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Jindal Defence ने हरियाणा में शुरू किया फैक्ट्री का निर्माण, ब्राजील की कंपनी के साथ बनाएगी हथियार

जिंदल डिफेंस ने हरियाणा में फैक्ट्री का निर्माण शुरू किया है। डिफेंस के क्षेत्र में जिंदल अलग ही मुकाम इस प्लांट के जरिए हासिल करेगा। प्लांट बनने के बाद हरियाणा के हिसार को स्टील के बाद अब डिफेंस उत्पादों के लिए भी जाना जाएगा।

By Rajesh KumarEdited By: Updated: Mon, 01 Nov 2021 09:52 PM (IST)
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हिसार में साउथ बाईपास स्थित निर्माणाधीन गन फैक्ट्री।
जागरण संवाददाता, हिसार। जिंदल स्टेनलेस के कदम अब डिफेंस सेक्टर में भी बढ़ रहे हैं। कुछ समय पहले जिंदल डिफेंस ने हिसार में छोटे हथियार बनाने के लिए ब्राजील की कंपनी टारस अरमास एसए के साथ समझौता प्रपत्र (एमओयू) किया था। समझौते के बाद अब जमीनी स्तर पर काम तेजी से शुरू कर दिया गया है। पिछले चार से पांच महीनों से साउथ बाईपास के पास कंपनी अपना हथियार बनाने के लिए प्लांट का निर्माण कर रही है। हालांकि कंपनी की तरफ से आधिकारिक रूप से इस सबंध में जानकारी नहीं जारी की गई है। मगर सूत्रों की मानें तो करी पौने दो एकड़ में इस प्लांट का निर्माण किया जा रहा है। जिसको एक अलग ही फर्म बना रही है।

खास बात है कि कार्य इतना तेजी से चल रहा है कि ढांचा भी कुछ ही समय में खड़ा कर दिया गया। इस प्रोजेक्ट को लेकर जिंदल ग्रुप को काफी आशा है। इसके साथ ही डिफेंस के क्षेत्र में जिंदल अलग ही मुकाम इस प्लांट के जरिए हासिल करेगा। प्लांट बनने के बाद हरियाणा के हिसार को स्टील के बाद अब डिफेंस उत्पादों के लिए भी जाना जाएगा। इसके लिए जिंदल ग्रुप ने एक अलग कंपनी बनाई है जो डिफेंस के कार्य को देखेगी। इस प्लांट में मेक इन इंडिया के तहत हथियारों को बनाया जाएगा।

जिंदल डिफेंस कंपनी बनाएगी हथियार

ब्राजील हथियार बनाने के लिए तकनीक देगा और हथियार जिंदल ग्रुप की जिंदल डिफेंस कंपनी बनाएगी। इस समझौते के तहत दोनों कंपनियों जिंदल डिफेंस और टॉरस अरमास एसए की 51:49 की इक्विटी अनुपात की भागीदारी होगी। कंपनी टॉरस से प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के आधार पर भारत में छोटे हथियारों का निर्माण करेगी ताकि रक्षा खरीद प्रक्रियाओं के मुताबिक उत्पादन के स्थानीकरण का लक्ष्य हासिल किया जा सके।

ब्राजील की कंपनी करेगी निवेश

हिसार में प्लांट के लिए जमीन चिह्नित कर ली गई है। ब्राजील की कंपनी शुरुआत में पांच मिलियन डालर (50 लाख डालर) का निवेश करेगी। देश में विनिर्माण को मजबूत बनाने के लिए जिंदल डिफेंस ने विभिन्न किस्म के छोटे हथियारों के निर्माण के लिए यह समझौता किया है। यह समझौता भारत सरकार के विदेश मंत्रालय की ओर से आयोजित इंडिया-ब्राजील बिजनेस फोरम (आइबीबीएफ) की पहली ब्राजील-भारत रक्षा उद्योग वार्ता के दौरान हुआ।

50 लाख डालर का प्रारंभिक निवेश करेगी ब्राजील की कंपनी टारस अरमास एसए

इस वार्ता का आयोजन सीआइआइ, ऐसोचैम और फिक्की के सहयोग से किया गया। यह फोरम ब्राजील के राष्ट्रपति जाइर बोल्सनारो की भारत यात्रा के दौरान उनके सम्मान में आयोजित व्यापार विनिमय कार्यक्रम का हिस्सा है। ङ्क्षजदल डिफेंस की यह पहल भारत-ब्राजील के बीच रणनीतिक क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाने की ओर एक कदम है।

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