भिवानी के सरकारी स्कूलों में वाले बच्चे जानेंगे ब्रह्मांड का रहस्य, हरियाणा सीएम करेंगे एस्ट्रोनामी लैब का शुभारंभ
भिवानी की कल्पना चावला एस्ट्रोनॉमी लैब में बच्चे टेलीस्कॉप के द्वारा वायु मंडल चांद तारों को देख सकेंगे। बच्चे टिमटिमाते तारों के बारे में नई-नई जानकारी हासिल करेंगे। एक लैब मेें चार टेलीस्कॉप की सुविधा मुहैया करवाने की योजना है।
By Naveen DalalEdited By: Updated: Thu, 24 Feb 2022 01:39 PM (IST)
भिवानी, जागरण संवाददाता। भिवानी में सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चे भी ब्रह्मांड का रहस्य जान सकेंगे। इसके लिए जिला प्रशासन ने महत्वाकांक्षी योजना को अमलीजामा पहनाया है। जिला मुख्यालय पर राजकीय माडल संस्कृति स्कूल और, राजकीय कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल तथा कस्बा बवानीखेड़ा के राजकीय माडल संस्कृति स्कूल में एस्ट्रोनामी लैब तैयार करवाई है। राजकीय माडल संस्कृति स्कूल में कल्पना चावला एस्ट्रोनामी लैब तथा कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल में डा. विक्रम साराभाई के नाम से एस्ट्रोनामी लैब तैयार करवाई गई है।
हरियाणा में सरकारी स्कूलों में इस तरीके का यह पहला और अनूठा प्रयासउल्लेखनीय है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी बच्चों का साइंटिफिक टेंपरामेंट बढ़ाने पर जोर है। आमतौर पर विशेषकर सरकारी स्कूली बच्चे सामान्य पाठ्यक्रम तक ही सीमित रह जाते हैं। ऐसे बच्चों की संख्या नाममात्र है, जो ऐसे स्कूलों में शिक्षा हासिल कर रहे हों, जहां पर स्पेस साईंस से संबंधित उच्च स्तर शिक्षा हासिल हो, लेकिन जिला प्रशासन द्वारा भिवानी के बच्चों के लिए ऐसी व्यवस्था की गई है, ताकि गरीब से गरीब घर का बच्चा भी ब्रह्मांड के रहस्य के बारे में जानकारी हासिल कर सके, जिससे उसकी नॉलेज बढ़े और जीवन में नई ऊंचाइयां छू सके। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल 27 फरवरी को राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल में स्थापित एस्ट्रोनॉमी लैब का शुभारंभ करेंगे, जो मुख्यमंत्री के भिवानी के कार्यक्रमों में प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के कार्यक्रम के चलते स्कूल के प्रांगण को सजाया व संवारा जा रहा है।
जानकारी से बच्चों का नीरसपन भी होगा दूर
एस्ट्रोनॉमी लैब में बच्चे टेलीस्कॉप के द्वारा वायु मंडल, चांद, तारों को देख सकेंगे। बच्चे टिमटिमाते तारों के बारे में नई-नई जानकारी हासिल करेंगे। एक लैब मेें चार टेलीस्कॉप की सुविधा मुहैया करवाने की योजना है। इससे बच्चों का महत किताबी ज्ञान से हटकर एक तरह से नीरसपन भी दूर होगा और बच्चों में रोचकता बढ़ेगी। सामान्य ज्ञान बढऩे से बच्चों में प्रतिस्पधा की भावना भी विकसित होगी।
लैब में बच्चों को मिलंगे ब्रह्मांड के रहस्यों से संबंधित सवालों के जवाब
आमतौर पर बच्चों के मन में ब्रह्मांड के बारे में अनेक सवाल होते हैं। एस्ट्रोनामी लैब में बच्चों को ऐसे हर सवालों के जवाब मिलेंगे। इसके लिए लैब में 25 वर्किंग माडल होंगे, जिससे बच्चे जान सकेंगे कि आसमान का रंग नीला क्यों हैं। तारे क्यों चमकते हैं। चांद और सूरज कहां छिप जाते हैं। या फिर रात के समय आसमान काला क्यों दिखाई देता है।
