Chhath Puja 2021, Kharna Vrat and Puja vidhi: महाभारत काल से हुई छठ पूजा की शुरुआत, आज होगा खरना
Chhath Puja 2021 Kharna Vrat and Puja vidhi आस्था के महापर्व छठ पूजा को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह है। छठ पूजा में चार दिनों तक बिना खाए पीए व्रत रखा जाता है। इसका विशेष महत्व है। हरियाणा में भी छठ पूजा को लेकर तैयारियां जोरों पर है।
जागरण संवाददाता, हिसार : Chhath Puja 2021, Kharna Vrat and Puja vidhi आस्था के महापर्व छठ पूजा को लेकर पूर्वांचलवासियों के अलावा प्रदेशवासियों में भी छठ पूजा को लेकर उत्साह है। सोमवार को पूर्वांचल के लोगों ने नहाय खाय के साथ छठ महापर्व पर छठ पूजा महोत्सव की आयोजन किया। शहर में विभिन्न स्थानों पर छठ पूजा की गई। भाजपा पूर्वांचल प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सुजीत कैमरी ने कहा कि प्रकोष्ठ 10 नवंबर को पूरे प्रदेश में जिला स्तर पर छठ पूजा महोत्सव का आयोजन कर रहा है।
पूर्वांचल जन कल्याण संगठन समिति के प्रधान विनोद साहनी व महासचिव मुरलीधर पाण्डेय ने कहा कि पूर्वांचल समाज के लोगों ने लोक आस्था के पर्व के उपलक्ष्य में सरोवरों व नदियों में स्नान किया व सूर्य को अर्घ्य दिया। अनुष्ठान के दूसरे दिन नौ नवम्बर को खरना करेंगे। 10 नवम्बर को छठ पर्व के मुख्य दिन जिंदल पार्क, मिल गेट स्थित जिंदल सरोवर में अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को त्रिवेणी के जल से अर्घ्य दिया जाएगा। 11 नवम्बर को प्रात: उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर महापर्व सम्पन्न हो जाएगा।
भाजपा पूर्वांचल प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सुजीत कैमरी ने कहा कि भाजपा पूर्वांचल प्रकोष्ठ ने सभी हरियाणा वासियां को छठ पूजा में भाग लेने के लिए निमंत्रण दिया है। छठ पूजा हर वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है। इस पर्व की शुरूआत महाभारत काल से हुई है। उन्होंने बताया कि छठ पूजा बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में मनाए जाने वाला एक विशेष त्योहार है। यह त्योहार नहाय खाय के साथ आरम्भ हुआ है। इस समय महिलाएं 36 घंटे निर्जला व्रत रखती हैं। पूरे उत्साह के साथ महिलाएं छठी मैय्या की पूजा करती हैं। यह त्योहार से कई मान्यताओं से जुड़ी हुई है। महिलाएं अच्छी फसल, परिवार की सुख-समद्धि, संतान की दीर्घायु केलिए व्रत रखती हैं। वर्ष 2021 में छठ पूजा 8 नवंबर से शुरू हो रहा है। इसके अगले दिन यानी 9 नवंबर को दिन खरना, 10 नवंबर को सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा और अंत में 11 नवंबर की सुबह सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही यह पर्व समाप्त हो जाएगा।
पूर्वांचल जन कल्याण संगठन समिति के प्रधान विनोद साहनी व महासचिव मुरलीधर पाण्डेय ने बताया छठ पूजा के दूसरे दिन खरना करेंगे। 10 नवम्बर को छठ पर्व के मुख्य दिन मिलगेट क्षेत्र के जिंदल पार्क स्थित जिंदल सरोवर में अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को त्रिवेणी के जल से अर्घ्य दिया जाएगा। इस अवसर पर हरियाणा की पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल मुख्यातिथि के रूप में भाग लेंगी। उसके अलावा एचएसवीपी प्रशासक आईएएस अधिकारी राजेश कुमार, मेयर गौतम सरदाना, सीनियर डिप्टी मेयर अनिल सैनी मानी, बरवाला के विधायक जोगीराम सिहाग, पार्षद अनिल जैन, मा. जयप्रकाश, डा. उमेद खन्ना, मनोहर लाल वर्मा, भूप सिंह रोहिल्ला सहित समाजसेवी व जनप्रतिनिधि भाग लेंगे।
आज व्रती करेंगे खरना मंगलवार को व्रती गंगा एवं अन्य जलाशयों में स्नान करने के बाद भगवान सूर्य को जल अर्पित करेंगे। सायंकाल के समय घरों में हवन एवं पूजा-पाठ करेंगे। खरना का प्रसाद मिट्टी के चूल्हे पर आम की लकड़ी से साठी-चावल दूध और गुड़ से तैयार किया जाएगा। प्रसाद को सूर्य देव को भोग लगाकर ग्रहण किया जाएगा। इसके बाद बुधवार के दिन 48 घंटे तक अन्न-जल ग्रहण नहीं करेंगे।