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Hisar: भ्रूण लिंग जांच के गिरोह का पर्दाफाश, 88 हजार में की डील; PNDT टीम ने जाल बिछाकर आरोपियों को पकड़ा

हिसार में स्वास्थ्य विभाग की पीएनडीटी टीम ने भ्रूण लिंग जांच करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया। आरोपितों ने बोगस ग्राहक बनी महिला से भ्रूण लिंग जांच के लिए पहले 75 हजार और बाद में 88 हजार मांगे। लेकिन एडवांस में 32500 रुपये लेने के बावजूद लिंग जांच नहीं की। बाद में आरोपित रुपये लौटाने आए तो पीएनडीटी टीम ने पुलिस के साथ मिलकर इन्हें काबू कर लिया।

By Jagran NewsEdited By: Preeti GuptaUpdated: Sun, 02 Jul 2023 10:36 AM (IST)
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हिसार में भ्रूण लिंग जांच के गिरोह का पर्दाफाश
हिसार, जागरण संवाददाता। हिसार में भ्रूण लिंग की जांच कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। स्वास्थ्य विभाग की पीएनडीटी टीम ने भ्रूण लिंग जांच करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। टीम ने गहन जांच के बाद ऋषि नगर स्थित विनायक अस्पताल के संचालक डॉ. राजन ठकराल, पवन चहल, रमेश दलाल और सोनू दलाल के साथ अन्य पर भी सिटी थाना में केस दर्ज करवाया है।

32500 लिए एडवांस

इन आरोपितों ने बोगस ग्राहक बनी महिला से भ्रूण लिंग जांच के लिए पहले 75 हजार और बाद में 88 हजार मांगे, लेकिन संदेह होने पर बोगस ग्राहक बनी महिला व उसके साथ गए एक अन्य व्यक्ति को नहला गांव के बस अड्डे पर तीन घंटे इंतजार करवाया। लेकिन एडवांस में 32500 रुपये लेने के बावजूद लिंग जांच नहीं की। बाद में आरोपित दलाल रुपये लौटाने आए तो पीएनडीटी टीम ने पुलिस के साथ मिलकर इन्हें काबू कर लिया।

कार में ही पोर्टेबल मशीन से होती थी भ्रूण लिंग जांच

जांच में सामने आया कि डॉ. राजन ठकराल अपनी कार में ही पोर्टेबल मशीन से भ्रूण लिंग जांच करता था। संदेह होने पर इस मामले में जांच नहीं की, लेकिन बोगस ग्राहक बनाई गई महिला व उसके साथी के आधार कार्ड के फोटो डॉ. राजन के फोन में मिले हैं। 88 हजार रुपये में सौदा तय किया नोडल अधिकारी डॉ. प्रभु दयाल ने पुलिस को बताया कि 18 जून को गुप्त सूचना मिलने पर उनके नेतृत्व में डॉ. कामिद मोंगा, सीएचसी मिर्चपुर से डॉ. विक्रम गोरिया को टीम में शामिल किया। एक गर्भवती महिला को बोगस ग्राहक बनने के लिए तैयार किया गया।

75,000 से 88 हजार रुपये की कीमत

गर्भवती महिला की भ्रूण लिंग जांच करवाने वाले दलाल से फोन पर बात करवाई। दलालों से 75 हजार रुपये में सौदा तय हुआ। 20 जून को जांच के लिए बुलाया गया। टीम ने महिला को 75,000 रुपये की राशि दी, लेकिन उस दिन दलाल ने जांच से मना कर दिया और 21 जून को बुलाया। लेकिन इस बार कीमत बढ़ाते हुए 88 हजार रुपये की मांग की।

25 जून की दी तारिख

21 जून को महिला के साथ नकली पति व देवर बनाकर दलाल के पास भेजा गया। वहां दलाल सोनू व रमेश बस स्टैंड की पार्किंग के पास मिले और 88 हजार रुपये पार्किंग में खड़े वाहन में ही ले लिए। इसके बाद ऋषि नगर में रेस्टोरेंट पिज़्जा इन बाक्स में महिला समेत अन्य को लेकर गए। इन व्यक्तियों ने वहां आकर गर्भ लिंग जांच के लिए 25 जून को बुलाया और 88 हजार रुपये वापस कर दिए। इस दौरान बोगस ग्राहक बने नकली देवर ने मोबाइल से फोटो खींच ली, जिसमें सोनू, पवन व रमेश तथा डॉ. राजन ठकराल बोगस ग्राहक बनी महिला और उसके नकली पति राजेंद्र के साथ नजर आ रहे हैं।

