबे समय तक पिंकी खेल से दूर रही मगर पिछले कुछ समय से पिंकी ने कड़ी मेहनत कर खेल में शानदार वापसी की थी।
पिंकी जांगड़ा को ज्वांइट किलर के नाम से भी जाना जाता है। यही वजह है कि रिंग में उतरने वाली प्रतिद्वंदी खिलाड़ी पर पिंकी जांगड़ा का मानसिक दबाव पहले से ही बन जाता है। जो उसकी जीत में अहम भूमिका अदा करता है। आजाद नगर निवासी पिंकी जांगड़ा के पिता कृष्ण जांगड़ा सरकारी नौकरी से सेवानिवृत हैं और उनकी मां प्रेम देवी गृहिणी हैं।भाई को देखकर बॉक्सिंग रिंग में उतरीं थी पिंकी, फिर छूती गई आसमां
पिंकी का अमित जांगड़ा भी बॉक्सर रहा है। उसे बॉक्सिंग करते देख पिंकी की भी बॉक्सिंग करने की इच्छा जागी। पिंकी के भाई ने पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित किया मगर पिंकी ने बॉक्सिंग को ही चुन लिया। वे 14 साल की उम्र में रिंग में उतरी और बॉक्सिंग की शुरुआत कर दी फिर रूकने का नाम नहीं लिया। खेल में उसने कड़ी मेहनत की और एक के बाद एक जीत दर्ज करती चली गई। पिंकी ने खेल में कई शानदार उपलब्धियां हासिल कीं हैं हालांकि कुछ बड़े मुकाबले में निराशा भी उनके हाथ लगी मगर उन्होंन इससे कभी हार नहीं मानी और आगे बढ़ती गई, अब उनकी नजर ओलंपिक पर है।
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