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हिसार के गांव खेदड़ में अनोखी पहल, बिना दहेज लिए शादी करने वालों के यहां फ्री दे रहे सभी सुविधाएं

हरियाणा के हिसार जिले में खेदड़ गांव में दहेज जैसी सामाजिक बुराई के खिलाफ शुरू की गई अनूठी मुहिम रंग लाने लगी है। बिना दहेज के शादी में हलवाई टेंट फोटोग्राफर गाड़ी डीजे आदि सभी सेवाएं भी बिल्कुल फ्री दी जा रही हैं।

By Manoj KumarEdited By: Updated: Mon, 24 Jan 2022 01:38 PM (IST)
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बरवाला-खेदड़ में बिना दहेज लिए शादी की रस्में निभाते हुए दूल्‍हा विनोद

राजेश चुघ , बरवाला : हिसार के खेदड़ गांव में दहेज जैसी सामाजिक बुराई के खिलाफ कुछ समय पूर्व शुरू की गई एक अनूठी मुहिम अब रंग लाने लगी है। खेदड़ गांव में विवाह शादियों में हलवाई, टेंट, फोटोग्राफर, गाड़ी, डीजे आदि का काम करने वाले लोगों ने एकत्रित होकर यह ऐलान किया था कि उनके गांव खेदड़ में जो भी व्यक्ति बिना दहेज के शादी करेगा। उस शादी में वह अपनी सारी सेवाएं बिल्कुल मुफ्त में प्रदान करेंगे। किसी भी प्रकार का कोई भी शुल्क उनसे नहीं लिया जाएगा। खेदड़ गांव के लोगों ने जब यह मुहिम शुरू की तो उस समय भी उनकी यह मुहिम अच्छी खासी चर्चा में आ गई थी। अब आखिरकार उनकी मुहिम से प्रेरित होकर खेदड़ गांव के खेती बाड़ी करने वाले धर्मपाल शर्मा ने अपने पुत्र विनोद शर्मा की शादी बगैर दहेज के करने की घोषणा की।

इतना ही नहीं उन्होंने अपने पुत्र विनोद की सगाई में केवल मात्र एक रूपया शगुन के तौर पर लिया। बिना दहेज के शादी करने की घोषणा के बाद खेदड़ गांव में टेंट व हलवाई का काम करने वाले धर्मबीर व बल्लू ने, फोटोग्राफर का काम करने वाले पवन ने, डीजे का काम करने वाले जोगिंदर दलाल, नाई का काम करने वाले राजू, पीने के पानी के आरओ का काम करने वाले सर्वजल कैंपर वालों ने तथा बारात में गाड़ियां ले जाने वाले सतीश व उसके साथियों ने पांच गाड़ियां बगैर कोई पैसा लिए बिल्कुल नि:शुल्क बरात ले जाने का फैसला किया। इसी कड़ी में उपरोक्त सभी ने अपनी सेवाएं मुफ्त प्रदान की तथा विनोद शर्मा की शादी में उसके आवास पर दोपहर के भोजन की पार्टी ग्रामीणों के लिए आयोजित की गई।

उचाना खुर्द गई विनोद शर्मा की बरात

विनोद की बरात सोमवार को उचाना खुर्द गई है। बरात में पांच गाड़ियां बिल्कुल फ्री गई हैं। जिन्हें सतीश, नरेश, रोशन लाल, राजेश कुमार तथा सतीश सहारण द्वारा बिल्कुल फ्री ले जाया गया। उड़ान कैंपस के संचालक शत्रुघ्न आदि भी इस प्रकार के सामाजिक कार्य में भरपूर सहयोग कर रहे हैं। खेदड़ गांव में उपरोक्त सभी ने जो मुहिम शुरू की थी। वह दहेज प्रथा को समाप्त करने के लिए की थी। उसी कड़ी में आज यह पहली शादी थी। इसलिए उपरोक्त सभी ने आज अपनी घोषणा के अनुरूप सारी सेवाएं निशुल्क प्रदान करके इस मुहिम को बल प्रदान करने का काम किया है।

दहेज एक कलंक है दुल्हन ही दहेज है

खेदड़ गांव में यह बगैर दहेज व सभी सुविधाएं इसमें बिल्कुल फ्री होने के कारण यह शादी चर्चा का विषय बनी हुई है। गांव में दूल्हे विनोद शर्मा के पिता धर्मपाल शर्मा ने जो निमंत्रण पत्र छपवा कर गांव में बांटे हैं। उसके ऊपर भी उन्होंने यह प्रिंट करवा रखा है कि दहेज एक कलंक है दुल्हन ही दहेज है। खेदड़ के लोगों द्वारा शुरू की गई यह मुहिम निश्चित रूप से आने वाले समय में अच्छा परिणाम लेकर आएगी।

गाड़ी चालक सतीश के अनुसार समाचार पत्रों में व इंटरनेट मीडिया में पिछले दिनों क्रेटा गाड़ी एक दूल्हे द्वारा मांगने की चर्चा अच्छी खासी हुई थी। उसी के बाद उनके मन में यह विचार आया कि दहेज जैसी सामाजिक बुराई तो खत्म होनी ही चाहिए। उसी कड़ी में उन्होंने यह मुहिम शुरू की। जिसका असर अब होना शुरू हो गया है इस कारण वह काफी प्रसन्न है।

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