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Kisan andolan: संसद सत्र के दौरान दिल्ली में प्रदर्शन के ऐलान से पुलिस-प्रशासन अलर्ट, बॉर्डरों पर कड़ी होगी सुरक्षा

किसान आंदोलन में इस महीने कई गतिविधियां होनी हैं। छह जुलाई को तो आंदोलनकारियों ने पंजाब में सीएम आवास के घेराव का ऐलान कर रखा है। आठ जुलाई को सड़कों के किनारे महंगाई के विरोध में प्रदर्शन किया जाएगा। आंदोलनकारियों ने विपक्ष को भी चेतावनी देने की बात कही है।

By Umesh KdhyaniEdited By: Updated: Mon, 05 Jul 2021 07:53 AM (IST)
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पुलिस प्रशासन के लिए अब फिर से दिल्ली में सुरक्षा को लेकर चुनौती होगी।

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़। तीन कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे आंदोलन के बीच संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से संसद के आगामी सत्र के दौरान दिल्ली में प्रदर्शन का ऐलान किए जाने से पुलिस-प्रशासन अलर्ट हो गया है। इसको लेकर दिल्ली के बॉर्डरों पर अब सुरक्षा पहरा और कड़ा किया जा सकता है।

किसान आंदोलन में इस महीने में कई गतिविधियां होनी हैं। इसको लेकर पुलिस-प्रशासन द्वारा कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कमर कसी जा रही है। छह जुलाई को तो आंदोलनकारियों ने पंजाब में सीएम आवास के घेराव का ऐलान कर रखा है। बिजली के मुद्दे को लेकर किसानों में आक्रोश है। जबकि आठ जुलाई को सड़कों के किनारे महंगाई के विरोध में प्रदर्शन किया जाएगा। जाम तो नहीं होगा लेकिन आंदोलनकारी प्रदर्शन करेंगे और वाहनों के हॉर्न बजाकर आक्रोश जताएंगे।

विपक्ष पर बढ़ेगा दबाव

इसके साथ ही आंदोलनकारियों ने जिस तरह से विपक्ष को भी चेतावनी देने की बात कही है, उससे अब विपक्षी नेताओं पर दबाव बढ़ेगा। अब तक तो तमाम विरोधी दलों के नेता प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से आंदोलन में सक्रियता दिखा रहे हैं। मंच पर उन्हें भले ही जगह नहीं मिल रही, लेकिन आंदोलन जारी रखने और सरकार पर दबाव बनाने में विरोधी नेता बराबर लगे हुए हैं। इस बीच संसद सत्र के दौरान आंदोलनकारियों ने जिस तरह की गतिविधि का ऐलान किया है उसे पुलिस प्रशासन के लिए अब फिर से दिल्ली में सुरक्षा को लेकर चुनौती होगी।

झाड़ौदा बॉर्डर पर कड़ी की जा सकती है सुरक्षा

टीकरी बॉर्डर तो बंद है ही, झाड़ौदा बॉर्डर पर भी फिर से सुरक्षा कड़ी की जा सकती है। ताकि आंदोलनकारियों को दिल्ली में प्रवेश से रोका जा सके। उधर, उद्योगपतियों की ओर से दिल्ली बार्डर खुलवाने के लिए प्रधानमंत्री को पत्र लिखने के बाद अब आंदोलनकारी इस बात पर जोर दे रहे हैं कि रास्ता उनकी तरफ से नहीं बल्कि दिल्ली पुलिस की ओर से रोका गया है। वे एक तरफ का रास्ता खोलने के लिए पहले से ही प्यार है और उनकी तरफ से यह खुला हुआ भी है।

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