Move to Jagran APP

घोड़ों से इंसानो में फैलने वाली ग्लैंडर्स बीमारी के सैंपल आए पॉजीटिव, गंभीर नहीं दिल्ली सरकार

एनआरसीई ने दिल्ली सरकार पशुपालन विभाग दिल्ली आइसीआर नीति आयोग एग्रीकल्चर मिनिस्ट्री आदि संस्थाओं को पत्र लिखा है। दिल्ली सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई तो पीएमओ से पत्राचार होगा

By manoj kumarEdited By: Updated: Wed, 29 May 2019 11:45 AM (IST)
Hero Image
घोड़ों से इंसानो में फैलने वाली ग्लैंडर्स बीमारी के सैंपल आए पॉजीटिव, गंभीर नहीं दिल्ली सरकार
हिसार [सुनील बैनीवाल]  नेशनल रिसर्च सेंटर ऑन एक्वाइन के निदेशक बीएन त्रिपाठी ने दिल्ली के पशुपालन विभाग पर पशुओं की बीमारी ग्लैंडर्स को गंभीरता से न लेने के आरोप लगाए हैं। हुआ यह कि एक साल से कोई सैंपल नेशनल रिसर्च सेंटर ऑन एक्वाइन हिसार नहीं भेजे गए तो एक पशुपालक स्वयं सैंपल लेकर हिसार पहुंचा। सैंपल पॉजिटिव मिला तो निदेशक ने विज्ञानियों की टीम गठित कर दिल्ली भेजी। टीम ने पशुपालन विभाग दिल्ली से संपर्क कर 50 सैंपल लिए। उनमें से आठ सैंपल पॉजिटिव पाए गए।

अब एनआरसीई ने दिल्ली सरकार, पशुपालन विभाग दिल्ली, आइसीआर, नीति आयोग, एग्रीकल्चर मिनिस्ट्री आदि सभी बड़ी संस्थाओं को पत्र लिखा है। पत्र में कहा गया है कि दिल्ली सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई तो प्रधानमंत्री कार्यालय से पत्राचार किया जाएगा। अन्यथा जल्द ही यह बीमारी पशुओं से आम आदमी में फैल जाएगी। जिससे महामारी का खतरा पैदा हो जाएगा।

दिल्ली में इस तरह हुआ उजागर

वरिष्ठ विज्ञानी डा. एच सिंघा ने बताया कि दिल्ली में सन 2018 में 26 जनवरी के पास ग्लैंडर्स के केस मिले थे। इसके बाद दिल्ली हाईअलर्ट पर आई थी। कई एनजीओ ने घोड़े, खच्चर आदि रखने वाले पशुपालकों को जागरूक करने की मुहिम छेड़ी। अप्रैल के आखिरी सप्ताह में दिल्ली के ऐसे ही एक एनजीओ के संपर्क साध पशुपालक हिसार पहुंचा। वह अपने साथ घोड़ों के सैंपल लेकर आया था। सैंपल देखकर हम दंग रहे गए। डायरेक्टर से अनुमति लेकर सैंपलों की जांच की। सैंपल पॉजिटिव आए तो हमने दिल्ली पशुपालन विभाग से संपर्क किया तो उन्होंने ग्लैंडर्स के केस आने से इनकार किया। निदेशक डा. बीएन त्रिपाठी के आदेश पर एक टीम का गठन किया गया। टीम ने दिल्ली के पशुपालन विभाग से संपर्क कर कई इलाकों से 50 सैंपल लिए। जिनमें आठ सैंपल पॉजिटिव पाए गए। उसके बाद भी आज तक कोई पशुपालन विभाग ने सैंपल नहीं भेजे है।

50 बैठकों के बाद भी नहीं निकाला कोई शोध

निर्देशक डा. बीएन त्रिपाठी ने बताया कि नीति आयोग, आइसीआर, पशुपालन विभाग दिल्ली आदि के साथ मिलकर 50 से ज्यादा बैठक हो चुकी है। नीति आयोग के आदेश पर ग्लैंडर्स को खत्म करने के लिए125 करोड़ का प्रोजेक्ट बनाकर दिए हुए एक साल का वक्त बीत चुका है। आजतक प्रोजेक्ट अटका हुआ है, बड़ी संस्थाएं भी गंभीरता नहीं दिखा रही है।

दिल्ली में इस प्रकार है आंकड़ा

सन 2017 -18 : 51 पॉजीटिव

सन 2018 -19 : 9  पॉजीटिव

1 से 7 मई 2019 - 8 पॉजीटिव

दिल्ली के इस एरिया

मंगोलपुरी - 3 पॉजीटिव 

विजय विहार - 3 पॉजीटिव 

गांव नेदसराय - 2 पॉजीटिव

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।