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संकट में अन्नदाता: गेहूं का बीज व डीएपी खरीदने में छूट रहे पसीने, खाद के लिए लगानी पड़ रही लंबी-लंबी लाइन

यमुनानगर में किसानों को धान बेचने के साथ-साथ गेहूं का बीज और डीएपी खरीदने में भी परेशानी हो रही है। खरीद केंद्रों पर लाइनें लगनी शुरू हो गई हैं लेकिन बीज और डीएपी की कमी के कारण किसानों को परेशान होना पड़ रहा है। कृषि विभाग व्यवस्था बनाने में जुटा है लेकिन किसानों की मांग है कि मंडी स्तर पर भी खरीद केंद्र खोले जाएं।

By Jagran News Edited By: Sushil Kumar Updated: Sun, 27 Oct 2024 03:58 PM (IST)
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संकट में अन्नदाता: गेहूं का बीज व डीएपी खरीदने में छूट रहे पसीने।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर। धान बेचने के साथ-साथ अब गेहूं का बीज व डीएपी खरीदने के लिए भी किसानों के पसीने छूट रहे हैं। खरीद केंद्रों पर लाइनें लगनी शुरू हो गई हैं, हालांकि बीज अधिकारी बीज का पर्याप्त स्टाक होने की बात कह रहे हैं, लेकिन खरीद केंद्र कम होने के कारण किसानों को परेशानी झेलनी पड़ रही है।

उधर, विभाग के पास डीएपी नाममात्र है। पैक्स भी लगभग खाली है और निजी विक्रेताओं के पास भी नाममात्र ही है। क्योंकि जितना खाद पहुंच रहा है, उतना ही साथ के साथ उठ रहा है।

कृषि एवं किसान कल्याण विभाग व्यवस्था बनाने में जुटा है। बता दें कि जिले में करीब एक लाख हेक्टेयर में गेहूं की बिजाई का लक्ष्य है। बीते वर्ष यह करीब 90 हजार हेक्टेयर था। इस बार लक्ष्य भी बढ़ाया गया है।

यह है डिमांड

जिले में डीएपी खाद की डिमांड करीब 14 हजार एमटी है। इन दिनों करीब एक हजार एमटी खाद का स्टाक है। पैक्स की बात की जाए तो अधिकांश खाली हैं। जबकि 40 प्रतिशत डीएपी पैक्स को उपलब्ध करवाना जरूरी होता है।

क्योंकि ऐसे किसानों की संख्या कम नहीं है जो पैक्स से खाद खरीदना मुनासिब समझते हैं। यहां उनको उधार मिल जाता है। जबकि निजी से यदि खरीदें तो मोटा ब्याज अदा करना पड़ता है। बीज की बात की जाए तो करीब सीजन में करीब 15 हजार एमटी की डिमांड रहती है।

हरियाणा बीज विकास निगम के अधिकारियों के मुताबिक बीज का स्टाक पर्याप्त है। बीज के लिए यह खरीद केंद्र विभागीय जानकारी के मुताबिक जिले में जगाधरी, रादौर, औद्योगिक क्षेत्र यमुनानगर व लेदी में हरियाणा बीज विकास निगम के खरीद केंद्र हैं।

इन मांगों को लेकर डीसी से मिलेंगे किसान

शनिवार को इन खरीद केंद्रों से गेहूं का बीज मिलना शुरू हो गया है। पहले दिन सभी केंद्रों पर लाइनें लगी रही हैं। शनिवार औद्योगिक केंद्र स्थित खरीद केंद्र खुला रहा। किसान 327 व 1150 किस्म को अधिक पसंद कर रहे हैं।

मंडी स्तर पर हों खरीद केंद्र भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष संजू गुंदियाना का कहना है कि सीजन में हरियाणा बीज विकास निगम द्वारा मंडी स्तर पर खरीद केंद्र खोले जाने चाहिए। खरीद केंद्रों की संख्या सीमित होने के कारण सीजन में किसानों को परेशानी झेलनी पड़ती है।

यदि किसान को मंडी स्तर पर बीज मिल जाए तो उनको निजी दुकानों से महंगा बीज खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी। निजी विक्रेता मनमाने दामों पर बीज बेचते हैं। खरीद केंद्रों की संख्या बढ़ाए जाने की मांग को लेकर किसान डीसी से मिलेंगे।

हरियाणा बीज विकास निगम के पास गेहूं का पर्याप्त बीज है। जिले के सभी खरीद केंद्रों पर करीब 17 हजार क्विंटल उपलब्ध है। रेट फाइनल न होने के कारण किसानों को परेशानी झेलनी पड़ी है। सभी खरीद केद्रों पर व्यवस्थित तरीके से गेहूं का बीज उपलब्ध करवाया जा रहा है। किसान धैर्य बरतें। प्रत्येक किसान को गेहूं का बीज उपलब्ध करवाया जाएगा।

- एसपी सिंह, मैनेजर, हरियाणा, बीज विकास निगम।

डीएपी खाद की पर्याप्त उपलब्धता को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। 3200 एमटी का एक रेक जल्दी पहुंचेगा। संबंधित अधिकारियों से बात हो गई है। पैक्स केंद्रों पर भी डीएपी उपलब्ध करवाया जा रहा है। करीब एक हजार एमटी हमारे पास पड़ा है। हालांकि यह कम है, लेकिन व्यवस्था बनाने के लिए प्रयासरत हैं।

-सतीश कुमार, एपपीओ, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग।

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