लैब स्थापित करने के तीन मुख्य उद्देश्य रहे हैं-21वीं सदी के भारत में सभी छात्रों के अंदर अंतरिक्ष के व्यावहारिक ज्ञान के जरिए उत्सुकता जाग्रत करना।-छोटी उम्र से ही सभी बच्चों में साइंटिफिक टेम्पर विकसित करना।-टेलीस्कोप के माध्यम से सौर मंडल के अन्य ग्रहों को पास से देखना और उनके चित्र कैमरे में कैद करना।
एस्ट्रोनॉमी लैब बच्चों के ज्ञानवर्धन मील का पत्थर साबित होगी। इससे बच्चे वे सारे सवालों का जवाब जानेंगे, जो चांद-सितारों व उपग्रहों को लेकर उनके मन में होते हैं। बवानीखेड़ा स्कूल में सीएसआर फंड से लैब स्थापित करवाई गई है। भिवानी मुख्यालय पर शिक्षा विभाग द्वारा लैब स्थापित करवाई गई है। जिले के स्कूलों में इस योजना को अमलीजामा पहनाने का जिम्मा मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी गौरव सिरोही को दिया गया है, जो वे बखूबी निभा रहे हैं।
----आरएस ढिल्लो, उपायुक्त।
स्पेस इंजीनियर्स बनने की भी प्रेरणा मिलेगीविश्व प्रसिद्ध स्पेस एंटरप्रेन्योर एलन मस्क से समान्य नागरिकों और बच्चों के बीच ब्रह्मांड की शिक्षा ले जाने को प्रेरणा मिली है। आज जब हम मंगल ग्रह पर जीवन तलाशने की संभावनाएं देख रहे हैं तो बहुत जरूरी है कि हमारे बच्चों को इन विषयों को जानकारी हो। इन लैबों के माध्यम से बच्चों को एस्ट्रोनॉट बनने और स्पेस इंजीनियर्स बनने की भी प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नए हरियाणा के सपने को साकार करने में साइंस की शिक्षा पे जोर रहेगा और ये प्रोयोगशालाएं उस तरफ बढ़ता हुआ कदम है।
----गौरव सिरोही, मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी
डीसी आरएस ढिल्लो, एसपी अजीत सिंह शेखावत और एडीसी राहुल नरवाल ने किया लैब का निरीक्षणइस बारे में जिला शिक्षा अधिकारी अजीत सिंह श्योराण ने बताया कि उपायुक्त आरएस ढिल्लो के प्रयासों व सोच से ही एस्ट्रोनॉमी लैब स्थापित की जा रही हैं। सरकारी स्कूलों में पढने वाले सामान्य घरों के बच्चे भी स्पेश साईंस की जानकारी प्रेक्टिकल के तौर पर ले सकेंगे।
जिला प्रशासन ने किया लैब का निरीक्षण
डीसी आरएस ढिल्लो, एसपी अजीत सिंह शेखावत और एडीसी राहुल नरवाल ने राजकीय माडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल में तैयार की गई लैब का निरीक्षण किया और तैयारियों को अंतिम रूप प्रदान करने को लेकर जरूरी निर्देश दिए। इस लैब का मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा 27 फरवरी को शुभारंभ किया जाएगा, जो उनके कार्यक्रम में प्रस्तावित है। इस दौरान नगराधीश विजय कुमार यादव, सीएमजीजीए गौरव सिरोही, डीईओ अजीत सिंह शेखावत, स्कूल प्राचार्या सविता घणघस व नंदगाव स्कूल प्राचार्य युद्धवीर, कोच सत्यवान नागिल, सतेंद्र व विनय कुमार आदि स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।
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