Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

NEET विवाद: हरियाणा के दामन पर लगा एक और दाग, जानिए प्रदेश में कब-कब हुए पेपर लीक; 2015 में आया था सुर्खियों में

Neet Paper Leak नीट पेपर विवाद में हरियाणा का नाम सामने आया है। इसके साथ ही हरियाणा के दामन पर एक और दाग लगा है। आयोग से लेकर सेना तक के पेपर को नहीं छोड़ा। देश भर में होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक मामले में जींद के लोगों के नाम जुड़े हैं। इस मामले में हरियाणा का लंबा-चौड़ा इतिहास है।

By Jagran News Edited By: Sushil Kumar Updated: Sat, 22 Jun 2024 10:58 AM (IST)
Hero Image
NEET पेपर लीक में आया हरियाणा का नाम, पहले भी कई पेपर हो चुके हैं लीक।

जागरण टीम, हिसार। यूजीसी-नेट पेपर लीक और नीट-2024 में गड़बड़ी का मामला सुर्खियों में है। इंडियन मेडिकल कालेज में एडमिशन के लिए राष्ट्रीय पात्रता एवं प्रवेश परीक्षा (नीट) विवाद में बहादुरगढ़ का नाम आने से हरियाणा फिर चर्चा में आ गया है। पिछले कई पेपर लीक का दाग अभी पूरी तरह से मिटा नहीं था कि एक नया विवाद हरियाणा से जुड़ गया है।

अब तो सरकार, शिक्षाविद् और अभ्यर्थी यही चाह रहे हैं कि बस अब कोई भी दाग प्रदेश पर न लगे। पेपर लीक का दंश प्रदेश इससे पहले कई बार झेल चुका है। पेपर लीक कराने वाला गिरोह हर सुरक्षा चक्र को तोड़कर लाखों अभ्यर्थियों के अरमानों पर पानी फेर रहे। सालों की मेहनत बेकार हो रही। आर्थिक बोझ बढ़ रहा। जांच होती है तो कोचिंग और परीक्षा केंद्र संचालक की संलिप्तता सामने आती है।

नकल माफियाओं के तेवर ढ़ीले

क्लर्क से लेकर कोर्ट के पेपर तक हर तरफ इनका जाल बिछा हुआ है। हरियाणा कांस्टेबल भर्ती परीक्षा से लेकर एचटेट, एआइपीएमटी, ग्राम सचिव, सेना, केंद्रीय विद्यालय परीक्षा या हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग का पेपर लीक होने की वजह से लाखों अभ्यर्थियों को परेशानी उठानी पड़ती है। हालांकि सरकार की सख्ती के बाद नकल माफियाओं के तेवर ढ़ीले पड़े हैं।

  1. 3 मई 2015 को रोहतक में एआइपीएमटी की प्रवेश परीक्षा का पेपर लीक हुआ। आरोपितों ने 15 से 30 लाख रुपये में आंसर-की परीक्षार्थियों को बेची थी। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने परीक्षा को रद कर दिया था।
  2. 2018 में लखनऊ में इलाहाबाद हाई कोर्ट के असिस्टेंट रिव्यू आफिसर की भर्ती परीक्षा लीक करने के आरोपित भी हरियाणा के निकले।
  3. 2019 में हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की क्लर्क भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हुआ।
  4. 2019 में दिल्ली कोर्ट में भर्ती और केंद्रीय विद्यालय की प्राथमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा लीक होने के तार हरियाणा से जुड़े।
  5. ग्राम सचिव की भर्ती के लिए 11 जनवरी 2021 को आयोजित परीक्षा का पेपर रोहतक में लीक हुआ। परीक्षा रद करनी पड़ी। पेपर लीक करने के आरोप में 14 लोगों को गिरफ्तार गया।
  6. कांस्टेबल की भर्ती के लिए 7 और 8 अगस्त 2021 को होने वाली परीक्षा पेपर लीक होने के कारण रद करनी पड़ी।
  7. नवंबर 2021 में असिस्टेंट लाइनमैन (एएलएम) की भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थी की जगह दूसरों को परीक्षा दिलाकर पास कराने वाला गिरोह पकड़ा।
  8. वेटनरी सर्जन के 383 पदों के लिए 15 जनवरी 2023 को पेपर लीक हुआ।
  9. टीजीटी (ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर) की 16 फरवरी 2023 को आयोजित आनलाइन परीक्षा का पेपर पानीपत में लीक हो गया।

