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Hariyali Teej 2022: हरियाणा में हरियाली तीज की रही धूम, हिंदू धर्म में है इसका खास महत्व

Hariyali Teej 2022 हरियाणा में हरियाली तीज पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया गया। महिलाएं प्रकृति के रंग में रंगी नजर आई। मंगल गीतों के साथ महिलाओं ने त्योहार का आनंद लिया। पं. गुलशन शर्मा ने बताया कि हरियाली तीज सौंदर्य और प्रेम के साथ धर्म का भी उत्सव है।

By Rajesh KumarEdited By: Updated: Sun, 31 Jul 2022 06:53 PM (IST)
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Hariyali Teej 2022: हरियाली तीज पर्व के मौके पर झूला झूलती महिलाएं।

झज्जर, जागरण संवाददाता। Hariyali Teej 2022: रविवार तीज महोत्सव को लेकर महिलाओं में काफी उत्साह देखा गया। महिलाओं ने शिव व माता पार्वती को समर्पित गीतों के साथ नृत्य भी किया। पारंपरिक आकर्षक पोशाक में सुसज्जित होकर मंदिर एवं अन्य स्थानों पर सावन के गीतों पर नृत्य किया।

पं. गुलशन शर्मा ने बताया कि हरियाली तीज का उत्सव सौंदर्य और प्रेम के उत्सव के साथ एक धर्म का उत्सव है। इसमें सभी सुहागिनी महिलाओं का एक मंच आने का अवसर मिलता है। हम सभी के लिए यह एक गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पुरातन रीति रिवाज लगभग विलुप्त होते जा रहे हैं। उनमें तीज महोत्सव काफी मायने रखता है। इससे महिलाएं अपनी पौराणिक संस्कृति से जुड़ने का सौभाग्य प्राप्त कर रही हैं।

धूमधाम से मनाया गया हरियाली तीज का पर्व

हरियाली तीज का पर्व रविवार को परंपरागत तरीके से धूमधाम से मनाया गया। इसके लिए महिलाओं ने अपने-अपने तरीके से तैयारी की थी। छुट्टी का दिन होने के बावजूद भी बाजारों में भी हरियाली तीज का रंग चढ़ा हुआ दिखाई दिया।

मिठाई की दुकानों पर रही भीड़

बाजार में ग्राहकों की भीड़ मिठाई की दुकानों पर भी लगी रही। हरियाली तीज पर बहनों के यहां सिंधारा ले जाने की परंपरा है। सिंधारे पर घेवर, मिठाई, मठरी और बताशों को ले जाने का प्रचलन है। तीज से एक दिन पहले शनिवार को बाजार में सिंधारा के लिए सामान खरीदने के लिए लोगों की भीड़ रही। लोगों ने घेवर, मिठाई, मठरी और बताशों की जमकर खरीदारी की।

...आओ सखी झूला झुलाऊं

तीज का रंग गांव में खास तौर पर अलग अंदाज में देखने को मिलता है। साथ ही खुशनुमा हुए मौसम का असर भी त्योहार के साथ आनंद का भाव लेकर आया। रविवार को जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण अंचल के धार्मिक एवं सामुदायिक स्थानों पर झूला झूलते हुए मंगल गीतों के साथ त्योहार का आनंद उठाया। बेरी, बादली, छुछकवास, माछरोली, पाटोदा, साल्हावास, दुल्हेड़ा आदि स्थानों पर बड़े-बड़े कार्यक्रम भी हुए।

हिंदू धर्म में हरियाली तीज का खास महत्व है

पं. वीरेंद्र शर्मा ने बताया कि इस त्योहार पर भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती की पूजा की जाती है। इस दिन शादी शुदा महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत भी रखती हैं, मेहंदी लगाती हैं और साज-संवरती हैं। हरियाली तीज पर व्रत की कथा पढ़ते या सुनते हैं। साथ ही इस दिन हरियाली तीज के खास गीत भी गाए जाते हैं।