जाल बिछाकर पकड़े गए आरोपी

पीएनडीटी टीम ने बिचौलियों के माध्यम से दो दिन में आने जाने में जो खर्चा हुआ, वह मांगा तो दलालों ने कहा कि 25 जून को लिंग जांच की जाएगी, तब उनसे केवल 82000 रुपये ही लिए जाएंगे। दलालों ने 32500 रुपये अपने पास रख लिए इस बीच पीएनडीटी टीम ने आरोपितों को शक न हो इसलिए कैथल के पीएनडीटी नोडल अधिकारी डॉ. गौरव पूनिया को भी इस कार्रवाई में शामिल कर लिया। 24 जून की रात दलाल ने सूचना दी कि 25 जून को सुबह 7:30 बजे जांच करेंगे। 25 को हिसार व कैथल की टीमें ने योजनानुसार दलाल के बुलाने पर डॉ. गौरव पूनिया को गर्भवती महिला के साथ बस स्टैंड की पार्किंग में मिलने भेजा। वहां पर दलाल सोनू व रमेश मिले।

82 हजार रुपये में से 32500 रुपये लेकर बांटे

सोनू ने 82 हजार रुपये में से 32500 रुपये लेकर आपस में बांट लिए। बाकी राशि डॉ. गौरव पूनिया को वापस कर दी और कहा कि ये राशि आगे जो व्यक्ति अल्ट्रासाउंड करेगा, उसे दे देना। इसके बाद सोनू दलाल ने महिला और डॉ. गौरव के मोबाइल फोन बंद करवाकर उनकी गाड़ी में ही रखवा दिए। इसके बाद दलाल रमेश, महिला व डा. गौरव पूनिया के साथ भूना जाने वाली बस में बैठ गया। दलाल रमेश ने डॉ. गौरव पूनिया व महिला को गांव नहला में बस स्टैंड पर करीब 10:30 बजे उतार दिया और कहा कि यहां से एक अन्य व्यक्ति भ्रूण लिंग जांच को लेकर जाएगा।

32500 रुपये किए वापस

रमेश दलाल बरवाला की तरफ जाने वाली बस में बैठकर चला गया। डॉ. गौरव पूनिया व बोगस ग्राहक बनी महिला दलाल गांव नहला में करीब तीन बजे तक इंतजार करते रहे, लेकिन वहां कोई नहीं आया। रुपये लौटाने आए तो पकड़े गए दलालों द्वारा लिंग जांच न कराने पर महिला ने सोनू दलाल से फोन कर 32500 रुपये वापस मांगे तो ये राशि देने को तैयार हो गए। करीब सात बजे एक अन्य सोनू कुमार नाम का लड़का व चांद आए और डॉ. गौरव पूनिया को 32500 रुपये वापस कर दिए। इसी दौरान पीएनडीटी टीम ने सोनू को पकड़ लिया।

मौके से फरार हुआ सोनू दलाल

दलाल सोनू छिपकर यह सब देख रहा था, वह वहां से फरार हो गया। पकड़े गए सोनू कुमार ने बताया कि सोनू दलाल ने उसे फोन कर कहा था कि बाबा जोत राम मेडिकल स्टोर से रुपये लेकर लोकल बस स्टैंड पर खड़ी एक गाड़ी में बैठे आदमी को दे देना। सोनू के साथ टीम ऋषि नगर में बाबा जोत राम मेडिकल पर गई, लेकिन मेडिकल हाल पर बैठा रमेश टीम के आने से पहले ही शटर बंद करके भाग गया था। सोनू ने टीम को बताया कि रमेश की विनायक अस्पताल में भी एक दुकान है जिस पर रमेश दलाल बैठा हो सकता है। फिर सोनू कुमार को ऋषि नगर स्थित विनायक अस्पताल में ले जाया गया। वहां छापेमारी कर कर्मचारियों से पूछताछ की तो पता लगा कि रेस्टोंरेंट में जो डील करने आए थे, वह डाक्टर डॉ. राजन ठकराल, रमेश दलाल, सोनू दलाल ही थे।

टीम के कहने पर ठकराल पहुंच गए थे अस्पताल

टीम के कहने पर डॉ. ठकराल करीब आठ बजे अस्पताल में पहुंचे। आइएमए पदाधिकारी फिजिशियन डॉ. अजय महाजन को मौके पर बुलाया गया। उनके सामने अस्पताल में तलाशी ली गई और डॉ. ठकराल व अन्य कर्मचारियों से अवैध लिंग जांच बारे पूछताछ की गई। डॉ. ठकराल ने टीम के मोबाइल फोन में सोनू दलाल और रमेश की फोटो को देखकर पहचाना और कहा कि इनसे उसकी जान पहचान है।

डॉ. राजन ठकराल ने रेस्टोंरेंट में बोगस ग्राहक से मिले

डॉ. ठकराल 21 जून को बोगस महिला व उसके नकली पति और सोनू, रमेश, पवन के साथ रेस्टोरेंट में आए थे। डॉ. राजन ठकराल ने टीम को बताया कि सोनू द्वारा महिला से ली गई राशि वापस भी करवाई थी। डॉ. राजन के मोबाइल फोन में बोगस ग्राहक महिला व उनके पति का आधार कार्ड की फोटो भी 20 जून को सुबह 10:49 बजे भेजी हुई मिली। ये फोटो उनके फोन में कैसे आई, इस बात का डॉ. राजन ठकराल संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए।

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