श्रीनगर तक फैला था जाल

पुलिस भर्ती पेपर लीक मामला प्रदेश का अब तक का सबसे बड़ा पेपर लीक मामला है। सीआइए-वन पुलिस ने सात अगस्त 2021 को हुए पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में कैथल से तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया था। फिर 160 से ज्यादा आरोपितों को गिरफ्तार किया था।

पकड़े गए आरोपितों में सबसे ज्यादा हिसार के रहने वाले हैं। हिसार के गांव खांडाखेड़ी निवासी राजकुमार ने सबसे पहले हरियाणा में पेपर लीक किया था। जींद से करीब 35, जम्मू कश्मीर के छह आरोपितों को पकड़ा गया था।

इनके अलावा राजस्थान, कैथल, भिवानी, रोहतक, दादरी, महेंद्रगढ़, फतेहाबाद, करनाल, सोनीपत, पानीपत, कुरुक्षेत्र के आरोपितों को गिरफ्तार किया गया था। एचएसएससी की तरफ से 5500 पदों पर भर्ती निकाली थी। आठ लाख 39 हजार युवाओं ने आवेदन किया था।

भर्ती के लिए पेपर जम्मू कश्मीर की प्रिंटिंग प्रेस में छपा था। वहां काम कर चुके आरोपित मुजफ्फर अहमद खान ने उस समय काम कर रहे आरोपित जितेंद्र के साथ मिल कर योजना बनाई थी।

यह भी पढ़ें- Haryana News: पत्नी की बेवफाई नहीं कर पाया बर्दाश्त, जीजा के साथ देखा तो उतार दिया मौत के घाट, शवों को ऐसे लगाया ठिकाना

2015 में आया सुर्खियों में

आल इंडिया प्री मेडिकल टेस्ट यानि एआइपीएमटी की प्रवेश परीक्षा का पेपर 3 मई 2015 को रोहतक में लीक हुआ था। पेपर लीक गिरोह का मास्टरमाइंड रोहतक के ही गांव मदीना का रूपराम दांगी था, जिसने राजस्थान के बहरोड़ के होटल में बैठकर अंडर गारमेंट ब्लूटूथ डिवाइस की मदद से आरोपितों के पेपर को हल कराया गया था।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इस पेपर को सीबीएसई ने बाद में रद करना पड़ा। पुलिस ने आइपीसी की धारा 467 (फर्जी दस्तावेज तैयार करना), 468-471 (छल के लिए फर्जी दस्तावेज प्रयोग करना), 120 बी, 420 और 66ए आइटी एक्ट में चालान पेश किया है।

पुलिस ने मास्टर माइंड रूपराम दांगी पर पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम भी रखा था। पुलिस ने महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, बिहार, मध्यप्रदेश, पश्चिम बंगाल और जम्मू कश्मीर में छापामारी कर 40 आरोपियों को गिरफ्तार किया था।

पुलिस जांच में सामने आया था कि 15 से 30 लाख रुपये में आंसर-की बेची गई थी। दांगी 11 महीने बाद पुलिस के हत्थे चढ़ा था। यह मामला अभी अदालत में विचाराधीन चल रहा है।

पेपर लीक मामले में जुड़े रहे हैं जींद के तार

देश भर में होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक मामले में जींद के लोगों के नाम जुड़े हैं। जिला में सबसे पहले पेपर लीक का मामला नवंबर 2015 में एचटेट परीक्षा के दौरान आया था। इसके बाद जींद के साल्वर दिल्ली हाईकोर्ट की भर्ती परीक्षा से लेकर इसरो की भर्ती परीक्षा तक में शामिल रहे।

