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Haryana Election 2024: कुमारी सैलजा की नाराजगी दूर, राहुल गांधी के हस्तक्षेप के बाद कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने सुलझाया विवाद

Haryana Assembly Election 2024 हरियाणा कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर चल रहे विवाद के बीच कुमारी सैलजा को मना लिया गया है। राहुल गांधी ने मल्लिकार्जुन खरगे को सैलजा को मनाने की जिम्मेदारी सौंपी थी। खरगे ने सैलजा को सीएम के चेहरे के रूप में उनके नाम पर चर्चा करने का भरोसा दिलाया। इसके बाद सैलजा प्रचार के लिए तैयार हुईं।

By Jagran News Edited By: Prince Sharma Updated: Tue, 24 Sep 2024 09:55 PM (IST)
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दूर हुए गिल शिकवे, राहुल गांधी ने दूर की सैलजा की नाराजगी; खरगे ने सुझाया विवाद
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा कांग्रेस में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर विवाद के चलते प्रचार अभियान से दूर चल रहीं कांग्रेस महासचिव और सांसद कुमारी सैलजा को मना लिया गया है।

टिकट बंटवारे में अनदेखी, विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने देने और आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर नाराज चल रही सैलजा को मनाने के लिए राहुल गांधी ने मल्लिकार्जुन खरगे को जिम्मेदारी सौंपी थी।

बगैर CM का चेहरा घोषित किए चुनाव लड़ रही कांग्रेस 

खुद मोबाइल पर मैसेज भेजकर उन्हें पार्टी अध्यक्ष से मिलने को कहा। खरगे ने सैलजा को सीएम के चेहरे के रूप में उनके नाम पर चर्चा करने का भरोसा दिलाया। तब सैलजा प्रचार के लिए तैयार हुईं। फिलहाल कांग्रेस बाकी राज्यों की तरह हरियाणा में भी सीएम का चेहरा घोषित किए बगैर चुनाव लड़ रही है।

अब वह गुरुवार को नरवाना से कांग्रेस उम्मीदवार के लिए प्रचार करेंगी। दरअसल, हरियाणा कांग्रेस ने राहुल और प्रियंका गांधी के दौरों का जो शेड्यूल तैयार किया था, उसमें सैलजा-सुरजेवाला समर्थकों के नाम नहीं थे। इस पर भी सैलजा ने आपत्ति जताई। फिर प्रचार कार्यक्रम दोबारा बनाया गया।

राहुल 26 सितंबर को पहुंचेंगे असंध

अब राहुल 26 सितंबर को सबसे पहले सैलजा समर्थक के लिए वोट मांगने असंध पहुंचेंगे। माना जा रहा है कि राहुल ने सैलजा का मान रखने और उनकी नाराजगी दूर करने के लिए ही असंध से प्रचार अभियान की शुरुआत करने पर सहमति जताई है।

सैलजा के साथ हुड्डा भी चुनाव प्रचार के दौरान राहुल के साथ होंगे। हरियाणा कांग्रेस में सीएम के चेहरे को लेकर विवाद किसी से छिपा नहीं है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी सैलजा अपने को मुख्यमंत्री पद का दावेदार मान रहे हैं। सैलजा के लिए मुश्किल यह कि टिकट वितरण में हुड्डा बाजी मार ले गए हैं, जो 89 में से 72 टिकट अपने समर्थकों को दिलाने में सफल रहे।

कुमारी सैलजा को मिलीं सिर्फ 10 सीटें

समर्थकों के लिए 30 से 35 सीटें मांगने वाली सैलजा के हाथ केवल 10 सीटें लगीं। यहां तक कि वह अपने बेहद करीबी डॉ. अजय चौधरी को भी टिकट नहीं दिलवा सकीं।

वंचित वर्ग से मुख्यमंत्री के रूप में उनकी दावेदारी को सीएम के लिए लड़ी जा रही कांग्रेस पार्टी की आंतरिक लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है। हरियाणा में सैलजा बड़ा दलित चेहरा हैं। प्रदेश में 17 विधानसभा सीटें आरक्षित हैं। करीब 21 विधानसभा सीटें हैं, जहां कुमारी सैलजा प्रभाव रखती हैं।

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