Sonali Phogat Murder Case: तहसीलदार व BDPO के सामने CBI ने खुलवाया था डिजिटल लॉकर, मायके वालों ने लगाए ये आरोप
सोनाली फोगाट मर्डर मामले में नया मोड़ सामने आया है। इस मामले में सीबीआइ ने मास्टर पासवर्ड से सोनाली का डिजिटल लॉकर खोला था। इसको लेकर सोनाली के मायका वालों में उसके जीजा ने सीबीआइ पर इसकी जानकारी न देने के आरोप लगाया था। अब सोनाली के भाई रिंकू ने बताया की सीबीआई की टीम सोनाली के मकान में करीब 10 दिन पहले लॉकर के संबध में आई थी।
By Subhash ChanderEdited By: Shoyeb AhmedUpdated: Wed, 04 Oct 2023 12:17 PM (IST)
जागरण संवाददाता, हिसार। सोनाली फोगाट मर्डर मामले में सीबीआइ ने मास्टर पासवर्ड से सोनाली का डिजिटल लॉकर खोला था। इस मामले में सोनाली का मायका पक्ष भी सामने आया है। इससे पहले सोनाली के जीजा ने सीबीआइ पर जानकारी न देने के आरोप लगाए थे।
इस मामले में अब सोनाली के भाई रिंकू ने बताया कि सीबीआई की टीम सोनाली के संत नगर स्थित मकान में करीब 10 दिन पहले आई थी। सीबीआइ टीम में 4 से 5 लोग थे और साथ में हिसार जिला प्रशासन से तहसीलदार और बीडीपीओ शामिल थे। इसके अलावा वीडियोग्राफी की टीम और लॉकर खोलने के लिए भी लॉकर कंपनी से लोग थे।
सोनाली के भाई ने ये कहा
सोनाली के भाई रिंकू ने बताया कि कंपनी के लोगों ने डिजिटल लॉकर को मास्टर पासवर्ड लगाकर 30 सेकंड में ही खोल दिया था। हालांकि डिजिटल लॉकर में कुछ खास नहीं मिला है। रिंकू का कहना है कि इस मामले में आरोपित सुखविंद्र को हाईकोर्ट से जमानत मिली थी। इसे खारिज कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट में अपील करेंगे। वहीं दूसरे आरोपित की लोअर कोर्ट से मिली जमानत को खारिज कराने के लिए हाईकोर्ट में अपील करेंगे। गौरतलब है कि टिकटॉक स्टार और भारतीय जनता पार्टी नेता सोनाली फोगाट की 23 अगस्त 2022 को संदिग्ध परिस्थितियों में गोवा में मौत हुई थी।ये भी पढ़ें:- 64 वर्षीय बुजुर्ग को हनीट्रैप में फंसाने वाली महिला गिरफ्तार, ब्लैकमेल करके ठगे थे 22 लाख, 5 बीघा जमीन
जीजा और बहन ने लगाया था सीबीआइ पर आरोप
इससे पहले सोनाली फोगाट की बहन रुकेश और जीजा अमन पूनिया ने बताया था कि सीबीआई इस मामले में उनका कोई सहयोग नहीं कर रही है न ही उनके फोन उठा रही है न ही केस के बारे में कोई बात की है। बताया कि सोनाली के मर्डर के बाद वह गोवा में गया था।उस दौरान भी गोवा पुलिस का कोई सहयोग नहीं मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद ही 302 का पर्चा दर्ज किया था। गोवा पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट होकर हरियाणा के मुख्यमंत्री सहित केंद्र सरकार से सीबीआई जांच की मांग की थी। लेकिन बीते कुछ दिनों से सीबीआई उससे व उसकी पत्नी रुकेश से दूरी बनाए हुए हैं।
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