Narnaund Assembly Seat: कैप्टन Vs जसबीर...अभिमन्यु के सामने युवा 'चक्रव्यूह' की चुनौती; क्या है नारनौंद का पूरा गणित?
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 (Haryana Vidhan Sabha Election 2024) के बीच नारनौंद विधानसभा सीट की चर्चा हो रही है। यह सीट प्रदेश की हॉट सीटों में से एक है। वैसे तो देवीलाल परिवार के प्रभुत्व वाली इस सीट पर मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है लेकिन इनेलो प्रत्याशी उमेद लोहन इस लड़ाई को त्रिकोणीय बनाने में लगे हुए हैं।
अमित धवन, हिसार। बागड़ बेल्ट का प्रवेश द्वार नारनौंद बड़ा विधानसभा क्षेत्र है। यह जींद जिलों की विधानसभा सीटों से सटा है और जाट बाहुल्य है। भाजपा की ओर से दूसरी बार चुनावी रण में उतरे पूर्व वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु। देवीलाल परिवार का गढ़ रही इस सीट पर जीत हासिल करना भाजपा-कांग्रेस दोनों के लिए चुनौती है।
कांग्रेस ने युवा जसबीर सिंह उर्फ जस्सी पेटवाड़ को मैदान में उतारा है। पिछली बार वह इनेलो के टिकट पर लड़े थे। इनेलो ने अनुभवी नेता उमेद लोहान को उतारा है। पहले भी उमेद चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन वह जीत नहीं पाए थे। वहीं, जजपा ने युवा योगेश गौतम को चुनाव मैदान में उतारा है।
उमेद लोहान ने बनाया त्रिकोणीय मुकाबला
वैसे तो भाजपा और कांग्रेस में आमने-सामने का मुकाबला है, लेकिन इनेलो प्रत्याशी इसे त्रिकोणीय बनाने में पूरा जोर लगाए हुए हैं। भाजपा प्रत्याशी पूर्व वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु इस सीट पर 2014 में पहली बार विधायक बने थे।उस समय सरकार में वह वित्तमंत्री भी बने थे, लेकिन 2019 का चुनाव वह हार गए थे। इसी प्रकार कांग्रेस प्रत्याशी जस्सी पेटवाड़ के सामने चुनौती है। 2019 से इनेलो की टिकट से लड़े जस्सी चुनाव हारे थे तो अब कांग्रेस से चुनाव मैदान में है।
यह भी पढ़ें- Panipat City Assembly Seat: पानीपत के 'युद्ध' में त्रिकोणीय मुकाबला, कांग्रेस के गढ़ में तीन पंजाबियों के बीच जबरदस्त टक्कर
इसलिए हॉट सीट है नारनौंद
देवीलाल परिवार के प्रभुत्व वाली सीट पर भाजपा दो बार जीत चुकी है। कांग्रेस ने भी दो बार ही इस सीट में सेंध लगाई है। भाजपा से पूर्व वित्तमंत्री कैप्टन अभिमन्यु है। राष्ट्रीय प्रवक्ता रहने के अलावा वह देश के बड़े उद्योगपति भी हैं। राष्ट्रीय राजनीति में भी उनका कद है।इसी प्रकार कांग्रेस की तरफ से जसबीर को टिकट देने के बाद वह उनको टक्कर दे रहे हैं। इसी सीट पर जिस भी पार्टी के नेता की जीत होगी उसकी प्रदेश सरकार की राजनीति में एक हिस्सेदारी हो सकती हैं। कारण है कि नारनौंद के साथ लगते जींद क्षेत्र को भी प्रभावित करता है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।