तीन साल पहले क्लर्क भर्ती के दौरान भिवानी में पकड़े गए गिरोह में भी जींद के साल्वर गैंग की संलिप्तता मिली थी। ग्राम सचिव के पेपर लीक हुआ तो उसमें भी जींद के कोचिंग सेंटर संचालकों का नाम सामने आया। दिल्ली कोर्ट की ग्रुप डी की भर्ती की परीक्षा के दौरान जींद जिला के काकड़ौद गांव के पास मुर्गी फार्म से ही प्रश्न हल किए जा रहे थे।

पुलिस ने मौके से चंडीगढ़ कैग में तैनात गांव दनौदा कलां निवासी सुरेंद्र व गांव दनौदा खुर्द निवासी हरदीप को काबू किया था। जबकि सरगना गांव काकड़ौद निवासी अशोक फरार हो गया था। इसी साल फरवरी महीने में लीक हुए यूपी पुलिस भर्ती के प्रश्न पत्र में भी जींद निवासी महेंद्र का नाम सामने आया था।

पिछले साल अगस्त महीने में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की परीक्षा के दौरान भी जींद के युवक शामिल मिले।

सरकार ने लिया था सख्त फैसला

भर्ती और प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक पर प्रदेश सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। साल 2021 में पेपर लीक को रोकने के लिए प्रदेश सरकार कड़ा कानून लेकर आई। राज् सरकार ने इस संबंध में विधानसभा में विधेयक पेश किया है।

विधानसभा पटल पर रखे गए हरियाणा लोक परीक्षा (अनुचित साधन निवारण) विधेयक-2021 के मुताबिक संगठित अपराध की स्थिति में सात साल से दस साल तक की कैद और न्यूनतम दस लाख रुपये के जुर्माने का प्रविधान किया गया। जुर्माना नहीं देने की स्थिति में संपत्ति कुर्क होगी।

दो केंद्रों पर होगी परीक्षा

राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा में ग्रेस मार्क्स दिए गए परीक्षार्थियों के लिए रविवार को फिर से परीक्षा होगी। परीक्षा आयोजित करने वाली राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी ने बहादुरगढ़ के परीक्षा केंद्र की जगह झज्जर में दो नए केंद्र स्थापित किए हैं। जिला मुख्यालय के दिल्ली रोड स्थित डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल व केंद्रीय विद्यालय में यह परीक्षा होगी।

एडमिट कार्ड भी जारी कर दिए गए हैं। सूचना है कि 494 परीक्षार्थियों के लिए दोनों परीक्षा केंद्र अलाट हुए हैं। इधर, जिलाधीश कैप्टन शक्ति सिंह द्वारा जारी आदेश अनुसार परीक्षा दोपहर दो बजे से शाम पांच बजकर 20 मिनट तक आयोजित होगी।

बता दें कि एनटीए ने 1563 स्टूडेंट्स का नीट स्कोरकार्ड रद्द किया है। ये वे छात्र छात्राएं हैं, जिन्हें ग्रेस मार्क्स दिए गए थे। जिन परीक्षा केंद्रों पर विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी, उसमें एक बहादुरगढ़ स्थित हरदयाल पब्लिक स्कूल का केंद्र भी है। जिसमें 504 विद्यार्थी परीक्षा में बैठे थे।

14 जून को यह फैसला लिया गया था कि नीट री एग्जाम 23 जून को होगा और 30 जून से पहले इस री नीट एग्जाम का रिजल्ट भी जारी कर दिया जाएगा।

यह भी पढ़ें- Haryana weather Update: तीन दिन तक हुई वर्षा से मौसम ठंडा, भीषण गर्मी से मिली राहत; बारिश में मकान की छत गिरने से महिला की मौत

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें