Move to Jagran APP

भिवानी के गांव में 15 परिवारों ने अपनाया ईसाई धर्म, तो पंचायत ने हिंदू धर्म में फिर करवाई वापसी

अनुसूचित जाति समाज के 15 परिवारों का धर्म परिवर्तन कर इसाई धर्म को अपनाने का मामला सामने आया है। इसकी भनक जब गांव वालों को लगी तो गांव में पंचायत बुलाई गई और इसके बाद उनको वापस हिंदू रीति के अनुसार हवन यज्ञ करा कर उनको हिंदू धर्म ग्रहण करवाया।

By Manoj KumarEdited By: Updated: Thu, 08 Jul 2021 07:23 PM (IST)
Hero Image
भिवानी में हिंदू परिवारों के ईसाई धम अपनाने को लेकर पंचायत हुई, जिसमें ये परिवार फिर हिंदू बन गए
जागरण संवाददाता, भिवानी। भिवानी के गांव नीमड़ीवाली में अनुसूचित जाति समाज के 15 परिवारों का धर्म परिवर्तन कर इसाई धर्म को अपनाने का मामला सामने आया है। इसकी भनक जब गांव वालों को लगी तो गांव में पंचायत बुलाई गई और इसके बाद उनको वापस हिंदू रीति के अनुसार हवन यज्ञ करा कर उनको हिंदू धर्म ग्रहण कराया गया। बताया जा रहा है कि इसाई मिशनरीज के चार-पांच लोग पिछले कुछ माह से यहां पर सक्रिय थे। उन्होंने इन परिवारों को इसाई बना दिया। एक सदस्य को गांव के लोगों ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

वीरवार को गांव के पंचायत घर में पंचायत बुलाई गई। पंचायत की अध्यक्षता पूर्व सरपंच एवं मा. शेरसिंह की रही। पंचायत में धर्म परिवर्तन करने वाले अनुसूचति समाज के लोगों को भी बुलाया गया और उनको समझाया गया। गांव वालों ने जब बातचीत की धर्म परिवर्तन का कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि वह इनके संपर्क में पिछले कुछ समय थे। पंचायत के प्रबुद्ध लोगों ने जब इस बारे में पता चला तो अनुसूचित जाति समाज के धर्म परिवर्तन करने वाले लोगों को भी बुलाया ओर उनको समझाया। इसके बाद उन्होंने यह माना कि वह बहक गए थे। उन्होंने मान लिया कि वह हिंदू धर्म में ही हैं और रहेंगे।

हवन यज्ञ करा कर हिंदू धर्म ग्रहण कराया

पंचायत घर में हुई पंचायत के दौरान हवन यज्ञ करा कर अनुसूचित जाति समाज के धर्म परिवर्तन करने वाले परिवारों से हवन यज्ञ में आहुति डलवाई गई। उन्होंने भी हिंदू धर्म से जुड़े रहने का भरोसा दिया। पंचायत में शामिल प्रबुद्ध लोगों ने भरोसा दिया कि अनुसूचित जाति समाज को गांव में पहले भी पूरा मान सम्मान दिया जाता रहा है और भविष्य में भी उनका पूरा मान सम्मान बरकरार रहेगा।

एक सदस्य को किया पुलिस के हवाले

पंचायत के दौरान इसाई धर्म से जुड़े एक मिशनरी को गांव वालों पकड़ लिया। उससे उसकी जानकारी मांगी तो उसने खुद को हिसार का बताया। जब उसका आधार कार्ड देखा गया तो वह दिल्ली का था। मा. शेर सिंह ने बताया कि जब उससे इस बारे मेंं सख्ती से पूछा तो उसने बताया कि आधार कार्ड भले दिल्ली का पर हिसार में रहते हैं। पंचायत ने उसे पुलिस को सौंप दिया। इस बारे में सदर थाना प्रभारी विद्यानंद ने बताया कि इस मामले में पुलिस जांच कर रही है।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।