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हिसार में भ्रष्टाचार के आरोपी नगर निगम इंजीनियर सुरेश गोयल ने दिया इस्तीफा

भ्रष्टाचार के मामले में आरोपी इंजीनियर सुरेश गोयल ने आखिरकार एक बार फिर अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे में उन्होंने निजी कारणों का उल्लेख किया है।

By Manoj KumarEdited By: Updated: Fri, 07 Aug 2020 09:43 AM (IST)
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हिसार में भ्रष्टाचार के आरोपी नगर निगम इंजीनियर सुरेश गोयल ने दिया इस्तीफा

हिसार, जेएनएन। भ्रष्टाचार के मामले में आरोपी इंजीनियर सुरेश गोयल ने आखिरकार एक बार फिर अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे में उन्होंने निजी कारणों का उल्लेख किया है। दैनिक जागरण ने जब एक भ्रष्टाचार के आरोपी इंजीनियर को सीएम का ड्रीम प्रोजेक्ट सौंपने से लेकर उसकी ज्वाइनिंग करवाने तक के संबंध में मामला उठाया तो नगर निगम में हड़कंप मच गया। कारण था कि शहर में सबसे अधिक सुर्खियां बटोरने वाले टेंडर भ्रष्टाचार मामले में इंजीनियर सुरेश गोयल आरोपी हैं। मामला अदालत में चल रहा है। ऐसे में भ्रष्टाचार के मामले में आरोपी एक इंजीनियर को निगम में अहम पद की जिम्मेदारी सौंपना निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रहा था। ऐसे में मामला जब चर्चाओं में आया तो उसके बाद इंजीनियर ने निगम के कार्यकारी अधिकारी (ईओ) को इस्तीफा सौंप दिया। ईओ ने इस्तीफा ज्वाइंट कमिश्नर को भेज दिया है। अब इस्तीफे के मामले में नगर निगम के आला अधिकारी अंतिम फैसला लेंगे।

एक तरफ इंजीनियर ने दिया इस्तीफा, दूसरी तरफ आई एक्टेंशन

निगम सूत्रों की मानें तो एक तरफ जहां सुरेश गोयल ने अपना इस्तीफा दे दिया है। उधर शहरी स्थानीय निकाय विभाग (यूएलबी) की ओर से उनका कार्यकाल बढ़ाने की अनुमति भी मिल गई है। नाम न छापने की शर्त पर निगम स्टाफ ने बताया कि इंजीनियर का कार्यकाल बढ़ गया है। इंजीनियर को पूर्व में सुधार मंडल (सैल) में सहायक नगर योजनाकार के रिक्त पद के विरूद्ध वेतन जारी करने की कागजी औपचारिकताएं की गई थी। ऐसे में इंजीनियर नगर सुधार मंडल में अहम पद पर कार्यरत रहा है जबकि शहर के सबसे चर्चिंत टेंडर घोटाले का आरोप रहा है।

16 सितंबर 2020 को टेंडर भ्रष्टाचार मामले में न्यायालय में सुनवाई

बता दे कि प्रधान बिहारी लाल राड़ा के कार्यकाल के दौरान सड़कों के टेंडर हुए। जिसमें बंदरबांट के आरोप लगे। साथ ही निर्धारित संख्या से अधिक टेंडर जारी किए गए। टेंडर में बैंक चेकों में भी फर्जीवाड़ा हुआ। जिसकी विजिलेंस जांच हुई। जिसमें जनहित याचिका तक लगी। इस भ्रष्टाचार के मामले को उठाने वालों में पूर्व प्रधान अरविंद खरींटा और उनका साथ देने वालों में वर्तमान मेयर गौतम सरदाना और पार्षद अनिल जैन थे। मेयर गौतम सरदाना और अनिल जैन टेंडर भ्रष्टाचार मामला हुआ तब शहर में पार्षद के पद पर कार्यरत थे। इस मामले में इंजीनियर सुरेश गोयल का नाम अहम आरोपियों में था। न्यू ऋषि नगर निवासी जिले सिंह ने इंजीनियर सुरेश गोयल व उसकी जॉब के संबंध में आरटीआइ में जानकारी मांगी तो पूर्व में निगम ने आरटीआई में यह जवाब दिया कि सूचना कार्यालय में उपलब्ध ना है। ऐसे में इस मामले को दैनिक जागरण ने उठाया कि एक हम पद पर कार्य करने वाले अधिकारी का कार्यालय में रिकॉर्ड ही उपलब्ध नहीं है। उसके बाद इंजीनियर का इस्तीफा आ गया है।

इंजीनियर कई बार दे चुका इस्तीफा

अपने करीब दो साल के कार्यकाल में इंजीनियर पर जब भी किसी प्रकार के सवाल उठे। उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया। सूत्रों की मानें तो उन्होंने कई बार अपना इस्तीफा दिया लेकिन वह स्वीकार नहीं किया गया। जुलाई के पहले सप्ताह में भी इंजीनियर ने इस्तीफा दिया था। अब एक बार फिर अगस्त में भी इस्तीफा दे दिया है।

------मैं नौकरी छोड़ रहा हूं। फिलहाल मैं अधिक कुछ नहीं कहना चाहता हूं।

- सुरेश गोयल, इंजीनियर, नगर निगम हिसार।

---सुरेश गोयल का इस्तीफा आया है। उसे मैंने आगामी कार्रवाई के लिए ज्वाइंट कमिश्नर को भेज दिया है। इस्तीफे पर उनकी ओर से जो आदेश होंगे, उनके अनुसार आगामी कार्रवाई की जाएगी।

- अमन ढांडा, कार्यकारी अधिकारी, नगर निगम हिसार।

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