Move to Jagran APP

आखिर कब कम होगी किसानों की मुश्किल? सड़कों पर पड़े रहे धान, व्यवस्था सुधारने में जुटा प्रशासन

Paddy Procurement in Haryana हरियाणा में धान खरीद व्यवस्था में सुधार के बाद भी किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मंडियों में धान की आवक तेज होने और उठान धीमा होने से किसानों की फसलें सड़कों पर बिखरी पड़ी हैं। प्रशासन व्यवस्था सुधारने में जुटा है। अब तक कैथल जिले की मंडियों में डेढ़ लाख धान के बैग का उठान किया गया है।

By Jagran News Edited By: Rajiv Mishra Updated: Mon, 14 Oct 2024 01:55 PM (IST)
Hero Image
कैथल की अनाज मंडी में धान का उठान धीमा होने के कारण बोरियों के लग गए ढेर

जागरण टीम, हिसार। कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और भाजपा विधायकों के मंडियों में दौरे के बाद धान खरीद व्यवस्था में सुधार हुआ है। मंडियों में धान की आवक तेज होने और उठान धीमा होने से किसानों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। किसानों की सोने जैसी फसल मंडियों के साथ-साथ सड़कों पर बिखरी पड़ी है। प्रशासनिक अमला व्यवस्था सुधारने में लगा है।

रविवार को बंद रही धान की खरीद

कैथल में रविवार को धान के डेढ़ लाख कट्टों का उठान हुआ है। अब तक 35 लाख 39 हजार 790 क्विंटल धान की आवक हुई है। 17 लाख 53 हजार 280 क्विंटल धान का उठान हो चुका है। वहीं, कुरुक्षेत्र जिले की अनाज मंडियों में चार लाख 33 हजार 550 क्विंटल धान का उठान किया गया है।

अभी तक 2 लाख 63 हजार 650 क्विंटल की खरीद की गई है। खरीदे गए धान में से एक लाख 32 हजार 2500 क्विंटल का उठान कर लिया गया है। धान का उठान तेज करने के लिए रविवार को खरीद बंद रही।

प्रशासन ने धान सुखाकर मंडियों में लाने की अपील की

अधिकारियों का प्रयास है कि उठान होने पर किसानों को मंडियों में धान उतारने के लिए जगह मिल सकेगी। करनाल जिले में अब तक दो लाख 72 हजार 823 टन धान की आवक हो चुकी है, जिसमें से खाद्य आपूर्ति विभाग ने एक लाख 76 हजार 32 टन धान, हैफेड ने 60 हजार 61 टन, हरियाणा वेयर हाऊस कार्पोरेशन ने 36 हजार 730 टन धान खरीदा है।

प्रशासन ने किसानों से अपील की है कि वे धान को सुखाकर मंडियों में लेकर आएं ताकि उन्हें फसल बेचने में किसी प्रकार की दिक्कत का सामना न करना पड़े। अंबाला जिले में 2 लाख 44 हजार 922 टन धान की आवक हो चुकी है, जिसमें से महज 32 हजार 280 टन का ही उठान हुआ है।

यह भी पढ़ें- हरियाणा में मुख्य और प्रधान सचिव के पदों पर होंगी नियुक्तियां, चुनाव में भीरतघात करने वाले IAS-IPS पर भी गिरेगी गाज

उत्तर प्रदेश से धान न आए, बार्डर पर लगेंगे नाके

यमुनानगर समेत हरियाणा की अनाज मंडियों में उत्तर प्रदेश का धान नहीं बिक सकेगा। अलग-अलग रास्तों से उत्तर प्रदेश के किसान मंडियों में धान लेकर आते हैं, जिस पर रोक लगाने के लिए नाके लगाए जाएंगे। नाकों पर पुलिस व खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के कर्मचारी तैनात रहेंगे।

मेरी फसल- मेरा ब्योरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने वाले किसानों का ही धान खरीदा जा रहा है। सीमावर्ती मंडियों में दूसरे राज्यों के धान की आवक पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाने के लिए डीएफएससी ने संबंधित थाना प्रभारियों को पत्र लिखा है।

मूंग की खरीद का नहीं आया आदेश

हिसार जिले की अनाज मंडियों में मूंग की आवक दिनों दिन तेजी से हो रही है। मगर मूंग की सरकारी खरीद नहीं हो रही। इस वजह से किसानों को मूंग प्राइवेट में बेचना पड़ रहा है। प्राइवेट में मूंग का भाव 6 से 72 रुपये क्विंटल किसानों को मिल रहा है और एमएसपी इससे ज्यादा है। इससे किसानों में रोष है।

अभी फसलों की पूरी तरह से वेरिफिकेशन नहीं हो पाई है। इस कारण गेट पास भी नहीं बन रहे। कुछ किसान बिना पास के वापस लौट जाते हैं। हिसार मंडी में धान की सरकारी खरीद नहीं हो पाई है। बाजरा की खरीद जारी है। रविवार को अवकाश के चलते बाजरा की खरीद नहीं हुई। ऐसे में सोमवार को ही बाजरा की खरीद हो पाएगी। वहीं मार्केट कमेटी के अनुसार अभी मूंग की खरीद को लेकर कोई पालिसी नहीं आई है।

यह भी पढ़ें- Haryana News: नायब सरकार अब दशहरा ग्राउंड में लेगी शपथ, मनोहर लाल ने भी 10 साल पहले यहीं से ली थी ओथ

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें