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Haryana Weather: हरियाणा में सांस लेना हुआ मुश्किल! फरीदाबाद-NCR समेत इन जिलों की हवा खराब

राज्य में मौसम में परिवर्तन के साथ ही पिछले दिनों वर्षा हुई थी। उसके शहरों की हवा साफ हुई थी। इसके साथ ही पराली को जलाने की सिलसिला भी तेजी से बढ़ रहा है। देश में 22 अक्टूबर को 230 शहरों का केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से आंकड़े जारी किए गए। इसमें एनसीआर के चार शहरों तो वहीं देश के 23 शहर खराब हवा की कैटेगिरी में रखे गए।

By Amit DhawanEdited By: Shubham SharmaUpdated: Mon, 23 Oct 2023 06:45 AM (IST)
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फरीदाबाद और NCR की हवा खराब।

अमित धवन, हिसार। लगातार जल रही पराली, वाहनों और फैक्ट्रियों के चलते शहरों की आबो हवा खराब हो रही है। हरियाणा व उसके साथ लगते दिल्ली, उत्तर प्रदेश के शहर में सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है। 24 घंटे के अंदर ही हरियाणा के फरीदाबाद और एनसीआर क्षेत्र के ही दिल्ली, नोएडा, ग्रेटर नोएडा शहर की हवा बहुत खराब स्थिति में पहुंच गई है। इनका एक्यूआई 300 के पार है।

200 से 300 एक्यूआई

इसके अलावा हरियाणा के पांच शहर की हालत भी खराब है, जिनका एक्यूआई 200 से 300 के बीच में है। वहीं मौसम विज्ञानियों के अनुसार आने वाले पांच दिन तक वर्षा की संभावना नहीं है। कोई पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव नहीं हो रहा है। साथ ही गेहूं की बिजाई भी इस माह के अंत तक शुरू हो जाएगी।

117 शहर में हवा खराब

मौसम में परिवर्तन के साथ ही पिछले दिनों वर्षा हुई थी। उसके शहरों की हवा साफ हुई थी। इसके साथ ही पराली को जलाने की सिलसिला भी तेजी से बढ़ रहा है। देश में 22 अक्टूबर को 230 शहरों का केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से आंकड़े जारी किए गए। इसमें एनसीआर के चार शहरों की हवा बहुत खराब तो देश के 23 शहर खराब हवा की कैटेगिरी में रखे गए। इसके अलावा 117 शहर ऐसे है जिनकी हवा मध्यम खराब है।

देश के 13 शहर ऐसे है जिनकी हवा काफी अच्छी है। हरियाणा सहित एनसीआर क्षेत्र में हवा के ज्यादा खराब होने का कारण पराली का जलना है। पराली जलने के कारण काफी ज्यादा पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है। बेशक सरकार पराली जलाने वालों पर कार्रवाई कर रही है मगर आंकड़ों में कमी नहीं आ रही है।

किसी शहर की हवा साफ नहीं

हरियाणा के 17 शहरों में से किसी भी शहर ही हवा साफ नहीं है। 0 से 50 एक्यूआइ की कैटेगिरी में कोई भी शहर नहीं आया। बेशक प्रदेश के सिरसा, पंचकूला और पलवल में एक्यूआइ 100 से नीचे रहा। इसके अलावा अंबाला, भिवानी, हिसार, चरखी दादरी, फतेहाबाद, जींद, रोहतक, यमुनानगर की हवा मध्यम रूप से खराब हैं।

दो पश्चिमी विक्षोभ आए, बढ़ सकता है तापमान

प्रदेश में अक्टूबर माह में अभी तक दो पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव रहे हैं। पहाड़ों में यह विक्षोभ एक्टिव हुए और उनकी तरफ से बर्फबारी और वर्षा देखने को मिली जिनका प्रभाव मैदानी इलाकों पर आ रही है। वहीं आने वाले चार से पांच दिन तक कोई भी पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होता नहीं दिख रहा है। इससे आने वाले समय में दिन का तापमान बढ़ सकता है साथ ही रात के तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है।

दूसरी तरफ अक्टूबर माह के अंत तक प्रदेश में गेहूं की बिजाई शुरू हो जाएगी। उस समय मौसम विज्ञानियों की तरफ से अधिकतम तापमान में हलकी गिरावट दर्ज की जा सकती है। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डा. मदन खीचड़ ने बताया कि अभी अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की सकती है। फसल पर इस मौसम का नुकसान नहीं है। गेहूं की जल्द बिजाई शुरू होगी तब तक तापमान उसके अनुसार हो जाएगा।

एक्यूआइ कैटेगिरी स्वास्थ्य पर प्रभाव

0-50 अच्छा न्यूनतम प्रभाव

51-100 संतोषजनक संवेदनशील लोगों को सांस लेने में मामूली परेशानी

101-200 मध्यम फेफड़े, अस्थमा और हृदय रोग से पीड़ित लोगों को सांस लेने में तकलीफ

201-300 खराब लंबे समय तक संपर्क में रहने पर अधिकांश लोगों को सांस लेने में तकलीफ होती है

301-400 बहुत खराब लंबे समय तक संपर्क में रहने पर श्वसन संबंधी बीमारी

401-500 गंभीर स्वस्थ लोगों को प्रभावित करता है और मौजूदा बीमारी वाले लोगों को गंभीर रूप से प्रभावित करता है

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