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फिर दिल्ली आ रहे किसान: पिछले आंदोलन ने हिला दी थी पंजाब-हरियाणा की अर्थव्यवस्था, हुआ था करोड़ों नुकसान; पढ़ें ये स्पेशल रिपोर्ट

साल 2021 में हुए किसान आंदोलन से पंजाब और हरियाणा सरकारों को 3500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। अभी आंदोलन की भरपाई हो भी नहीं पाई थी कि किसानों ने फिर राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान कर दिया है। जिससे एक बार फिर आर्थिक नुकसान का खतरा मंडराने लगा है। किसानों को पंजाब में रोकने के लिए सीमावर्ती जिलों में पुलिस प्रशासन ने कई लेयर में सुरक्षा व्यवस्था की है।

By Jagran News Edited By: Preeti Gupta Updated: Sun, 11 Feb 2024 02:23 PM (IST)
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पिछले आंदोलन ने हिला दी थी पंजाब-हरियाणा की अर्थव्यवस्था
जागरण टीम, हिसार। Farmers Protest: साल 2020-21 में तीन कृषि सुधार कानूनों को लेकर पिछले आंदोलन से पंजाब और हरियाणा सरकारों को 3,500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। इस आंदोलन की अभी तक भरपाई नहीं हो पाई है। इसी बीच किसान संगठनों की ओर से एक बार फिर दिल्ली चलो के आह्वान से एक बार फिर आर्थिक नुकसान का खतरा मंडराने लगा है।

किसान हड़ताल से राज्यों की अर्थव्यवस्थाओं को करोड़ों का नुकसान

उधर, भारतीय वाणिज्य और उद्योग मंडल (एसोचैम) के अनुसार, किसान आंदोलन के दौरान पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्थाओं को प्रतिदिन 3,500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। यही नहीं, अकेले उत्तर रेलवे को इस आंदोलन के कारण 891 करोड़ रुपये के राजस्व और 2,200 करोड़ रुपये की कुल कमाई का नुकसान हुआ था।

किसानों की हड़ताल से हरियाणा के उद्यमियों की बढ़ी चिंता

अब पंजाब के संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के सिद्धूपुर गुट ने 13 फरवरी को दिल्ली कूच का आह्वान किया है। इससे हरियाणा के उद्यमी भी एक बार फिर चिंतित हो गए हैं। हालांकि किसानों को पंजाब में रोकने की कवायद शुरू करते हुए सीमावर्ती जिलों में पुलिस प्रशासन ने कई लेयर में सुरक्षा व्यवस्था की है।

सिरसा के डबवाली में पैरामिलिट्री फोर्स तैनात

सिरसा में कुल 14 कंपनियां पहुंचीं। डबवाली में पंजाब के साथ लगती दो सीमाओं पर चार कंपनियों को तैनात किया गया। राजस्थान के अजमेर, जयपुर, हरियाणा के सोनीपत, कैथल, पंजाब के जालंधर से अर्द्धसैनिक बलों की नौ कंपनियां अकेले डबवाली पुलिस जिला में पहुंच गई हैं। छह कंपनियां डबवाली शहर में तैनात रहेंगी। प्रशासन ने सिरसा के घग्गर पुल को वन वे कर दिया।

शंभु टोल बंद होने से 70 लाख राजस्व का नुकसान

शनिवार को ही शंभू बार्डर को बंद कर दिया गया। शंभू टोल प्लाजा भी अब आगामी आदेशों तक बंद रहेगा। टोल प्लाजा बंद होने से सरकार को रोजाना करीब 70 लाख रुपये के राजस्व का नुकसान होगा।

पंजाब से दिल्ली वाया अंबाला कूच करने वाले किसानों को पंजाब में ही रोकने के लिए आठ लेयर सुरक्षा व्यवस्था कर दी गई है। इसमें सबसे पहले सरियों की कीलों वाली लेयर बनाई गई है।

7 फुट ऊंची कंकरीट की दीवार, रेडिमेड कंकरीट की दीवार, सरिए, कीलों वाली लेयर, कटीले तार के अलावा करंट की व्यवस्था भी कर दी है।

पंजाब की सीमाएं सील कर सड़कों पर गाड़ी कील

फतेहाबाद जिला प्रशासन ने पंजाब के साथ लगती सभी सीमाओं को पूरी तरह सील कर दिया गया है। सडक़ों में कील तक गाड़ दी गई। सीमेंट को पिलर्स को क्रेन से उठाकर सडक़ों के बीचोंबीच रख दिया गया।

टोहाना से पंजाब व चंडीगढ़ को जाने वाले हाईवे 148बी मार्ग पर थ्री लेयर बैरिकेड्स क्रंकीट की दीवार, मिट्टी के ऊंचे ढेर तथा बड़े-बड़े पत्थरों को मार्ग डाला गया है। हाईवे 148बी मार्ग पर मनियाना सहित गांव सिंबलवाला को भी सील कर दिया है।

हिसार रोड पर दो नहरों के पुलों के दोनों ओर क्रकीट की दीवार व बैरिकेड्स लगाकर पूरी तरह से बंद कर दिया है। जिसके चलते अब हिसार, बरवाला व उकलाना से आने वाले वाहनों को लिंक मार्गो से होकर आना पड़ेगा।

सोनीपत के सरपंच और उद्योगपतियों ने की अपील

सोनीपत से गुजरने वाले एनएच 44 तथा दूसरी महत्वपूर्ण सड़कों पर नाके लगाए गए हैं। उद्योगपति एसोसिएशन कुंडली के महासचिव धीरज चौधरी, राई इंडस्ट्रीज एरिया के अध्यक्ष राकेश देवगन ने किसानों से संयम रखने की अपील की।

