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Haryana: नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति अब जीजेयू में सभी कोर्स में होगी लागू, रखा जाएगा इस बात का विशेष ख्याल

NEP 2020 जीजेयू में अगले सत्र से सभी कोर्स में राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू कर दी जाएगी। यूजी कोर्स में इसे लागू कर दिया गया है जबकि पीजी कोर्स में भी इसे जल्द ही लागू किया जाएगा। साथ ही इस नीति के तहत छात्रों को शुरु से संस्कार की शिक्षा भी दी जाएगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने को लेकर जीजेयू में सोमवार को एक कार्यशाला हुई।

By Jagran News Edited By: Monu Kumar JhaUpdated: Tue, 09 Jan 2024 03:56 PM (IST)
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Haryana News: नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति अब जीजेयू में सभी कोर्स में होगी लागू। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, हिसार। जीजेयू में अगले सत्र से सभी कोर्स में राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू कर दी जाएगी। यूजी कोर्स में इसे लागू कर दिया गया है। जबकि पीजी कोर्स में भी इसे जल्द ही लागू किया जाएगा। इस नीति में मुख्य कोर्स के साथ एडिशनल कोर्स भी कर पाएंगे। अगर कोई कंप्यूटर साइंस का छात्र है तो वह म्यूजिक भी पढ़ पाएगा और कामर्स विषयों के साथ आर्ट्स विषय भी साथ ले पाएंगे।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 शिक्षा क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत-केसी

साथ ही इस नीति के तहत छात्रों को शुरु से संस्कार की शिक्षा भी दी जाएगी। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने को लेकर जीजेयू में सोमवार को एक कार्यशाला हुई। हरियाणा राज्य उच्चत्तर शिक्षा परिषद् के अध्यक्ष प्रो. केसी शर्मा मुख्यातिथि रहे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारतीय शिक्षा क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत है।

शिक्षा नीति 2020 होगी युवाओं को रोजगार देने वाली

यह शिक्षा नीति रोजगार देने लायक बनाएगी। यह विद्यार्थियों की पसंद की शिक्षा व्यवस्था बनेगी। इसके परिणाम वर्ष 2040 तक मिलने आरंभ होंगे। कार्यशाला की अध्यक्षता कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्नोई ने की। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 युवाओं को रोजगार पाने वाला ही नहीं, बल्कि रोजगार देने वाला बनाएगी।

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रुचि के अनुसार विषय चुनने की आजादी होगी। मुख्य वक्ता प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने बताया कि नई शिक्षा व्यवस्था में बहुविषयक कोर्स, योग्यता बढ़ोतरी, कौशल विकास तथा नैतिक मूल्यों सबंधित कोर्स तथा इंटर्नशिप शामिल हैं। यह शिक्षा नीति च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम, लर्निंग आऊट बेस्ड कुरीकुलम फ्रेमवर्क तथा विद्यार्थियों के होलिस्टिक विकास के साथ-साथ नैतिक गुणों से संपन्न बनाने के लिए प्रेरित करेगी।

कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर ने कहा कि नई शिक्षा नीति को पूर्ण रूप से लागू करने के लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं। डीन आफ कालेजिज प्रो. संजीव कुमार ने बताया कि यह कार्यशाला विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति को महाविद्यालयों में भी पूर्ण रूप से लागू करने की दिशा में पहला कदम है।

प्रतिभागियों ने शंका जाहिर की कि इस शिक्षा प्रणाली से शिक्षकों का वर्कलोड कम होगा, जिससे उनके रोजगार की संभावनाएं कम हो जाएंगी। इस दौरान राजकीय महिला महाविद्यालय से प्राचार्य डा. रमेश आर्य, नोडल अधिकारी डा. हर्षा, सतीश सिंगला, अमित बंसल, विपिन बब्बर, हीना पाहुजा, मोहिंद्र सिंह भी मौजूद रहे।

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