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हरियाणा की अंतरराष्‍ट्रीय शूटर मनु भाकर का देसी अंदाज, गाय से दूध दुह रही हैं आजकल

अंतरराष्‍ट्रीय निशानेबाज मनु भाकर आजकल देसी अंदाज में नजर आ रही है। वह हरियाणा में झज्‍जर में अपने घर पर चाची की मदद से गाय से दूध दुहती हुई नजर आ रही हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Mon, 10 Aug 2020 07:18 AM (IST)
हरियाणा की अंतरराष्‍ट्रीय शूटर मनु भाकर का देसी अंदाज, गाय से दूध दुह रही हैं आजकल
झज्जर, [अमित पोपली]। हरियाणा की अंतरराष्ट्रीय शूटर मनु भाकर आजकल देसी अंदाज में नजर आ रही हैं। दरअसल वह ग्रामीण परिवेश से जुड़ी जिंदगी को जीने का कोई मौका नहीं चूकतीं। कोरोना के कारण लॉकडाउन और अनलॉक तक के समय में लंबे समय तक मनु को परिवार के साथ समय बिताने का मौका मिला है। इसका इस्‍तेमाल उन्‍होंने ग्रामीण पृ‍ष्‍ठभूमि से जुड़े रोजमर्रा के काम सीखे। आजकल वह अपनी देसी गाय से दूध दुहती नजर आ रही हैं। इसका वीडियो उन्‍हाेंने सोशल मीडिया पर अपलोड किया है। यह खूब वायरल हाे रहा है।

अंतरराष्ट्रीय शूटर मनु भाकर घर पर रहकर कर रहीं कड़ा अभ्यास

सोशल मीडिया पर भी खासा सक्रिय रहने वाली मनु ने पिछले दिनों पेड़ से अमरूद तोडऩे, खेतों में ट्रैक्टर चलाने, घुड़सवारी करने, पेंटिंग करने सहित मास्क आदि तैयार करने की वीडियो डाली है। ट्विटर पर अपलोड की गई मनु की ताजा वीडियो में गांव गोरिया में अपनी चाची नीलम के साथ गाय का दूध दुहती हुई दिखाई दे रही हैं। वीडियो को ट्विटर पर शेयर करते हुए मनु भाकर ने लिखा- देशां म्ह देश हरियाणा, जित दूध दही का खाना। जय जवान, जय किसान।' इस वीडियो व टिप्‍पणी को लोग खूब पसंद कर रहे हैैं।

ग्रामीण परिवेश से जुड़ी जिंदगी को जीने का नहीं चूक रहीं कोई मौका, ध्यान केंद्रित करने में मिल रही मदद

दिन में मनु करीब एक घंटा योग करती हैैं। घर पर रहकर छह से सात घंटे के कड़े अभ्यास के अलावा पेंटिंग के लिए जरूर समय निकाल रही हैैं। परिवार के साथ जब खेत में जाने का मौका मिलता है तो कतई नहीं चूकतीं। मनु के मुताबिक, कोरोना काल की इन विषम परिस्थितियों में भी कड़ी ट्रेनिंग कर रही हैैं। ध्यान केंद्रित करने के लिए जो भी जरूरी होता है, वह किया जा रहा है।

वह कहती हैं, योग एवं ध्यान के अलावा खेती-किसानी से जुड़े कार्य करने से आत्मिक शांति प्राप्त होती है। दिन के समय में मां सुमेधा भाकर और चाची नीलम के साथ खेत में जाने का मौका मिला। गाय के लिए खुद चारा लेकर आए। जबकि, कुछ दिन पहले भाई अखिल के साथ ट्रैक्टर चलाया था। पेड़ से अमरूद तोडऩा हो या घुड़सवारी करना। दरअसल, सभी कार्यों को खुद करने में खास संतोष मिलता है। परिवार के लोग विशेष स्नेह रखते हैं।

उन्‍होंने कहा, मेरी हर छोटी बात को प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाता है। ऐसे में जब खुद कोई नया कार्य करती हूं तो उन्हें भी अच्छा लगता है। बेशक ही नए कार्यों को करने से मानसिक और शारीरिक समस्याओं से निपटने में मदद मिलती है। खास तौर पर जब आप ध्यान लगाते हो तो आप मानसिक रूप से भी काफी मजबूत होते हैं, जो कि खेल के लिए भी काफी अच्छा है।

आदर्श बेटी की तरह व्यवहार करती हैं मनु : सुमेधा भाकर

मां सुमेधा भाकर कहती हैैं कि मनु हमेशा एक आदर्श बेटी की तरह व्यवहार करती है। परिवार के साथ आज जब खेत में गए तो वहां से गाय के लिए चारा भी खुद लेकर आए। मनु की चाची नीलम ने उसे दूध दुहना सिखाने में मदद भी की है।

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