उन्‍होंने कहा क‍ि किसानों को भी किसान आंदोलन ने बहुत क्षति पहुंचाई। पिछली बार औद्योगिक क्षेत्र को बहुत नुकसान उठाना पड़ा था। वहीं, प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए 250 पत्थर के बेरिकैड्स सिंघु बार्डर के लिए मंगवाए गए।

कैथल में 15 पुलिस नाकों पर है नजर, कंटेनर रख बंद किए रास्ते

सुरक्षा बल की पांच टुकड़ी गुहला-चीका में पंजाब से आने वाले किसानों को आगे नहीं जाने के लिए तैनात की गई। कैथल को पंजाब से जोड़ने वाले सभी मुख्य मार्ग बंद कर दिए हैं। रास्तों पर पत्थरों के बड़े-बड़े बेरिकेड और लोहे के कंटेनर लगा दिए हैं।

अर्धसैनिक बलों की पांच कंपनियां तैनात

जींद में पंजाब से आने-जाने के लिए हरियाणा के दो मुख्य बॉर्डर हैं। गांव दातासिंह वाला बॉर्डर, महासिंह वाला बॉर्डरों को प्रशासन द्वारा पूरी तरह से सील कर दिया गया है। प्रशासन ने गांव दातासिंह वाला बॉर्डर के पास एक तरफ की सड़क को टैंट के पर्दों से पूरी तरह ढक दिया है।

कंटीली तार व सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। वहीं गांव उझाना के पास सिरसा ब्रांच नहर पर पानी की पाइप व सीमेंट के बैरिकेड्स लगाकर एक तरफ रास्ता बंद कर दिया गया है। रोडवेज की 20 बस अर्धसैनिक बलों को देने से कई रूट प्रभावति रहे।

किसान संगठनों के समर्थन में उतरी आम आदमी पार्टी

हरियाणा आप के प्रधान डॉ. सुशील गुप्ता ने कहा कि केंद्र सरकार को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के वादे की याद दिलाने के लिए किसान दिल्ली जाना चाहते हैं। परंतु किसानों के दिल्ली कूच को कुचलने की तैयारी प्रदेश सरकार ने कर ली है। वहीं, तृतीय श्रेणी पदों की भर्ती का मामला फिर हाई कोर्ट पहुंचने पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा ने सवाल उठाए हैं।

रूट डायवर्ट एडवाइजरी जारी 

सभी मार्ग व्यवसायिक वाहनों के लिए बंद पुलिस ने भारी वाहन चालकों के लिए रूट एडवाइजरी जारी की है। 13 फरवरी से प्रस्तावित किसान संगठनों द्वारा दिल्ली कूच के आह्वान के संबंध में पुलिस ने ट्रक चालकों के लिए एडवाइजरी जारी की है। हरियाणा से गुजरते हुए पंजाब, चंडीगढ़ को जाने वाले सभी मार्ग व्यवसायिक वाहनों के लिए रविवार से बंद रहेंगे।

16 फरवरी को राष्ट्रव्यापी हड़ताल में जुटे किसान

किसान, मजदूर और कर्मचारी संगठन 16 फरवरी को राष्ट्रव्यापी हड़ताल की तैयारी में जुट गए हैं। शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा, केंद्रीय श्रमिक संगठनों और कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने ऑनलाइन बैठक कर हड़ताल की रणनीति बनाई।

किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष इंद्रजीत सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसान संगठन, ट्रेड यूनियन सीटू, इंटक, एटक, एमएमएस, एआइयूटीयूसी से जुड़े सभी मजदूर संगठनों, खेत मजदूर संगठनों, सर्व कर्मचारी संघ, हरियाणा कर्मचारी महासंघ व अन्य कर्मचारी संगठनों से जुड़े पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया।

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हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी करेंगे चक्का जाम

संगठन नेताओं ने कहा कि हड़ताल और ग्रामीण बंद को लेकर 12 फरवरी तक सभी जिलों में संयुक्त कनवेंशन होंगी। 13 से 15 फरवरी तक गांव व शहर की कॉलोनियों में शाम को मशाल जुलूस निकाले जाएंगे। 15 फरवरी को दिन में शहरों में मोटरसाइकिल जुलूस निकाले जाएंगे।

हरियाणा रोडवेज कर्मचारी तालमेल बनाकर हड़ताल का फैसला करके रोडवेज का चक्का जाम करेंगे। इसके अलावा आटो, कैंटर, ट्रक, टैक्सी ड्राइवर भी हिट एंड रन कानून के खिलाफ 16 को चक्का जाम करेंगे। किसान सब्जी मंडी व दूध की सप्लाई बंद करेंगे। इसके लिए व्यापारिक संगठनों, आढ़ती यूनियनों, सब्जी मंडी एसोसिएशन से भी संपर्क साधा जा रहा है।

डीजीपी ने लिया जायजा

पंजाब के किसान संगठनों के 13 फरवरी को दिल्ली कूच को रोकने के लिए पुलिस और प्रशासन युद्ध स्तर पर तैयारियां कर रही है। शनिवार को डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने खुद सुरक्षा व्यवस्था को जांचा। करीब 50 पुलिस बल और पैरामिलिट्री कंपनी को बुला गया। अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा में रविवार से इंटरनेट सेवा बंद करने के साथ ही सीमाओं को सील कर दिया है।

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