हिसार में दादा-दादी ने 12 साल के पोते के साथ जहर खाकर दी जान,साझे पर खेती करता था परिवार; सुसाइड नोट भी बरामद
Haryana News हरियाणा के हिसार जिले में एक ही परिवार के तीन लोगों ने जहर खाकर जान दे दी। जानकारी के मुताबिक परिवार साझे पर यानी ठेके पर खेती करता था। सुसाइड करने वाला परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा था। यह घटना हिसार (Hisar) जिले के ढंढूर गांव की है। पुलिस फिलहाल इस मामले की जांच कर रही है।
जागरण संवाददाता, हिसार। गांव ढंढूर की ढाणियों में डाबड़ा गांव निवासी प्रताप (65), उसकी पत्नी बिमला (60) और पोते नसीब (12) ने मंगलवार सुबह जहरीला पदार्थ निगलकर अपनी जान दे दी।
प्रताप करीब आठ साल से गांव ढंढूर के पास बीड़ के खेतों को साझे पर जमीन लेकर खेती करता था। पुलिस के मुताबिक मृतकों के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। जिसमें उसने अपनी आर्थिक तंगी का जिक्र किया है।
आर्थिक तंगी से परेशान था परिवार
हालांकि प्रताप के बेटे ने सुसाइड नोट के आरोपों को नकारते हुए कहा कि उसके माता -पिता अनपढ़ थे और उसका बेटा नसीब भी इस तरह से नोट लिखने में सक्षम नहीं था। उसके माता-पिता ने पहले भी उसे व उसके परिवार को इस बारे में कोई बात नहीं बताई।
माता-पिता आर्थिक तंगी के कारण काफी समय से मानसिक रूप से परेशान चल रहे थे। उसके बेटे को भी मिर्गी के दौरे आते थे। पुलिस ने प्रताप के बेटे सुनील के बयान पर 174 के तहत कार्रवाई की है।
सुसाइट नोट की लिखावट की होगी जांच
पुलिस के अनुसार मूल रूप से गांव डाबड़ा निवासी प्रताप गांव ढंढूर में रह कर करीब आठ साल से जमीन लेकर खेती करते थे। वह पूरे खेत संभालते थे और बदले में उसे पैदावार का कुछ हिस्सा मिलता था। इससे पूरे परिवार का गुजारा होता था। प्रताप का पोता नसीब, दादा-दादी के पास ही रहता था।
वहीं, इस संबंध में सदर थाना प्रभारी सुरेश कुमार का कहना है कि मृतकों के पास से तीन पेज का सुसाइड नोट मिला है। जिसमें अपनी आर्थिक तंगी का जिक्र किया है। मगर प्रताप व बिमला अनपढ़ बताए गए है। प्रताप के बेटे के बयान पर इत्तफाकिया कार्रवाई की है। सुसाइड नोट की लिखावट की भी जांच करवाई जाएगी।
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