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हिसार के बलिदानी का 1.60 करोड़ में पिता ने बनवाया स्मारक, हेलिकॉप्टर क्रैश में गंवाई थी जान

बलिदान मेजर अनुज राजपूत के माता-पिता ने अपने बेटे की याद में पंचकूला में एक भव्य स्मारक बनवाया है। इस स्मारक में मेजर अनुज राजपूत की सात फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई है और उसके सामने 100 फीट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज लहरा रहा है। यह स्मारक न केवल मेजर अनुज राजपूत की वीरता का प्रतीक है बल्कि युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है।

By Jagran News Edited By: Rajiv Mishra Updated: Tue, 15 Oct 2024 12:41 PM (IST)
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पंचकूला में अनुज राजपूत की प्रतिमा के समक्ष सेल्यूट करते सैन्य अधिकारी। (जागरण फोटो)

राजेश मलकानियां, पंचकूला। बलिदानी मेजर अनुज राजपूत के माता-पिता ने अपने स्तर पर 1.60 करोड़ रुपये खर्च कर स्मारक बनवाकर बेटे से जुड़ी स्मृतियों को सदा के लिए अमर कर दिया। हिसार निवासी अनुज राजपूत की सात फीट ऊंची प्रतिमा के सामने लहराता 100 फीट ऊंचा राष्ट्रीय ध्वज हर किसी को आकर्षित कर रहा है। सेक्टर-10 स्थित चौक के पास बने इस स्मारक के लिए नगर निगम पंचकूला की ओर से नि:शुल्क जमीन उपलब्ध करवाई गई।

डोडा-किश्तवाड़ में क्रैश हुआ था हेलिकॉप्टर

माता-पिता ने बेटे के बलिदान के बाद सरकार की ओर से जो राशि मिली, वह और अपने निजी फंड इस स्मारक पर लगा दिए। स्मारक पर शाम को लोगों की भीड़ रहती है। बलिदान होने से डेढ़ महीना पहले अनुज की सगाई हुई थी। 18 सितंबर को जन्मदिन था, लेकिन दो दिन बाद ही 21 सितंबर 2021 को जम्मू-कश्मीर के डोडा-किश्तवाड़ घाटी में ऑपरेशन रक्षक के दौरान उनका हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था।

माता-पिता की इकलौती संतान थे अनुज

अनुज राजपूत पिता कुलवंश सिंह और माता ऊषा देवी की इकलौती संतान थे। अनुज राजपूत के बलिदान को याद रखने और युवाओं को उनसे प्रेरणा मिले, इसके लिए माता पिता ने स्मारक का निर्माण करवाया है। स्मारक के निर्माण को लेकर बलिदानी मेजर अनुज के माता-पिता की इच्छा थी कि वह उनके स्मारक का निर्माण खुद की लागत से करवाए, इसलिए उन्होंने सरकार से निर्माण के लिए राशि नहीं ली।

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हिसार जिले के डोभी गांव का रहने वाला है परिवार

बलिदानी मेजर अनुज राजपूत का परिवार मूल रूप से हरियाणा के हिसार जिले के गांव डोभी का रहने वाला है। यह परिवार पिछले कई वर्षों से पंचकूला के सेक्टर-20 में रहता है। अनुज राजपूत की शुरुआत पढ़ाई सेंट जॉन्स हाई स्कूल, चंडीगढ़ में हुई थी। इस स्कूल में बच्चों के लिए एनसीसी की व्यवस्था नहीं थी। अनुज राजपूत ने स्कूल प्रबंधन से इस बारे में कई बार बातचीत की, जिसके बाद एनसीसी विंग शुरू हो गई।

अनुज के नाम से शुरू की गई स्कॉलरशिप

अनुज के माता-पिता ने अब इस स्कूल में बेस्ट एनसीसी ट्रॉफी का शुभारंभ किया है। साथ ही 12वीं कक्षा के तीन संकायों के लिए छात्रवृत्ति भी शुरू की है। अनुज राजपूत की प्रतिमा इस स्कूल में भी लगाई गई है। इसके अतिरिक्त सेक्टर -20 संस्कृति माडल स्कूल में भी 10वीं और 12वीं कक्षा के बच्चों के लिए अनुज राजपूत के नाम से स्कॉलरशिप शुरू की गई है।

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