Haryana: पवन आत्महत्या मामले में पुलिस ने करवाया शव का अंतिम संस्कार, पूर्व क्रिकेटर रहे DSP जोगिंदर शर्मा पर लगे हैं गंभीर आरोप
पवन आत्महत्या मामले में पुलिस ने सख्ती करते हुए स्वजनों का धरना प्रदर्शन खत्म करवा दिया है। इसके साथ ही पुलिस ने पवन के शव का अंतिम संस्कार करवा दिया है। गौरतलब है कि गांव डाबड़ा में पवन ने एक जनवरी को फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया था। इसके बाद पवन की मां ने पूर्व क्रिकेटर रहे डीएसपी जोगिंदर शर्मा सहित 6 लोगों पर प्रताड़ित करने के आरोप लगाए थे।
जागरण संवाददाता, हिसार। पांच दिन पहले डाबड़ा गांव में आत्महत्या करने वाले पवन के स्वजन पर पुलिस ने शनिवार शाम को सख्ती की। पुलिस ने सिविल अस्पताल में सीएमओ कार्यालय के बाहर चल रहे धरने को जबरदस्ती समाप्त करवाया और स्वजन और सामाजिक संगठन के लोगों को हिरासत में लेकर दो बसों से गांव डाबड़ा पहुंच गए। पुलिस ने पवन का शाम को अपनी मौजूदगी में अंतिम संस्कार करवाया। स्वजन आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं होने तक अंतिम संस्कार करने को तैयार नहीं थे।
डीएसपी अशोक कुमार और ड्यूटी मजिस्ट्रेट सिंचाई विभाग के एसडीओ विजयपाल की मौजूदगी में पुलिस ने कार्रवाई की। डाबड़ा गांव के श्मशान घाट में पवन के भाई दीपक ने मुखागिन दी। वहीं पवन के चाचा रामधन का कहना है कि पुलिस प्रशासन ने जबरदस्ती हमें वहां से उठाकर उनके बेटे का अंतिम संस्कार करवाया है। गौरतलब है कि गांव डाबड़ा के पवन ने एक जनवरी को फंदा लगा सुसाइड किया था।
पवन की मां ने DSP जोगिंदर शर्मा पर लगाए थे गंभीर आरोप
मृतक की मां ने तत्कालीन डीएसपी एवं पूर्व क्रिकेटर रहे जोगिंदर शर्मा, अजयबीर, ईश्वर झाझड़िया, प्रेम, राजेन्द्र सहित एक अन्य पर बेटे को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने मामले में आत्महत्या का मजबूर करने का केस दर्ज किया था। हालांकि, गुरुवार को स्वजन ने एएसपी के सामने एससी-एसटी एक्ट की धारा भी जोड़ने समेत 9 मांगें रखी थी। स्वजनों को एएसपी तक समझा चुके थे लेकिन वह नहीं मान रहे थे।
अधिकारियों के साथ मीटिंग के बाद करेंगे अंतिम संस्कार: परिजन
डीएसपी बोले कि हमें संस्कार करवाना है, आराम से बस में बैठ जाओ। डीएसपी अशोक कुमार धरने पर बैठे स्वजन और सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों के पास पहुंचे। उन्होंने कहा कि पांच बजे है। अभी डेढ़ घंटा बाकी है। आपके लिए यहां पर बस खड़ी है। आराम से बस में बैठो, लेकिन स्वजन ने कहा कि वो रविवार को अधिकारियों के साथ मीटिंग करने के बाद अंतिम संस्कार करेंगे। ड्यूटी मजिस्ट्रेट के मौके पर पहुंचते ही पुलिस ने सभी सामाजिक संगठनों पदाधिकारियों और स्वजन को एक बस में बैठाया। दूसरी बस में स्वजन को बैठाकर गांव लेकर गए।
स्वजन के लगाए आरोप निराधार: DSP अशोक कुमार
इसके बाद पुलिस ने पदाधिकारियों को आजाद नगर थाने के पास लाकर छोड़ दिया। माता-पिता रोते रहे, पुलिस कर्मियों ने बस में बैठाया जब पुलिस धरने पर बैठे स्वजन को उठाने लगी तो पवन के पिता और मां की आंखों में आंसू छलक गए। जब सभी को बस में बैठा लिया तो दोनों को बाद में गांव ले जाया गया। पुलिस ने पूरे मामले की वीडियो ग्राफी भी करवाई। वहीं, इस मामले में हिसार डीएसपी अशोक कुमार ने कहा कि मृतक पवन का अंतिम संस्कार करवा दिया गया है। मामले की जांच जारी है। स्वजन द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं।