पैसा खूब बरसा, फिर भी हिसार के ये ड्रीम प्रोजेक्ट रह गए अधूरे; डेयरी शिफ्टिंग से लेकर स्लाटर हाउस का काम नहीं हुआ पूरा
हिहिहिप्रदेश सरकार ने हिसार के विकास को रफ्तार देने के लिए करोड़ों रुपये बरसाए। बावजूद इसके मौजूदा शहर की सरकार के कई ड्रीम प्रोजेक्ट (Hisar) पूरे नहीं हो पाए। डेयरी शिफ्टिंग प्रोजेक्ट से लेकर स्लाटर हाउस शुरु करने तक का काम पूरा नहीं हो पाया। शहर की सरकार का 8 जनवरी 2024 को कार्यकाल समाप्त होगा ऐसे में अब अगली शहर की सरकार में ही ये प्रोजेक्ट धरातल पर आएंगे।
जागरण संवाददाता, हिसार। Hisar Development Project: प्रदेश सरकार ने हिसार के विकास को रफ्तार देने के लिए करोड़ों रुपये बरसाए। बावजूद इसके मौजूदा शहर की सरकार के कई ड्रीम प्रोजेक्ट (Hisar Dream Project) पूरे नहीं हो पाए।
शहर की सरकार की मंशा थी कि इनको जल्द पूरा किया जाए लेकिन कहीं समय की कमी, कभी बेहतरीन प्लानिंग का न होना, तो कहीं ज्यादा काम के बीच अफसरों की लेटलतीफी प्रोजेक्ट्स पर भारी पड़ी।
डेयरी शिफ्टिंग प्रोजेक्ट समेत प्रोजेक्ट नहीं हुए पूरे
डेयरी शिफ्टिंग प्रोजेक्ट से लेकर स्लाटर हाउस शुरु करने तक का काम पूरा नहीं हो पाया। जबकि इन प्रोजेक्ट पर शहर की सरकार के गठन के बाद 19 जुलाई 2019 को हुई पहली हाउस की बैठक से नौ बार हुई हाउस की बैठक में चर्चा हुई है।
फिर भी ये सिरे नहीं चढ़े। इसके अलावा न शहर आवारा पशुओं से मुक्त हो पाया। शहर की सरकार का 8 जनवरी 2024 को कार्यकाल समाप्त होगा ऐसे में अब अगली शहर की सरकार में ही ये प्रोजेक्ट धरातल पर आएंगे।
ये बड़े प्रोजेक्ट अधूरे
सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट अबतक जमीन तलाश रहे
बिल्डिंग होने के बावजूद स्लाटर हाउस प्रोजेक्ट नहीं हुआ पूरा
यह भी पढे़ें- ग्रामीण परिवारों को CM मनोहर का तोहफा, 8 साल से 29 लाख लोगों का बकाया पानी बिल माफ; 374.28 करोड़ राशि का करना था भुगतान
शहर की सरकार ने की नौ साधारण बैठकें, 4979 रखे एजेंडे
हिसार के मेयर ने क्या कहा?
डेयरी शिफ्टिंग प्रोजेक्ट और सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के लिए हमने जगह चिह्नित की है। स्लाटर हाउस शुरु नहीं हुआ हो पाया। हमारे कार्यकाल में शहर में काफी विकास कार्य हुए है। इसमें पार्कों की सूरत बदली, सड़कें बनी, जलघरों की सफाई करवाई व क्षमता बढ़ाई।
यह भी पढे़ें- Haryana News: भारतवंशी परिवार की अमेरिका में हुई मौत की सुलझी गुत्थी, मृतक दिल्ली के रहने वाले; हरियाणा था ससुराल