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पैसा खूब बरसा, फिर भी हिसार के ये ड्रीम प्रोजेक्ट रह गए अधूरे; डेयरी शिफ्टिंग से लेकर स्लाटर हाउस का काम नहीं हुआ पूरा

हिहिहिप्रदेश सरकार ने हिसार के विकास को रफ्तार देने के लिए करोड़ों रुपये बरसाए। बावजूद इसके मौजूदा शहर की सरकार के कई ड्रीम प्रोजेक्ट (Hisar) पूरे नहीं हो पाए। डेयरी शिफ्टिंग प्रोजेक्ट से लेकर स्लाटर हाउस शुरु करने तक का काम पूरा नहीं हो पाया। शहर की सरकार का 8 जनवरी 2024 को कार्यकाल समाप्त होगा ऐसे में अब अगली शहर की सरकार में ही ये प्रोजेक्ट धरातल पर आएंगे।

By Pawan Kumar Edited By: Preeti Gupta Updated: Thu, 04 Jan 2024 09:42 AM (IST)
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पैसा खूब बरसा, फिर भी हिसार के ये ड्रीम प्रोजेक्ट रह गए अधूरे (फोटो-सोशल मीडिया)

जागरण संवाददाता, हिसार। Hisar Development Project:  प्रदेश सरकार ने हिसार के विकास को रफ्तार देने के लिए करोड़ों रुपये बरसाए। बावजूद इसके मौजूदा शहर की सरकार के कई ड्रीम प्रोजेक्ट (Hisar Dream Project) पूरे नहीं हो पाए।

शहर की सरकार की मंशा थी कि इनको जल्द पूरा किया जाए लेकिन कहीं समय की कमी, कभी बेहतरीन प्लानिंग का न होना, तो कहीं ज्यादा काम के बीच अफसरों की लेटलतीफी प्रोजेक्ट्स पर भारी पड़ी।

डेयरी शिफ्टिंग प्रोजेक्ट समेत प्रोजेक्ट नहीं हुए पूरे

डेयरी शिफ्टिंग प्रोजेक्ट से लेकर स्लाटर हाउस शुरु करने तक का काम पूरा नहीं हो पाया। जबकि इन प्रोजेक्ट पर शहर की सरकार के गठन के बाद 19 जुलाई 2019 को हुई पहली हाउस की बैठक से नौ बार हुई हाउस की बैठक में चर्चा हुई है।

फिर भी ये सिरे नहीं चढ़े। इसके अलावा न शहर आवारा पशुओं से मुक्त हो पाया। शहर की सरकार का 8 जनवरी 2024 को कार्यकाल समाप्त होगा ऐसे में अब अगली शहर की सरकार में ही ये प्रोजेक्ट धरातल पर आएंगे।

ये बड़े प्रोजेक्ट अधूरे

डेयरी शिफ्टिंग प्रोजेक्ट: 29 दिसंबर 2014 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने डेयरी शिफ्टिंग प्रोजेक्ट की घोषणा की थी। शहर की सरकार ने 19 जुलाई 2019 को अपनी पहली हाउस की बैठक में इस प्रोजेक्ट पर चर्चा की थी।

इसके लिए जीएलएफ की 50 एकड़ जमीन भी चिह्नित की लेकिन काम की गति इतनी धीमी रही है कि आज भी यह प्रोजेक्ट अधूरा है। अभी तक डेयरियों का ढांचा ही खड़ा हुआ है।

सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट अबतक जमीन तलाश रहे

सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट : 29 दिसंबर 2014 को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट की घोषणा की थी। इस प्रोजेक्ट के लिए तब से लेकर आज तक शहर की सरकार जमीन ही तलाश रही है।

वर्तमान में साल 2024 में इस प्रोजेक्ट को सिरे चढ़ाने लिए नगर निगम प्रशासन ने गांव बीड बबरान में 55 एकड़ भूमि चिह्नित की है। फिलहाल मौजूदा समय में गांव ढंढूर के पास करीब 16 एकड़ में निगम का कचरा डंप हो रहा है।

बिल्डिंग होने के बावजूद  स्लाटर हाउस प्रोजेक्ट नहीं हुआ पूरा

स्लाटर हाउस : शहर में जगह-जगह 100 से अधिक अवैध मीट की दुकानें है। जो कई छोटी छोटी मार्केट में है। नगर निगम प्रशासन ने लगाम लगाने के लिए स्लाटर हाउस शुरु करने की प्लानिंग की थी। शहर की सरकार ने इस प्रोजेक्ट पर अधिक ध्यान केंद्रित नहीं किया, जिस कारण अफसरों की इसके प्रति सुस्त व लापरवाह कार्यप्रणाली रही।

जिस कारण बिल्डिंग होने के बावजूद स्लाटर हाउस शुरु नहीं हाे पाया। इसके अलावा शहरी स्थानीय निकाय विभाग हरियाणा (यूएलबी) ने जीएलएफ की 15 एकड़ 2 कनाल 5 मरले भूमि पर मीट मार्केट के प्रोजेक्ट पर सहमति भी दी। यह प्रोजेक्ट अभी तक कागजों में ही है।

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शहर की सरकार ने की नौ साधारण बैठकें, 4979 रखे एजेंडे

शहर की सरकार ने जनवरी 2019 को शपथ ग्रहण कर शहर के विकास की बागडोर संभाली थी। निगम प्रशासन के अनुसार पहली साधारण सभा की बैठक 19 जुलाई 2019 को हुई। अब तक नौ बैठकें हो चुकी हैं।

18 अक्टूबर 2023 को नौवीं साधारण सभा की बैठक हुई। इन सभाओं में शहर की सरकार ने विकास के 4979 एजेंडे रखे हैं।

हिसार के मेयर ने क्या कहा? 

डेयरी शिफ्टिंग प्रोजेक्ट और सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के लिए हमने जगह चिह्नित की है। स्लाटर हाउस शुरु नहीं हुआ हो पाया। हमारे कार्यकाल में शहर में काफी विकास कार्य हुए है। इसमें पार्कों की सूरत बदली, सड़कें बनी, जलघरों की सफाई करवाई व क्षमता बढ़ाई। - गौतम सरदाना, मेयर, हिसार।

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