Haryana: कांग्रेस नेता नीरज शर्मा की वेशभूषा विवाद में आया नया मोड़, विधायक से वापस लिया जाएगा सर्वश्रेष्ठ MLA का पुरस्कार
Haryana नीरज शर्मा ने अपनी विधानसभा के विकास कार्यों के लिए मंजूर धनराशि जारी नहीं होने के विरोध में सामान्य वस्त्रों का त्यागकर चोगा रूपी सफेद वस्त्र धारण कर रखे हैं जिन पर रामायण की चौपाई और कबीर के दोहों के साथ ही भगवान श्रीराम का नाम लिखा है। इस बाबत विधानसभा स्पीकर ने इस वेशभूषा में विधायक को विधानसभा में प्रवेश नहीं देने की बात कही है
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। फरीदाबाद एनआइटी से कांग्रेस विधायक पंडित नीरज शर्मा की वेशभूषा का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। नीरज शर्मा ने अपनी विधानसभा के विकास कार्यों के लिए मंजूर धनराशि जारी नहीं होने के विरोध में सामान्य वस्त्रों का त्यागकर चोगा रूपी सफेद वस्त्र धारण कर रखे हैं, जिन पर रामायण की चौपाई और कबीर के दोहों के साथ ही भगवान श्रीराम का नाम लिखा है।
जिद पर रहे तो विधानसभा वापस लेगी सर्वश्रेष्ठ विधायक अवॉर्ड
विधानसभा स्पीकर ने इस वेशभूषा में विधायक को बजट सत्र के दौरान विधानसभा में प्रवेश नहीं देने की बात कही है, जबकि विधायक का दावा है कि उनकी वेशभूषा बिल्कुल भी अमर्यादित या असंसदीय नहीं हैं, इसलिए विधानसभा स्पीकर उन्हें विधानसभा में प्रवेश करने से नहीं रोक सकते।
विधायक नीरज शर्मा यदि अपनी जिद पर अड़े रहे तो विधानसभा की ओर से उनको दिए गए सर्वश्रेष्ठ विधायक का अवार्ड वापस लिया जा सकता है। नीरज शर्मा को दो मार्च 2022 को हरियाणा विधानसभा में सर्वश्रेष्ठ विधायक का पुरस्कार दिया गया था, जिसे उन्होंने अपने स्वर्गीय पिता और पूर्व मंत्री पंडित शिवचरण लाल शर्मा को समर्पित किया था।
सात फरवरी को मिलने का मांगा है समय
पुरस्कार ग्रहण करने के बाद उन्होंने पुरस्कार राशि, शाल और प्रशस्ति पत्र दर्शक दीर्घा में उपस्थित अपने पिता तुल्य बुजुर्ग एडवोकेट कन्हैया लाल वशिष्ठ और तुलाराम शास्त्री को देकर उनका आशीर्वाद लिया था। कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा ने बुधवार को विधानसभा स्पीकर डा. ज्ञानचंद गुप्ता से फोन पर बात करने के बाद उन्हें एक आधिकारिक पत्र लिखा है तथा सात फरवरी को मिलने का समय मांगा है।
स्वीकर विधानसभा के विशेषज्ञों की कमेटी बुला लें और वेशभूषा पर चर्चा कर लें
इस दिन चंडीगढ़ में कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी होगी, जिसमें शामिल होने के लिए नीरज शर्मा को चंडीगढ़ पहुंचना है। विधायक ने स्पीकर को लिखे पत्र में कहा है कि उनकी वेशभूषा में कुछ भी गलत नहीं है। उन्होंने न तो काले कपड़े पहन रखे हैं और न ही उनके चोगे पर कोई काला निशान है। सात फरवरी को स्पीकर विस के विशेषज्ञों की कमेटी को बुला लें और वेशभूषा पर चर्चा कर लें।
नीरज शर्मा अपनी असामान्य वेशभूषा में सदन में आने का जो अनावश्यक प्रयास कर रहे हैं, वह ठीक नहीं है। नीरज शर्मा को सर्वश्रेष्ठ विधायक अवार्ड मिल चुका है। यदि वे अपनी जिद पर अड़े रहे तो उनके सर्वश्रेष्ठ विधायक के अवार्ड पर पुनर्विचार किया जा सकता है।
-डॉ. ज्ञानचंद गुप्ता, स्पीकर, हरियाणा विधानसभा
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