संकट में अन्नदाता: गेहूं का बीज व डीएपी खरीदने में छूट रहे पसीने, खाद के लिए लगानी पड़ रही लंबी-लंबी लाइन
यमुनानगर में किसानों को धान बेचने के साथ-साथ गेहूं का बीज और डीएपी खरीदने में भी परेशानी हो रही है। खरीद केंद्रों पर लाइनें लगनी शुरू हो गई हैं लेकिन बीज और डीएपी की कमी के कारण किसानों को परेशान होना पड़ रहा है। कृषि विभाग व्यवस्था बनाने में जुटा है लेकिन किसानों की मांग है कि मंडी स्तर पर भी खरीद केंद्र खोले जाएं।
यह है डिमांड
इन मांगों को लेकर डीसी से मिलेंगे किसान
शनिवार को इन खरीद केंद्रों से गेहूं का बीज मिलना शुरू हो गया है। पहले दिन सभी केंद्रों पर लाइनें लगी रही हैं। शनिवार औद्योगिक केंद्र स्थित खरीद केंद्र खुला रहा। किसान 327 व 1150 किस्म को अधिक पसंद कर रहे हैं।मंडी स्तर पर हों खरीद केंद्र भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष संजू गुंदियाना का कहना है कि सीजन में हरियाणा बीज विकास निगम द्वारा मंडी स्तर पर खरीद केंद्र खोले जाने चाहिए। खरीद केंद्रों की संख्या सीमित होने के कारण सीजन में किसानों को परेशानी झेलनी पड़ती है। यदि किसान को मंडी स्तर पर बीज मिल जाए तो उनको निजी दुकानों से महंगा बीज खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी। निजी विक्रेता मनमाने दामों पर बीज बेचते हैं। खरीद केंद्रों की संख्या बढ़ाए जाने की मांग को लेकर किसान डीसी से मिलेंगे।हरियाणा बीज विकास निगम के पास गेहूं का पर्याप्त बीज है। जिले के सभी खरीद केंद्रों पर करीब 17 हजार क्विंटल उपलब्ध है। रेट फाइनल न होने के कारण किसानों को परेशानी झेलनी पड़ी है। सभी खरीद केद्रों पर व्यवस्थित तरीके से गेहूं का बीज उपलब्ध करवाया जा रहा है। किसान धैर्य बरतें। प्रत्येक किसान को गेहूं का बीज उपलब्ध करवाया जाएगा।
- एसपी सिंह, मैनेजर, हरियाणा, बीज विकास निगम।
डीएपी खाद की पर्याप्त उपलब्धता को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। 3200 एमटी का एक रेक जल्दी पहुंचेगा। संबंधित अधिकारियों से बात हो गई है। पैक्स केंद्रों पर भी डीएपी उपलब्ध करवाया जा रहा है। करीब एक हजार एमटी हमारे पास पड़ा है। हालांकि यह कम है, लेकिन व्यवस्था बनाने के लिए प्रयासरत हैं।
-सतीश कुमार, एपपीओ, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग।